शेन बी रु से किताब लेकर एल्डर मो ने एक नज़र देखा और उसका पूरा शरीर कांपने लगाl
[यह...नामुमकिन होना चाहिए!]
"ठीक है, क्या और भी कुछ है जिसके बारे में तुम मुझसे परामर्श करना चाहती हो? यदि नहीं, तो मैं चलता हूँ!" जहाँग वान ने उनको देखा परेशानी उसके चहरे पर दिख रही थी l
[क्या ये दोनों पागल हैं?!]
यदि वे दोनों मुझसे परामर्श करना चाहते थे तो कोई मुश्किल सवाल करतेl फिर भी, उन्होंने ऐसे सवाल पूछे जिनके जवाब पहले से ही किताब में हैंl उसे तो इनका जवाब देने के लिए अपने दिमाग का प्रयोग भी नहीं करना पड़ाl कितना उबाऊ हैl
[सोचो ज़रा, इनमें से एक लाइब्रेरियन और एक्सपर्ट है और दूसरी एक प्रख्यात और लोकप्रिय गुरु....पुई! मेरे जैसे दूसरे पार से आये हुए आदमी से मुकाबला करने में असमर्थ, सच में उनका ज्ञान कम है!]
"यदि आप बुरा न मानें, एक और सवाल है जो मुझे परेशान किये हुए हैl 'की के चक्र को घुमाना, दस हज़ार कृतियों की झलक को दर्शाना' आप इसका क्या अर्थ निकलेंगे?"
अपने मन के अविश्वास को दबाते हुए एल्डर मो ने पूछना जारी रखाl
एक अन्य एल्डर ने उससे कुछ दिन पहले यह सवाल पूछा थाl उसके सवाल का वह जवाब नहीं दे पाया था और तब से वह सार संग्रह भवन की किताबों में इसका जवाब ढूंढ रहा था, लेकिन उसे जवाब नहीं मिला थाl अतः वह लाइब्रेरी से निराश ही लौट रहा थाl अब जब सामने वाले युवक ने कई सवालों का जवाब दे दिया था, तो वह इस सवाल को भी पूछने से खुद को नहीं रोक सकता था l
"तुम्हें इतना भी नहीं पता?" जहाँग वान ने उसको ऐसे देखा मानो किसी बेवकूफ को देख रहा होl "वह तो कल्टीवेशन का मूल है, ठीक है? इसका मतलब उस घटना से है, जिसमें, जब किसी की 'की' उसके शरीर में एक पूरा चक्कर लगा रही होती है, तब उसका मन पूरी दुनिया में घूम कर सृष्टि की रचना के सिद्धांत के बारे में सोच रहा होता है! ये शब्द सीनियर बाई मिंग की <<थ्योरीस ऑफ़ ब्लड एंड की>> में लिखी गयी हैंl यह किताब 27 वीं शेल्फ पर है और उसके 69 वें पन्ने पर इसकी व्याख्या की गयी है!"
'की' के एक चक्र में दस हज़ार सृष्टि के सिधान्तों का मनन करना' यह फाइटर 1 -डान कल्टीवेशन तकनीक की मैन्युअल में दी गयी दोषरहित सिखलाई थी, इसलिए जहाँग वान पर इसका बहुत असर पड़ा थाl होंग्तियन अकादमी के एक पूर्वज ने एक बार इसकी व्याख्या की थी, और उसने उस समय अधिक ध्यान दिया थाl तो क्यों एक एल्डर, जो कॉम्पेंडियम लाइब्रेरी का रखवाला भी है, ऐसा आसान सवाल उससे पूछेगा?
एल्डर मो ने तुरंत जवाब नहीं दिया और शेन बी रु की तरह सार संग्रह भवन में जल्दी से गयाl थोड़ी देर में उसे <<थ्योरीस ऑफ़ ब्लड एंड की>> किताब मिली. उसने उसे 69 वें पन्ने पर खोलाl उसका पूरा शरीर हिल गयाl
जैसा उसने बताया था बिलकुल वैसा ही था!
