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college se phone call

अब तक,

अदावन अपनी कार में बैठा लैपटॉप पर एक मीटिंग अटेंड कर रहा था! क्योंकि वो यूनिवर्सिटी जाने की वजह से लेट हो चुका था..! जिसकी वजह से उसे लैपटॉप पर मीटिंग अटेंड करना पड़ा! वही ड्राइवर बड़े ध्यान से कार को ड्राइव कर रहा था..! ताकि अदावन को मीटिंग में कोई डिस्ट्रूबेंस ना हो! वरना उसकी जॉब जानी पक्की। 

अब आगे,

कुछ ही घंटे में अदावन और श्याम ऑफिस पहुंच गए! जिसके बाद ड्राइविंग ने दोनो को ऑफिस गेट पर छोड़ा और खुद गाड़ी ले पार्क करने चला गया। अदावन को देखते ही गेट पर खड़े गार्ड ने जल्दी से गुड मॉर्निंग विश किया और साइड खड़ा हो गया! अदावन ने गार्ड और उसके गुड मॉर्निंग, दोनों को इग्नोर किया और अपने सनग्लास लगा अंदर चला गया... अदावन  के पीछे ही श्याम भागते हुए अंदर चला गया! 

जैसे ही अदावन के कदम ऑफिस में पड़े की सभी एम्पलॉय अपनी अपनी जगह से उठ खड़े हुए और उसे गुड मॉर्निंग विश  करने लगे! हर बार की तरह इस बार भी अदावन ने उनकी गुड मॉर्निंग को इग्नोर किया और अपने लिफ्ट में चला गया। श्याम भी उसके पीछे ही लिफ्ट के अंदर चला गया और 13th फ्लोर का बटन प्रेस कर दिया। 

 अदावन  के जाते ही सभी एम्प्लॉय अपनी अपनी जगह पर बैठ गए और उसकी बुराई करने लगे! क्योंकि अदावन  सच में बहुत खडूस और इगोस्टिक इंसान था! जिसे सिर्फ अपने से मतलब था बाकी किसी से नहीं। 

चारो लड़को को अच्छे से धोने के बाद शिवानी ने पेमेंट की और अराना को ले घर के लिए निकल गई! क्योंकि उन्हे घर से बाहर आए हुए काफी वक्त हो चला था... और अगर इससे  भी ज्यादा लेट हुआ तो.. दोनो की शामत आ जाती।। दोनों को अभी ऑटो में बैठे  कुछ ही देर हुआ था की इतने में अराना का फोन रिंग करने लगा! फोन के अचानक रिंग करने से अराना एकदम से डर गई और चिल्ला दी! जिसे सुन ऑटो वाला भी पीछे मुड़ देखने लगा! जिसे देख शिवानी बोल बड़ी, "अरे भइया....! आगे देख के चलाओ ना.. वरना एक्सीडेंट हो जायेगा और फिर तीनो हॉस्पिटल में! और तू फोन की आवाज सुन चिल्लाई क्यू! जैसे कोई बॉम्ब का सायरन सुन लिया हो"??? 

अराना–"यार ये फोन अचानक से रिंग करने लगा! जिसकी आवाज सुन मैं एकदम से डर गई और चिल्ला दी,,, सॉरी।"

क्या यार अराना,,, जब तू इतनी सी आवाज से डर जायेगी तो कॉलेज में कैसे बचेगी! क्योंकि वहा तो सीनियर अपने जूनियर की अच्छी खासी रैगिंग करते हैं और तरस भी नही खाते ,,, और वहा  के प्रोफेसर तो पूछो ही मत"। 

ओए शिवानी की बच्ची,,,, मुझे डरा क्यू रही है.... और तुझे ये सब कैसे पता! तू भी मेरे साथ ही कॉलेज जाएगी"??? अराना की बात पर शिवानी बस मुस्कुरा के रह गई और अराना को उसका फोन उठाने को कहा... क्योंकि उसका फोन बहुत देर से रिंग कर रहा था। अराना ने भी आगे कुछ नही कहा और फोन उठा लिया...! जो किसी अननोन नंबर से था! 

अननोन पर्सन–"हेलो...! क्या मेरी बात अराना शर्मा से हो रही है। उस अनजान शख्स से हा बोल दिया! अराना की हा सुन उसने आगे बात जारी रखते हुए बोला! देखिए आज जो इवेंट था उसमे टॉपर को कुछ गिफ्ट मिलने वाला था... बट आप इस इवेंट में नही थी इसलिए आपसे गुजारिश है की कल आप अपने डॉक्यूमेंट के साथ गिफ्ट भी ले जाएं और आपकी क्लासेज कल सुबह 8:00 बजे से लगेंगी"। ये बोल उस पर्सन ने फोन काट दिया और अराना बस फोन देखती ही रह गई। 

