वो अपनी कुर्सी के पास वापस आ गया, उसने दूर के कैथेड्रल की घंटी बजने की आवाज फिर सुनी। झोउ मिंगरुई के धीरे से उठने से पहले वो घंटी सात बार बजी। वो कपबोर्ड के सामने गया और अपने कपड़े बाहर निकाले।
एक काली बनियान से मैच करता हुआ सूट, ट्रॉउजर जो उसके पैरों पर टाइट थे और एक हैट, ये सब देखकर झोउ मिंगरुई को लगा जैसे वो विक्टोरिया के जमाने का कोई इंग्लिश ड्रामा देख रहा हो।
उसने एकदम से टेड़ी मुस्कान के साथ सिर हिलाया और धीरे से कहा, "मैं इंटरव्यू के लिए नहीं जाऊंगा। मुझे सिर्फ लक एन्हांसमेंट रिचुअल के लिए सामान खरीदना है..."
क्लेन अपने होने वाले इंटरव्यू के लिए इतना चिंतित था कि वो सहज हो गया। जब वो ज्यादा फोकस नहीं कर पाता था, तो वो आदतन अपने एकमात्र अच्छे कपड़े पहन लेता था।
गहरी सांस लेने के बाद, झोउ मिंगरुई ने अपना सूट और बनियान उतारी, और उसकी जगह भूरे-पीले रंग का कोट पहन लिया। यहां तक कि उसने अपनी हैट भी बदलकर, उसी रंग की एक गोल किनारे वाली हैट पहन ली।
कपड़े पहनकर, वो पलंग के किनारे पहुंचा और उसने एक चौकोर तकिया उठाया। वो अपने हाथ को नीचे की ओर एक छेद में ले गया और एक दूसरी लेयर तक पहुंचने से पहले अपने हाथ को वहीं चारों ओर घुमाता रहा।
जब वो अपने दाहिने हाथ को पीछे हटा रहा था, तो उसकी हथेली में नोटो का एक रोल आया। उसमें हल्के गहरे हरे रंग के करीब आठ नोट थे।
वो बेंसन के बचत के पैसे थे। उन पैसों में आने वाले तीन दिन के रहने-खाने का खर्चा भी था। उनमें दो नोट पांच- सोली नोट थे और बाकी के एक-सोली नोट थे।
लोइन किंगडम के करेंसी सिस्टम में, सोली दूसरे स्थान पर था। उसकी उत्पत्ति प्राचीन चांदी के सिक्कों से हुई थी। एक सोली 12 कॉपर पेंस के बराबर था। उसके डेनोमिनेशन एक और पांच सोली के थे।
करेंसी सिस्टम के सबसे टॉप पर गोल्ड पाउंड थे। वो कागज के भी बने होते थे लेकिन सोने की गारंटी देते थे और स्थिर रहते थे। एक गोल्ड पाउंड 12 सोली के बराबर था। वो एक, पांच और दस गोल्ड पाउंड के डेनोमिनेशन में उपलब्ध था।
झोउ मिंगरुई ने एक नोट खोला और उसकी अनोखी इंक को सूंघा।
ये धन की मेहक है।
शायद ये क्लेन की यादों या धन के लिए उसकी लगातार इच्छा का नतीजा था, झोउ मिंगरुई को अचानक उन नोटों से प्यार हो गया।
इसकी डिजाइन कितनी खूबसूरत है। इसमें पुराने फैशन के जॉर्ज ।।। और उनकी दो मूंछे कितनी आकर्षक नजर आ रही हैं।
नोट को सूरज की रोशनी में रखने से उसमें बना वॉटरमार्क भी देखा जा सकता है। नोट पर बने एंटी-काउंटरफीट लेबल की बेहतरीन डिजाइन उसे बाकी नकली और फैंसी नोटों से अलग बनाती है।
झोउ मिंगरुई दो एक-सोली के नोटों को निकालने से पहले एक मिनट तक उसे निहारता रहा। उसने बाकी के बचे नोटों को रोल करके वापस उस तकिए की छुपी हुई लेयर में रख दिया।
छेद के आसपास के कपड़े को ठीक करने के बाद, झोउ मिंगरुई ने रोल से निकाले गए दो नोटों को अच्छे से फोल्ड करके अपनी भूरी-पीली जैकेट की बाईं जेब में रख लिया। अपने ट्रॉउजर में रखे कुछ पेंस को नोटों से अलग किया। ये सब करने के बाद, उसने अपनी दाहिनी जेब में चाबी रखी और गहरे भूरे रंग का पेपर बैग उठाकर जल्दी से दरवाजे की ओर बढ़ने लगा।
उसके तेजी से बढ़ने वाले कदम एकदम से धीमे हो गए और रूक गए।
झोउ मिंगरुई दरवाजे पर खड़ा था और समझ नहीं पा रहा था कि उसे कब निकलना चाहिए।
क्लेन का सुसाइड अजीबोगरीब तरह से हुआ था। अगर वो ऐसे ही बाहर निकल गया तो क्या वो किसी मुश्किल में पड़ सकता है ?
