चू पेइहान के अभिमानी रवैए से किन झेंग गुस्से में आ गया। हालांकि, वह आवक था क्योंकि चू पेइहान ने वास्तव में उसका नाम नहीं लिया था।
किन झेंग जानता था कि यहां लंबे समय तक ठहरना कोई समझदारी भरा फैसला नहीं था।
उसने चू पेइहान को घूरकर देखा फिर वह गु निंग की और एक जटिल नजर डालते हुए चला गया।
"हा हा, मुझे लगा था कि वह बहादुर होगा पर वह केवल एक उबाऊ कायर है।" किन झेंग के चले जाने के बाद चू पेइहान को ऊब लगने लगी।
किन झेंग वास्तव में बहुत दूर नहीं गया था। उसने चू पेइहन के हर शब्द को सुना था।
वह चिढ़ गया था, लेकिन उसने अपने क्रोध पर अंकुश लगाने की पूरी कोशिश की।
हालांकि, चू पेइहान किसी भी अच्छी चीज के लिए प्रसिद्ध नहीं थी, फिर भी गु निंग ने उसको पसंद किया। उसे लगा कि वह एक अच्छी और मजाकिया लड़की है।
कम से कम, चू पेइहान तो वास्तविक थी।
"अरे, क्या ये वही लड़का है जिससे तुमने प्यार किया ? क्या पसंद है?" चू पेइहान ने तिरस्कार के साथ अपनी भौंह चढ़ाई।
चू पेइहन को सब कुछ पता था, इसका कारण था कि वह उस समय वही पर थी जब किन झेंग ने गु निंग के साथ संबंध तोड़ लिया था।
हालांकि, किन झेंग ने जो करा था उससे वह पूरी तरह से असहमत थी लेकिन इस सबमें शामिल होने की उसकी दिलचस्पी नहीं थी।
वह आज गु निंग की तरफ इसलिए हुई थी क्योंकि वह हर उस शब्द से सहमत थी जो गु निंग ने किन झेंग को कहे थे।
"अच्छा, मुझे लगता है कि हर लड़की जब वो जवान और बुद्धू होगी तो वह किसी बुरे लड़के से मिलेगी," गु निंग ने मजाक किया।
"हां, लगता है," चू पेइहन हंसी।
"ओह, समय हो गया है। चलो कक्षा में जाते हैं।" गु निंग ने भागते हुए चू पेइहान को नजरअंदाज कर दिया।
चू पेइहान ने तुरंत उसका पीछा किया, "मुझे अच्छा लगा तुमने जो कहा और मैं भविष्य में इसका उपयोग करूंगी।"
गु निंग को पता नहीं था की क्या कहे। क्या वह वास्तव में कसम ले रही थी?
"आप मेरे मेहमान हो," गु निंग ने उत्तर दिया।
"आपके पास और क्या है?" चू पेइहन ने ईमानदारी से पूछा।
गु निंग की बोलती बंद हो गई थी।
"कुछ भी नहीं," गु निंग ने लापरवाही से जवाब दिया। वह अब और परेशान नहीं होना चाहती थी।
चू पेइहान ने अपने होंठों को सिकोड़ते हुए अपना मुंह बंद कर लिया।
चू पेइहान का अध्ययन कक्ष दूसरा था जबकि चौथा कक्ष गु निंग का था। उनके अध्ययन कक्ष एक ही मंजिल पर थे।
थोड़ी देर बाद दोनों तीसरी मंजिल तक गए।
चू पेइहान ने पहले अपनी कक्षा में प्रवेश किया, और गु निंग को अलविदा कहा।
चौथे कक्ष की कक्षा नौ में।
जैसे ही गु निंग अंदर गई उसने कुछ भी दोस्ती योग्य महसूस नहीं किया।
उसने देखा कि शाओ फेइफी उसे बुरी तरह से घूर रही थी। उसके आसपास कई अन्य लड़कियां भी थीं, जो उसी तरह से गु निंग को देख रही थीं।
यांग युलु ने शाओ फेइफी के साथ एक मेंझ साझा की और वू क्विंग्या नामक लड़की उनके सामने बैठी। वे तीन लड़कियां हमेशा साथ थीं। यांग युलु और वू क्विंग्या वास्तव में शाओ फेइफी के सहायक जैसी थी क्योंकि वे शाओ फेइफी के आदेशों का पालन किया करती थी।
शाओ फेइफी अगर गु निंग से नफरत करती थी तो वे भी यही काम करेंगी।
यांग युलु और वू क्विंग्या एक वजह से शाओ फेइफी के सहायक बनने के इच्छुक थे।
