मु बाई सु कियानक्सुन को अच्छी तरह से जानता था । सू जिये वह व्यक्ति था जिसका उसने सबसे अधिक ख्याल रखा था। यदि वह परिस्थितियों से मजबूर नहीं होती , तो उसके लिए सु जिये से ना मिलना असंभव होता।
"माफ़ करना , जीये। माफ़ करना , यह सब तुम्हरी बड़ी बहन की गलती है। मुझे क्षमा करना ... मुझे क्षमा करना ..."
सु कियानक्सुन के आँसू गिरने लगे । उसे वास्तव में उसके लिए बुरा लग रहा था , लेकिन वो कुछ भी कर नहीं सकती थी। इसके बाद भी, वह सप्ताह में एक बार ही उससे मिलने जा सकती थी ।
"कियानक्सुन, अगर तुम्हें कोई भी परेशानी है तो तुम मुझसे बात कर सकती हो। मैं तुम्हारे लिए कोई हल निकाल सकता हूँ। "
"धन्यवाद, डॉक्टर मु। आपने मेरी और मेरे छोटे भाई की बहुत मदद की है। मैं आपको और परेशान नहीं करना चाहती ।"
सु कियानक्सुन ने अपने आँसू पोंछे क्योंकि वह जानती थी कि रोना बेकार है। उसने अपने छोटे भाई के चेहरे को पकड़ा , लेकिन उसने अपनी बड़ी बहिन की आँखों में देखने से इंकार कर दिया।
"जीये, तुम जानते हो न कि तुम्हारी बड़ी बहन कितनी व्यस्त है , ठीक है ? मेरी कक्षाएं बहुत जल्द शुरू होने वाली हैं, और मुझे पार्ट टाइम भी काम करना है ... इसके बाद, मैं ... सप्ताह में एक बार तुमसे मिलने आऊंगी ... मैं वादा करती हूँ कि हर बार जब भी मैं मिलने आऊंगी मैं तुम्हारा पसंदीदा करारा बत्तख लेकर आउंगी। यह ठीक है ?" सु कियानक्सुन इतनी बुरी तरह से रोना चाहती था।
"मैं इसे तुम्हारी हाँ समझूंगी अगर तुम कोई जवाब नहीं देते ... तुम खुश क्यों नहीं होते ? मैं यह ज़्यादा देर के लिए नहीं रुक सकती। अगर तुम दुखी हो , तो मैं अभी चली जाती हूँ ..."
जैसे ही सु कियानक्सुन ने अपनी बात ख़तम की , सु जिये ने उसे कस के गले लगा लिया। सु जिये अब बड़ा हो गया था और उसमे काफी ताक़त भी आ गई थी।
उसने इतनी जोर से सु कियानक्सुन को गले लगाया कि वो साँस नहीं ले पा रही थी।
"ठीक है, मैं अभी नहीं जाती हूँ। मैं तुम्हारे साथ और दस मिनट के लिए रुक जाऊँगी ," सु कियानक्सुन ने अपने भाई के छोटे , नरम बालो में हाथ फेरते हुए बड़ी ही प्यार भरी आवाज़ में कहा।
जैसा कि सु जिये को सु कियानक्सुन की कहानियाँ सुनना बहुत पसंद था, सु कियानक्सुन ने उसे उसकी पसंदीदा कहानी सुनाई। मु बाई को भाई बहन की जोड़ी को देख कर दिल में बहुत दुःख हुआ महसूस हुआ।
सु जीये ने अपनी बड़ी बहन हाथ पकड़ा रहा , और हर बार जब भी सु कियानक्सुन हिलने लगती , सु जिये घबराहट में उसके हाथ को और कस के पकड़ लेता। सु कियानक्सुन जानती थी कि उसके छोटे भाई को डर था कि वो उसको छोड़ के चली जाएगी।
हालांकि, जैसे ही कहानी ख़तम हुई ,उनके एक साथ रहने का समय भी ख़त्म हो गया था। उसको वहां से जाने के अलावा कोई और चारा नहीं था। उसको लॉन्ग सिजु को और अधिक गुस्सा नहीं दिलाना चाहिए।
"जीये, मुझे अभी जाना होगा -"
इससे पहले कि सु कियानक्सुन अपनी बात समाप्त करती , सु जिये पागलों की तरह उठ खड़ा हुआ। उसने अपनी बहन को कस के गले लगाया और अपने सर को जोर से हिलाया।
नहीं, वो नहीं चाहता था कि उसकी बड़ी बहन वहां से जाये।
"जीये, मेरे पास जाने के अलावा कोई चारा नहीं है। मैं तुमसे फिर से मिलने आऊंगी ..."
जब मु बाई ने यह सब देखा , तो सु कियानक्सुन के साथ सु जिये को समझाने में शामिल हो गई।
हालाँकि, चाहे उन्होंने कितनी भी कोशिश की हो, उसे सांत्वना देने और मनाने के लिए, सु जिये सु कियानक्सुन को जाने नहीं देगा।
"सु जीये, क्या तुम चाहते हो कि दुबारा तुम्हें मिलने नहीं आऊं ? मैं बहुत गुस्सा हो जाऊँगी अगर तुम इसी तरह से व्यवहार करते रहे। मुझे जाने दो ! "
मानो सु कियानक्सुन अचानक से भड़क गई हो , उसने सु जिये को अपने दूर कर दिया। वो बिस्तर पर गिर गया। उसने अपना सर नीचे किया और बड़ी बड़ी आंसुओं की बूंदे उसके चेहरे से बहने लगी...
वो रो रहा था ...
सु कियानक्सुन भी रोने लगी । उसने अपना मुँह ढँकने के लिए अपना हाथ उठाया क्योंकि वो लगातार अपने सर को हिला रही थी। "जिये मुझे माफ़ कर दो , मुझे माफ़ कर दो ,मुझे माफ़ कर दो ..."
सु कियानक्सुन थोड़ा पीछे हुई। फिर वो उस कमरे से बाहर भाग गई। वो चलते हुए रो रही थी क्योकि उसके दिल में बहुत दुःख महसूस ही रहा था। हलाकि,उस समय, वो अपने आप का नरम दिल नहीं दिखा सकती थी।
मु बाई कमरे के बाहर तक सु कियानक्सुन के पीछे पीछे चली। मु बाई ने सु कियानक्सुन के पीछे चलने से पहले नर्स को सु जिये का ख्याल रखने के लिए अनुदेश दिए।
मु बाई ने सु कियानक्सुन को सीढ़ियों पर देखा। वो जानती थी कि वो वहीं पर होगी। पहले भी जब भी वो उदास महसूस करती , वो अकेले यहीं पर छिप जाती थी ।
"कियानक्सुन , उदास मत हो । जिये जनता है कि तुमसे उससे कितना प्यार करती हो। " मु बाई ने आगे बढ़कर उसके कंधे पर हाथ रखा।
सु क़ियानक्सुन ने जोर से अपने चेहरे से आंसुओं को साफ़ किया। उसने अपने हाथ को अपनी छाती पर दबाया और पूछा ," डॉक्टर मु क्या आप ...मेरा एक काम करेंगे ?"