कुछ गहरे विचार करने के बाद, झोउ मिंगरुई वापस डेस्क पर आया और ड्रॉवर खोली। फिर उसने चमकती पीतल की रिवॉल्वर निकाली।
अपने बचाव के लिए वो इसी हथियार के बारे में सोच पाया, और बचाव के लिए उस हथियार में काफी ताकत थी !
हालांकि, उसे रिवाल्वर चलानी नहीं आती थी, लेकिन वो किसी को भी डराने के लिए काफी थी !
रिवॉल्वर को नोट वाली जेब में रखने से पहले रिवॉल्वर के ठंडे मेटल पर हाथ फेरा। उसकी उंगलियां बंदूक के हैंडल पर थीं इसलिए उसने पैसे अपनी हथेली में दबा लिए। वो बंदूक पूरी तरह से छुपी हुई थी।
उसने थोड़ा सुरक्षित महसूस किया, लेकिन उसे एक चिंता सता रही थी।
अगर मुझसे मिसफायरिंग हो गई तो ?
इस तरह का विचार आने के बाद, झोउ मिंगरुई ने तुरंत एक उपाय सोचा। उसने रिवॉल्वर निकाली और उसका सिलिंडर खोला। फिर उसने वो खाली जगह, जो सुसाइड का कारण थी, को पहले रखकर बंदूक का सिलिंडर बंद कर दिया।
इस तरह से, अगर मिसफायर भी होता है, तो वो खाली जाएगी !
रिवॉल्वर को वापस जेब में रखने के बाद, झोउ मिंगरुई ने अपना बायां हाथ वहीं रखा।
अपने दाहिने हाथ से उसने अपनी हैट ठीक की और निकलने के लिए दरवाजा खोला।
दिन के समय में कॉरिडोर में ज्यादा उजाला नहीं होता था क्योंकि कॉरिडोर के आखिर में बनी खिड़की से बहुत कम सूरज की रोशनी अंदर आ पाती थी। झोउ मिंगरुई तेजी से सीढ़ियों से उतरा और अपार्टमेंट से बाहर निकल गया।
वो जुलाई का महीना था, लेकिन उसे फिर भी गर्मियों के बीच का समय माना जाता था। हालांकि, टिंजन शहर लोइन किंगडम के उत्तरी भाग में था, इसलिए वहां का मौसम थोड़ा अलग रहता था। वहां का सबसे ज्यादा तापमान 30 डिग्री सेल्सियस भी नहीं होता था, साथ ही ठंडी सुबह होती थीं। हालांकि, वहां की सड़कें गंदे पानी और कबाड़ से भरी हुई थीं। क्लेन की यादों के मुताबिक, सीवर होने के बावजूद, कम-आय वाले समुदायों में ऐसा दृश्य आम बात थी। आखिरकार, वहां बहुत सारे लोग थे और लोगों को जिंदा रहने की जरूरत थी।
"आओ और हमारी स्वादिष्ट भुनी हुई मछली खाओ !"
"गरमागरम और ताजा ओएस्टर सूप। सुबह एक कटोरी पिएं और पूरा दिन एनर्जी से भरा महसूस करें!"
"सिर्फ पांच पेंस में लें पोर्ट से आई हुई ताजी मछली का एक पीस !"
"मफिन्स और ईल सूप का कॉम्बिनेशन एकदम परफेक्ट है !"
"शहर के बाहर के खेत से आई हुई ताजी सब्जियां। सस्ती और ताजी !"
