webnovel

Where is life

Fantasy Romance
連載中 · 355 ビュー
  • 2 章
    コンテンツ
  • レビュー結果
  • N/A
    応援

What is Where is life

WebNovel で公開されている、Sadia_Asif_9432 の作者が書いた Where is life の小説を読んでください。Till when i start feeling life i found it no where but in me how............

概要

Till when i start feeling life i found it no where but in me how.........

あなたも好きかも

พลิกชะตา หมอเทวดาอันดับหนึ่ง

เฉิงเจียวเหนียงก็เป็นแค่เด็กสติไม่สมประกอบคนหนึ่งไม่ใช่หรือ แต่เหตุใดนางถึงได้รู้ว่าตัวเองไม่ใช่เฉิงเจียวเหนียง?' ภาพความทรงจำประหลาดมากมายปรากฏขึ้นมาในหัวของเด็กสาวคนหนึ่ง... ภาพของเฉิงเจียวเหนียง คุณหนูที่ถูกทอดทิ้งอยู่ในวัดเต๋า แต่จู่ๆ กลับมีเหตุการณ์ฟ้าผ่าครั้งใหญ่ใจกลางวัดจนทำให้นางสลบไป เมื่อฟื้นขึ้นมาอีกครั้งพบว่าแม้ร่างกายจะหายดีเป็นปกติ แต่ความทรงจำของนางกลับหายไปหมดสิ้น นางจึงตัดสินใจกลับมายังบ้านตระกูลเฉิงเพื่อตามหาความทรงจำที่แท้จริงของตัวเอง และระหว่างทางกลับบ้าน นางก็ค้นพบความสามารถพิเศษในการรักษาคน กระทั่งใช้ทักษะนี้ รักษาคนไข้จนเลี้ยงตัวเองได้และกลายเป็นที่เลื่องลือในฐานะ 'หมอเทวดา' ทว่าทันทีที่คนในตระกูลทราบข่าวการกลับมาของนาง พวกเขากลับมิได้ยินดีแม้แต่น้อย ...แต่ถึงอย่างไร ก็อย่าหวังว่านางจะเป็นเหยื่อให้ใครกลั่นแกล้งเหมือนเมื่อก่อน! และหากจะมีศึกใดที่น่าตื่นใจ... สำหรับนางแล้วก็เห็นจะเป็นศึกในบ้านตระกูลเฉิงหลังนี้นี่แหละ!