अराना को ऐसे फोन की तरफ घूरता देख शिवानी ने उसका हाथ हिला दिया और बोली, "ओ महारानी...! आपके किस राजकुमार का फोन था जो आप उसकी बातो में ही खो गई! जरा हमे भी बताइए की आपके उस राजकुमार ने क्या मीठी मीठी बाते की है"। शिवानी की बताओ पर अराना ने उसे घूर के देखा और उसे फोन के बारे में बताने लगी। जिसे सुनने के बाद अब शिवानी को गोलगप्पे खाने महंगे पड़े! वरना आज उसे भी सबके सामने ट्रॉफी और गिफ्ट मिलता और वो शो ऑफ कर सकती! लेकिन सब बरबाद हो गया..! खेर जो होना था सो तो हो गया! अब सब कल का इंतजार था। 

ऐसे ही बाते करते करते दोनो का घर भी आ गया! जिसके बाद अराना ने किराया दिया और शिवानी को कल मिलने का कह अपने घर की तरफ बढ़ गई! अराना के जाते ही शिवानी भी अपने घर की तरफ चली गई। 

ऑफिस में...

थोड़ी ही देर में अदावन का फ्लोर आ गया और वो अपने केबिन की तरफ बढ़ गया! साथ ही श्याम भी उसके पीछे चल दिया, क्योंकि उसे अदावन को शेड्यूल भी बताना था! केबिन में जा अदावन सीधा अपने बॉस की चेयर पर बैठ गया और श्याम उसे शेड्यूल बताने लगा! आज का शेड्यूल बहुत बिजी होने वाला था... क्यूंकि अदावन की आज एक साथ पांच मीटिंग थी.... जिसे अटेंड करते करते सुबह से रात हो जाती! लेकिन वो रात होने के डर से काम छोड़ भी नही सकता था! इसलिए उसने श्याम को प्रिपरेशन करने को बोला और खुद अपना लैपटॉप खोल उसके टाइपिंग करने लगा। 

एक रॉयल विला..., जिसके चारो तरफ पेड़ पौधे और रंग बिरंगे फूल लगे थे! जिससे वो विला सिंड्रेला के महल जैसा लग रहा था! विला के ऊपर लाइट स्काई ब्लू कलर का पेंट हो रखा था! जो उसे सच में एक सिंड्रेला के महल जैसा बना रहा था! विला के बाहर दो बॉडीगार्ड और दो गार्ड पहरा दे रहे थे! वही विला के अंदर घुसते ही कॉर्नर में एक रूम जैसा बना था! जो शायद गार्ड के लिए बनवाया गया था... ताकि गार्डस आने जाने वाले लोगो पर ध्यान रख सके। विला के सीधा अंदर जाते जी दो फाउंडेशन बने थे... जिसमें कुछ मछलियां भी तैर रही थी और उनके पास रखे फूलो में से बहुत अच्छी खुशबू आ रही थी! देखने में वो सारे फूल कही बाहर से मगाये हुए लग रहे थे। आगे जाने पर एक बड़ा सा डोर था.. जो विला के अंदर जाने का मैन रास्ता था। 

विला के अंदर दो बुजुर्ग लोग सोफे पर बैठे अखबार पढ़ रहे थे! इतने में वहा एक लड़की आ गई और दोनो के हाथ से अखबार छीन किया और उन्हें घूरने लगी! अचानक किसी के अखबार छिनने से दोनो बुजुर्ग ऊपर देखने लगे...,, सामने वाले इंसान को देखते हुए दोनो के चेहरे पर एक बड़ी सी स्माइल आ गई। और वो सीधे बैठ गए। 

दोनों बुजुर्ग को स्माइल करते देख वो बोल पड़ी, "दादा जी और नाना जी...! मैने आपसे बोला था ना की आज घूमने चलेंगे,,, फिर आप दोनो अभी तक रेडी क्यू नही हुए,, बोलिए"।

अरे बेटा...! हम तो तैयार ही थे... लेकिन तुम्हारे उस खडूस भाई ने कही जाने से मना कर दिया! बोल रहा था की बिना किसी सिक्योरिटी के आप दोनो बाहर नही जाएंगे! अब बताओ कही घूमने जाने के लिए भी कोई सिक्योरिटी गार्ड लेकर जाता है"??? 

दोनों की बात सुन वो लड़की मुंह फुला के वही बैठ गई और अपना फोन निकाल अदावन को फोन लगा दिया। एक रिंग दो रिंग...! लेकिन किसी ने फोन नही उठाया! जिसे देख उसने फिर से फोन लगा दिया...! ये सोच की क्या पता इस बार कोई फोन उठा ले! लेकिन इस बार किसी ने फोन नही उठाया। वही दूसरी तरफ जैसे ही अराना ने अपने कदम घर में रखे की उसके पैरो पर एक बॉल आ लगी! अचानक बॉल लगने से मन्नू संभल नही पाई और नीचे गिर गई..! जिसकी वजह से उसकी चीख निकल गई और वो एकदम से चिल्ला दी, "समययययययय्य"...…...! 

किसने बॉल मारी होगी अराना को और ये समय कोन है??? क्या अदावन उन तीनो को बाहर जाने की परमिशन देगा.... वो भी बिना गार्ड के???

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