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Poem No 34 तुम पर यकीन

तुम पर यकीन

जो ना करना था

बस वही गलती हमसे हुई

यकीन करके जो हुआ

वो ना होना था

पर वही बात हुई

तुम पर यकीन

जो ना करना था

बस वही गलती हमसे हुई

----Raj

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