शाओ फेइफी एक अमीर परिवार से थी जबकि यांग युलु और वू किंग्या एक सामान्य परिवार से थी। जब तक वे शाओ फेइफी का अनुसरण करती तब तक वे अपेक्षाकृत एक ऐश्वर्यपूर्ण जीवन शैली जी सकती थी।
इसके अलावा यदि कोई अमीर लड़का उन्हें पसंद करता तो वे अपना जीवन बदल सकती थी।
शाओ फेइफी के परिवार के पास केवल लाखों की संपत्ति थी और वह अत्यधिक अमीर परिवार नहीं था।
अत्यधिक अमीर परिवारों के पास करोड़ों की संपत्ति होगी।
अगर किसी परिवार के पास बहुत ज्यादा संपत्ति नहीं होती तो वे बहुत अमीर नहीं कहलाएंगे।
लेकिन सामान्य लोगों की नजर में शाओ फेइफी का परिवार काफी समृद्ध था।
नंबर 3 हाई स्कूल एक सामान्य हाई स्कूल था, जिसमें बहुत ज्यादा वास्तविक समृद्ध युवा नहीं थे, इसलिए शाओ फेइफी जैसे लोग यहां दिखावा करने में सक्षम थे।
गु निंग को आते हुए देखकर शाओ फेइफी की दृष्टि शैतानी हो गई।
शाओ फेइफी अब भी गुस्से में थी कि कल क्या हुआ था। हालांकि, वह जानती थी कि गु निंग अब पहले जैसी नहीं है, बल्कि अलग है लेकिन वह उससे डरती नहीं थी।
उसकी नजर में, गु निंग अभी भी गरीब दयनीय लड़की थी।
यांग युलु और वू क्विंग्या वही कर रही थी, जो शाओ फेइफी ने किया था।
गु निंग ने उनकी उपेक्षा की। वह उन भद्दे लोगों की परवाह नहीं कर सकती थी।
उसे अपनी सीट मिल गई। वह पिछली पंक्ति में थी।
"गु निंग, आपसे दोबारा मिलकर बहुत अच्छा लगा। आप कल कक्षा में नहीं आई थी। मैं चिंतित थी।" गु निंग के बैठने के बाद, उसके बगल वाली लड़की ने उससे तुरंत कहा।
गु निंग के इस लड़की के अलावा स्कूल में कम ही दोस्त थे, इसका नाम यू मिक्सी था, जिसने उसके साथ एक मेज साझा की थी।
यू मिक्सी भी एक गरीब परिवार से थी। उसकी मां कई सालों से बिस्तर पर बीमार पड़ी थी। उसके पिता ने पूरे परिवार को सहारा देने के लिए नाश्ते की दुकान चलाई।
यू मिक्सी का परिवार अपनी मां की बीमारी और शिक्षा शुल्क के कारण तंग बजट के साथ जी रहा था।
इसके अतिरिक्त, यू मिक्सी के रिश्तेदार भी उसके परिवार को पसंद नहीं करते थे। इस तरह वे दो गरीब लड़कियां अच्छी दोस्त बन गई।
यू मिक्सी की दयालुता के कारण गु निंग भावुक हो गई थी। उसने बताया "मैं कल अच्छा महसूस नहीं कर रही थी, इसलिए मैं नहीं आई।"
"ओह, क्या तुम अब ठीक हो?" यू मिक्सी ने पूछा।
"मैं ठीक हूं," गु निंग ने उत्तर दिया।
"ये सुनकर अच्छा लगा," यू मिक्सी ने रहत महसूस करी।
गु निंग ने देखा कि उसकी मेज आज साफ थी। वह तुरंत समझ गई कि यू मिक्सी ने उसकी मदद की है। उसे फिर से यू मिक्सी के प्रति आभार महसूस हुआ।
समय 6:50 था, पहली कक्षा शुरू हुई। छात्रों को जोर से बोल कर पढ़ना चाहिए, जिससे उन्हें सामग्री को याद रखने में मदद मिले। गु निंग चुपचाप किताब पढ़ रही थी।
कुछ समय बाद, मुख्य शिक्षक आए।
मुख्य शिक्षक का नाम झांग किउहुआ था। वह लगभग 40 साल की थी, और एक सख्त शिक्षिका थी। सबसे महत्वपूर्ण बात कि उसने हर छात्र के साथ समान व्यवहार किया, भले ही वह छात्र किसी गरीब या अमीर परिवार से हो।
गु निंग को ये शिक्षिका पसंद आई।
झांग किउहुआ कक्षा में सामने खड़ी थी।
जब उनकी नजर गु निंग पर पड़ी, तो वह आश्चर्यचकित रह गई, "गु निंग, मेरे साथ बाहर आओ।"
फिर, झांग किउहुआ कक्षा से बाहर पहले चली गई।