कुछ दिन पहले, उसे एल्डर ने कई अलग अलग गुप्त नियमावलियों में खोजा था लेकिन उसे कोई जवाब नहीं मिला थाl उसने सपने में भी नहीं सोचा था कि एक गुमनाम किताब में इसका जवाब मिलेगा!
ऐसी गुमनाम किताब... और वो भी इसने पढ़ी है, इतना ध्यान से कि ...उसे पृष्ठ संख्या भी याद है?
एल्डर मो को लगा कि दुनिया उसके चारों तरफ घूम रही है और सब कुछ अतर्कसंगत लग रहा हैl
यदि उसे अपनी छवि की चिंता न होती तो वह इस समय अपने बाल नोच रहा होताl
एक क्षण पहले, वह सामने वाले पर लाइब्रेरी में उपद्रव करने का इल्जाम लगा रहा थाl अंत में, वह न केवल किताबें ध्यान से पढ़ रहा था, बल्कि उसे उसमें लिखी हुई बातें भी याद थीl उसे अपने चेहरे पर तीखा डंक सा लगा और उसके लगा कि कहीं गड्ढा मिल जाए तो वह उसमें घुस जाएl
क्या यह वही गुरु है जिसने गुरु योग्यता परीक्षा में शून्य अंक प्राप्त किया था?
इतना ज्ञान होते हुए यदि जहाँग वान आखिरी हो सकता है तो क्या इसका मतलब यह नहीं है कि वह खुद तो शून्य अंक के लायक भी नहीं है?
"ठीक है, भविष्य में और किताबें पढ़नाl तुमने जो भी सवाल किये हैं उन सब के जवाब किताबों में हैं!" उनका चौंका हुआ चेहरा देख कर जहाँग वान ने गंभीर लहजे में कहाl फिर, अपना सिर हिलाते हुए बोला, "यदि और कुछ नहीं है तो मैं चलता हूँ!"
ऐसा कहकर उसने चलने के लिए अपने पैर उठायेl
उसे बहुत ही अधिक भूख लगी थीl यदि उसने जल्दी ही कुछ नहीं खाया तो वह भूख से बेहोश हो सकता थाl
"जहाँग वान लाओशी, मेरे लिए रुको..."
अब जाकर शेन बी रु होश में आई और जल्दी से जहाँग वान के पीछे चल दीl "तुम्हें और क्या चाहिए?" जहाँग वान ने थोडा गुस्सा होते हुए कहाl
[क्या यह औरत पागल है?
मैंने तुम्हारे सवालों का पहले ही जवाब दे दिया है! अब भी कुछ और है? क्या तुम्हें नहीं दिख रहा कि मैं भूखा हूँ और खाना चाहता हूँ?]
"मैंने भी अभी खाना नहीं खाया हैl क्या तुम मेरे साथ खाना खाना चाहते हो?" शेन बी रु ने अपने दांत पीसेl
वह अकादमी की प्रेम की देवी थीl कई आदमियों ने उसे खाने के लिए न्यौता दिया था लेकिन, उसने सबको मना किया थाl उसने शांग बिन के भी बहुत से प्रेम से भरे आवेदन अस्वीकार किये थेl
आज इस युवक ने उसके अंदर जिज्ञासा उत्पन्न की थी, इसलिए उसने उसको खाने का न्यौता दिया, ताकि वह उसके साथ समय बिताकर यह जान सके कि उसमें इतना बदलाव कैसे आयाl
"तुम चाहती हो कि मैं तुम्हें खाना खिलाऊं?" जहाँग वान ने उसे अजीब नज़रों से देखाl "तुम क्या सोच रही हो! यदि तुम खाना चाहती हो, तो अपने पैसों से खाओ! किसी की चमड़ी इतनी मोटी कैसे हो सकती है?"
[तुमने मुझसे सवाल पूछे, मैंने जवाब दे दियाl फिर भी तुम चाहती हो कि मैं तुम्हें खाना खिलाऊं?
तुम इतनी बेशर्म कैसे हो सकती हो?]
अपने पिछले जन्म में उसने कई 'एक्शन फिल्म्स' देखी थी,लेकिन फिर भी वह अंतर्मुखी थाl वह कभी किसी स्त्री के करीब नहीं था, तो उसे उसकी मंशा कैसे समझ आ सकती थी?
