webnovel

Poem No 10 तुम्हारी आहट सुनाई दी है

तुम्हारी आहट सुनाई दी है

बताओ तुम कहाँ हो

एक लहर सी उठ रहा है दिल में

मुलाक़ात का वक़्त हुआ है

दिल तड़प रहा है बेचैन से

अब नहीं सह पाउँगा मैं

तुम्हारी आहट सुनाई दी है

बताओ तुम कहाँ हो

---Raj

次の章へ