ซีสิง · 歴史
レビュー数が足りません
766 Chs

library of Hell's path

समता प्रेम नम्रता इमानदारी पवित्रता यह होते हैं मानवता के गुण मानवता इन्हीं गुणों का पालन हजारों और लाखों सालों से करते आ रहे हैं इन्हीं गुणों से मानव मानवता और मानवीय सभ्यता ने कई ऊंचे ऊंचे मुकाम हासिल किए पर यह सब तरक्की दैत्यों और दानवो से देखी नहीं गई उन्होंने छल कपट साम दाम दंड भेद की नीति अपनाते हुए मानव जाति और मनुष्य के बीच में नफरत के बीज बो दिए और फिर मनुष्य ने आपस में ही जंग करना शुरू कर दिया और इस कारण मानवता कमजोर हो गई और इसी कमजोरी का फायदा उठाते हुए राक्षसों और दैत्यों ने मानव जाति पर आक्रमण कर दिया और जब तक मानव जाति कुछ समझ पाती उसके पहले ही राक्षस पूरे मानव जाति के हुकुम शाह बन गए एक बार सत्ता हाथ में आ जाने के बाद उन राक्षसों ने मानव जाति पर अननवित अत्याचार किये उन्होंने मानव जाति के अपनी नफरत के कारण पूरी मानव जाति को अपना गुलाम बना दिया सारी मानव जाति एक वक्त के खाने के लिए भी तरसने लगी और इसी पेट की आग के चलते मानव जाति एक दूसरे पर हमला करने से भी पीछे नहीं हटने लगी किसी भी घर की औरतों और किशोर महिलाओं को वह राक्षस कभी भी उठाकर ले जाते और उन पर जबरदस्ती करके या तो उनको छोड़ देते यार फिर उन महिलाओं को मार कर उनको वह कच्चा ही खा लेते राक्षसों के अत्याचार के कारण पूरी दुनिया में त्राहि-त्राहि मत चुकी थी आखिरकार मानव जाति है देवों के देव महादेव की शरण में जाने का निर्णय लिया उन्होंने महादेव की भक्ति करना शुरू कर दिया मानवता ने 2000 साल तक महादेव की भक्ति की आखिरकार मानवता की उनकी भक्ति के कारण वह खुश हो गए और वह धरती पर प्रकट हुए धरती पर प्रकट होते हैं उनकी आंख गुस्से से लाल हो गई अपने भक्तों की ऐसी दुर्दशा देखकर उनकी आंखों से गुस्से की धधकती ज्वाला उठने लगी आखिरकार उन्होंने अपनी तीसरी आंख खोली और उन्होंने तांडव नृत्य शुरू कर दिया वह जैसे-जैसे तांडव नृत्य करते गए वैसे वैसे उनके शरीर से अलग अलग मानवी और पशुओं की आकृति बाहर निकलती गई और वह आकृतियां दुनिया में मौजूद सारे दानव और राक्षसों का सफाया करने लगी वह जैसे जैसे तांडव नृत्य करते गए वैसे वैसे इस दुनिया में मौजूद सारे राक्षस और दानव मरते गए उनके तांडव नृत्य को देखने के लिए सारी मानवता उनके सामने उनके दर्शन करने खड़ी हो गई महादेव के शरीर से निकली हुई उन आकृतियो ने सारे दैत्यों और राक्षसों के बीच में हाहाकार मचा दिया था और वह अपनी जान बचाने के लिए यहां-वहां भागने लगे पर वह कितना भी कुछ क्यों ना करते पर वह सारे महादेव के प्रकोप से बच ना सके उन्होंने राक्षसों के सारे राजा महाराजाओं को मार दिया उन्हीं राक्षसों में एक 4 महीने का बालक था जिनके माता-पिता को उसकी आंखों के सामने उन आकृतियों ने मार डाला अपने माता-पिता को ऐसे असहाय मरता हुआ देखकर उस बच्चे के मन में मानवता और महादेव के प्रति गुस्से की धधकती ज्वाला जल उठी अपने माता-पिता के शव के सामने वह राक्षस बालक रेंगता गया उन शवों को देखकर उसकी आंखों से आंसू छलक पड़े और वह अपनी आंखों में आसूं लिए हुए महादेव की तरफ देखने लगा असहाय बालक को देखकर महादेव को भी उस पर दया आ गई और उन्होंने उस बालक को क्षमा करने का निर्णय लिया उन्होंने उस बालक के आंखों में अपने खुद के प्रति नफरत के भाव को भी देखा था एक नवजात बालक की हत्या करने को महादेव का मन राजी नहीं हुआ और उन्होंने उसे जीव दान देने का निर्णय लिया वैसे भी वह इस दुनिया में सिर्फ अकेला ही दानव बच गया था सारे दानवो के खत्म होने के बाद महादेव इस दुनिया से फिर से अदृश्य हो गए पर इस दुनिया में एक दानव बालक अभी भी जिंदा था और वह भी मानवता के प्रति अपनी प्रतिशोध की अग्नि के साथ उसने घने जंगलों में पनाह ले ली और अपने शरीर के अंगों को काट काट कर फिर से राक्षस जाति को बढ़ाने लगा महादेव के तांडव नृत्य से प्रेरणा लेकर उसने अपने कबीले का नाम तांडव कबीला रख दिया और फिर से उन्ह राक्षसो ने मानव जाति के बीच में घुसपैठ करना शुरू कर दी उन्होंने कई सारी अलौकिक शक्तियां फिर से हासिल की और फिर उनको पता चला कि दुनिया में एक राजकुमार के पास महादेव का आशीर्वाद है और उसका जन्म दुनिया में से राक्षसों को फिर से खत्म करने के लिए हुआ है तो उसके शरीर को उन्होंने नींद में ही आत्मा विहीन कर दिया राक्षसों ने मान लिया कि उनका दुश्मन खत्म हो गया है पर उस राजकुमार ने 900 सालों बाद फिर से एक दूरस्थ देश के एक अनाथ कमजोर लड़के का शरीर धारण कर लिया क्या एक अनाथ लड़का एक कमजोर शरीर के साथ सच में राक्षसों का सामना कर पाएगा या फिर वह फिर से राक्षसों के छल का शिकार बन जाएगा जानने के लिए पढ़ते रहिए कहानी मेरी सच्चाई (यह कहानी समानांतर दुनिया में एक कल्पनाविलास है)

Raging_dragons · 軍事
レビュー数が足りません
137 Chs

レビュー結果

  • 総合レビュー
  • テキストの品質
  • リリース頻度安定性
  • ストーリー展開
  • キャラクターデザイン
  • 世界観設定
レビュー

応援

empty img

もうすぐ入荷

この本の詳細

報告