"तुम..." उस युवक की बात सुनकर, शेन बी रु मारे गुस्से के बेहोश ही होने वाली थीl
[मैं एक सुंदर महिला हूँ, ठीक है? सुंदर महिलाओं को विशेषाधिकार होते हैं!
कितने लोगों ने मेरे साथ खाना खाने की पेशकश की है और मैंने सबको मना किया हैl फिर भी, जब मैं तुम्हें पूछ रही हूँ, तो तुम मुझे ऐसे देख रहे हो जैसे मैं कोई राक्षस हूँ...
बेशर्म?!
बेशर्म तुम्हारा सिर!
क्या दुनिया में ऐसा भी कोई है जो एक इतनी सुंदर स्त्री को ऐसा बोलेगा?]
वह महिला पागल होने की कगार पर थीl
"ठीक है, मैं तुम्हें खाना खिलाती हूँ? मैं खिलाती हूँ!" अपने चांदी जैसे दांत पीसते हुए शेन बी रु बोलीl
"तुम, मुझे खिलाओगी?" जहाँग वान एक क्षण को रुकाl उसके पिछले जन्म में चूँकि वह अकादमी का सबसे नालायक गुरु था, उसकी कमाई बहुत कम थीl वैसे कोई उसे खाना खिलाये, यह इतनी बुरी बात भी नहीं थीl इसलिए, उसने अपना सिर हिलाया, " ठीक है, लेकिन मुझे एक अच्छा स्वादिष्ट भोजन चाहिएl मैं कोई साधारण मनटौस और पैनकेक्स नहीं खाउंगा!"
"..." शेन बी रु फिर पगलाने लगीl
[मनटौस और तले हुए पैनकेक्स? भाड़ में जाओ!]
"चलो!" वह कुछ और नहीं कहना चाहती थीl उसे डर था कि वो कुछ और बोली तो गुस्से से मर जाएगीl
लाइब्रेरी ऑफ़ हेवन्स पाथ, सबके कौशल की खामियां और मिंगमेन उसे दिखाती थीl लेकिन, वह एक स्त्री के मन में नहीं झाँक सकती थीl जहाँग वान इस बात
से अनभिज्ञ था कि होंग्तियन अकादमी की सबसे सुंदर महिला उससे इतना गुस्सा थी कि उसकी छोटी सी बात पर आग उगल सकती थीl
पगडण्डी पर, शेन बी रु के पीछे चलते हुए, जहाँग वान कैंपस के प्रवेश द्वार की ओर बढ़ाl
हालांकि, होंग्तियन अकादमी की रात का दृश्य उतना रंगीन नहीं था जितना उसके पिछले जन्म के स्कूल का था, लेकिन फिर भी चाँदनी में उत्कृष्ट लग रहा थाl प्राण उर्जा में लिप्त हुआ वातावरण बहुत ही शांत और सौम्य लग रहा थाl
पिछले जन्म में वह भीड़ भाड से घिरा था और हर ओर धुआं रहता थाl यहाँ की शान्ति से वह बहुत भिन्न थाl जहाँग वान अनजाने में ही इस मदमाती शान्ति में खो गयाl
आगे चलती हुई शेन बी रु ने सोचा शायद उसके पीछे चलता हुआ यह युवक इस अजीब शांति को तोड़ने के लिए कुछ बात करेगाl लेकिन, बहुत देर की चुप्पी के बाद, उसने पीछे मुड़कर देखाl
एक नज़र देखते ही, वह अचरज में पड़ गयीl
वह युवक चांदनी में चुपचाप चल रहा था, और चन्द्रमा की रोशनी में उसकी आकृति किसी निर्मल चित्र के समान प्रतीत हो रही थीl
"यह...यह... तो विल ऑफ़ माइंड २-डान, हार्ट ऑफ़ ट्रानक्विल वाटर' (दिमागी इच्छाएं2 डान ,सुस्थिर जल सा ह्रदय ) है?"
उसकी आँखें सिकुड़ गयीl
फाइटर्स अपनी केवल ज्हेंकी और शारीरिक शरीर ही कल्टीवेट नहीं करतेl उनके लिए अपने मन को काबू करना और भी अधिक महत्वपूर्ण थाl
जिसका मन जितना ताकतवर होगा, उनका अपने कल्टीवेशन पर उतना अधिक काबू होगाl नतीजन, उनका कल्टीवेशन और तेज़ी से बढ़ेगा, इसलिए वह भविष्य में और ऊंचाइयों पर पहुँच सकेगाl
बिलकुल यही कारण था कि एक्सपर्ट्स ने 'विल ऑफ़ माइंड'(दिमागी इच्छाओं) को अलग अलग स्तर में वर्गीकृत किया थाl
'हार्ट ऑफ़ ट्रानक्विल वाटर' २- डान रियल्म में थाl
युद्ध की तकनीक से अधिक मुश्किल मन को प्रशिक्षित करना थाl ऐसा कहा जाता था कि, पूरी अकादमी में केवल प्राचार्य ही उस स्तर तक पहुंचे हैंl शेन बी रु भी जिसे अद्वितीय गुणों का स्वामी माना जाता था, 20 साल की उम्र तक, फाइटर 5 - डान पिनाकल तक ही पहुँच पायी थी, जो कि जाने माने युवा प्रतिभाशाली बाई वान्ग्ये [2 ] के बाद था, और वह भी 'विल ऑफ़ माइंड 2 डान' से बहुत दूर थाl
पहले, उसने सोचा था कि किसी और के लिए इस स्तर पर पहुंचना मुश्किल होगा, लेकिन उसने सपने में भी नहीं सोचा था कि दूसरों की नज़रों में नालायक माने जाना वाला गुरु सच में उस ऊंचाई पर पहुँच जायेगा!
यदि उसने खुद नहीं देखा होता तो वह इस बात पर कभी यकीन नहीं करती!
[यह कैसे हो सकता है?
वह 'विल ऑफ़ माइंड 2 - डान है! उस ऊंचाई पर पहुंचना, फाइटर 6 -डान, 7 -डान से भी अधिक कठिन है!]
"क्या ऐसा हो सकता है...कि यह नालायक हो ही न,लेकिन यह... जानबूझकर गुरुयोग्यता परीक्ष में शून्य लाया हो, ताकि वह दूसरों के तिरस्कार और उपहास का प्रयोग अपने मन को और मज़बूत करने के लिये कर सके?"
अचानक, एक अजीब सा विचार उसके मन में आयाl
पहले, उसका जहाँग वान से अधिक काम नहीं पड़ा था, इसलिए वह उसके बारे में ज्यादा नहीं जानती थीl आज, उससे बात करके उसे पता चला, कि वह न केवल ज्ञानी है, अपितु वह 'विल ऑफ़ माइंड २- डान हार्ट ऑफ़ ट्रानक्विल वाटर' स्तर पर पहुँच चुका है!
वह वो स्तर थ जिसके बारे में बहुत लोग स्वप्न तो देखते हैं, लेकिन अपने जीवनकाल में पहुँच नहीं पाते!
लगता है इसके गुरु योग्यता परीक्षा का परिणाम झूठा थाl इसका असली मकसद, दूसरों के उपहास को शस्त्र बनाकर अपने मन को काबू करना था, ताकि यह'विल ऑफ़ माइंड 2 -डान' के रियल्म में पहुँच सकेl
उसे यह अविश्वसनीय लगा कि ऐसी 'विल ऑफ़ माइंड' वाला व्यक्ति, गुरु योग्यता परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर सकाl
"ह्म्फ, करते रहो दिखावाl देखना मैं कैसे तुम्हारा भेद खोलती हूँ!"
यह सोचकर कि कैसे वह इस व्यक्ति द्वारा बुद्धू बनायी गयी है उसने अपने दांत पीस लिएl
यह आदमी बहुत बुरा हैl वह दूसरों के सामने उसकी पोल खोलने काअवसर पाने के लिए वचनबद्ध थी!
[१] मनटौस - पावl उसका मतलब था कि वह कोई सस्ता स्ट्रीट फ़ूड नहीं खायेगाl
[२] वान्ग्ये , सम्राट द्वारा देश के राजकुमार को दी जाने वाली उपाधिl