सब्जी, फल और गर्म खाना बेच रहे फेरीवाले चिल्लाते हुए सड़कों से गुजर रहे पैदल चलने वालों को सामान खरीदने के लिए रोक रहे थे। कुछ लोग रूककर सामान खरीदने से पहले उसे अच्छे से कंपेयर भी कर रहे थे। वहीं कुछ अपना हाथ हिलाते हुए आगे बढ़ जा रहे थे, क्योंकि उन्हें दिन के लिए काम ढूंढना था।
झोउ मिंगरुई ने वहां की हवा को सूंघा जिसमें अच्छी और बुरी दोनों तरह की सुगंध थी। उसने अपने बाएं हाथ से रिवॉल्वर को कसकर पकड़ा, जिससे नोट भी दब गए। दाहिने हाथ से अपनी हैट को ठीक करते हुए वो उस भीड़ भरी सड़क से गुजरा, वो थोड़ा झुककर चल रहा था।
इतनी आबादी वाले इलाके में चोरों का होना भी तय था। इसके अलावा, इस जगह में गरीब लोगों की कमी नहीं थी जोकि नौकरी से निकाले जाने के बाद पार्ट टाइम काम कर रहे थे। वहां कुछ भूखे बच्चे भी थे जिनका शोषण बड़े लोग अपना काम निकलवाने के लिए करते थे।
कुछ समय तक चलने के बाद वो ऐसी जगह पर पहुंचा जहां भीड़ कम हो गई। तब जाकर उसने अपनी पीठ सीधी की और सिर ऊपर करके उस सड़क को देखा।
वहां एक इंसान गाना बजा रहा था। वो धुन कभी अच्छी लग रही थी, तो कभी बुरी।
उसके बगल में पुराने कपड़े पहने कुछ बच्चे थे जिनका रंग कुपोषण की वजह से पीला हो गया था।
वो उसके गाने को सुनकर नाच रहे थे। उनके चेहरे इतने खुश नजर आ रहे थे जैसे वो कहीं के राजा हों।
फिर उसके बगल एक महिला गुजरी, उसकी स्कर्ट बहुत गंदी और स्किन डल थी।
उसकी नजरे भी सुस्त थीं। जब उसने उन बच्चों को देखा तब उसके चेहरे पर हल्की मुस्कान आई। ऐसा लग रहा था उसने खुद को तीन दशक से देखा ना हो।
झोउ मिंगरुई ने उसे नजरअंदाज किया और सिमरीन बेकरी पर रूकने से पहले दूसरी सड़क की तरफ मुड़ गया।
उस बेकरी की मालिक एक 70 साल से ज्यादा की बूढ़ी महिला थी, जिसका नाम वेंडी सिमरीन था। उसके सारे बाल सफेद थे और चेहरे पर हमेशा दयालु मुस्कान रहती थी। क्लेन की यादों की शुरुआत में, ये हमेशा ब्रेड और पेस्टरी बेचती थीं।
ओह, ये जो टिंजन बिस्कुट और लेमन केक बेक करती हैं वो बहुत स्वादिष्ट होते हैं ...
झोउ मिंगरुई ने अपने मुंह में आए पानी को गटका और मुस्कराया।
"मिसेस सिमरीन, मुझे आठ पाउंड रे ब्रेड चाहिए।"
"ओह, क्लेन, बेंसन कहां है? अभी तक वापस नहीं आया?" वेंडी ने मुस्कराते हुए पूछा।
"कुछ दिनों में आ जाएगा," झोउ मिंगरुई ने जवाब दिया।
जैसे ही वेंडी ने रे ब्रेड उठाई, उसने आह भरी। "वो बहुत ही मेहनती लड़का है। उसे जरूर अच्छी पत्नी मिलेगी "
ये बोलते ही, उन्होंने चंचलता से बोला, "अब सब अच्छा है। तुमने ग्रेजुएशन कर ली है। तुम खोय यूनिवर्सिटी से हिस्ट्री ग्रेजुएट हो - तुम भी जल्द पैसा कमाने लगोगे। जिस अपार्टमेंट में फिलहाल तुम रह रहे हो फिर उसमें मत रहना। कम से कम, घर में खुद का बाथरूम तो होना ही चाहिए।"
"मिसेस सिमरीन, आप आज भी जवान और एनर्जी से भरपूर रहती हैं।" झोउ मिंगरुई उनकी सभी बातों का ये जवाब दिया।
अगर क्लेन इंटरव्यू पास करके टिंजन यूनिवर्सिटी में लेक्चरर बन जाता है, तो सच में उनके परिवार का स्टेटस ऊपर उठ जाएगा।
क्लेन की यादों में, उसका मन शहर से थोड़ा दूर एक बंगला किराए पर लेने का था। उसमें पांच या छह कमरे, दो बाथरूम, ऊपर एक बड़ी सी बालकनी, एक डाइनिंग रूम, एक लिविंग रूम, एक किचन और अंडरग्राउंड स्टोर रूम।
उसका ये सपना नामुमकिन था। टिंजन यूनिवर्सिटी में प्रोबेशन पीरियड में चल रहे एक लेक्चरर को भी हफ्ते के दो गोल्ड पाउंड मिलते होंगे। प्रोबेशन पीरियड के बाद, सैलरी बढ़कर तीन गोल्ड पाउंड और दस सोली हो जाती होगी। उसे पता होना चाहिए कि कई साल तक काम करने के बावजूद, उसके भाई, बेंसन, हफ्ते में सिर्फ एक पाउंड और दस सोली ही कमा पाता था। फैक्ट्री में काम करने वाले आम वर्कर्स को तो एक पाउंड भी नहीं मिलता था। और एक बंगले का किराया करीब 19 सोली से लेकर एक पाउंड और 18 सोली तक हो सकता है।
"ये महीने में तीन से चार हजार युआन और 14 से 15 हजार युआन कमाने जितना ही फर्क था..." झोउ मिंगरुई ने खुद से बड़बड़ाया।
हालांकि, ये सब तभी मुमकिन थी जब वो टिंजन यूनिवर्सिटी या बकलुंड यूनिवर्सिटी का इंटरव्यू पास कर ले।
वहां नौकरी के ज्यादा अवसर नहीं थे। जिन लोगों का कोई जुगाड़ नहीं होता था उन्हें सरकारी नौकर बनने का रिकमेन्डेशन भी नहीं मिलता था। और जिन्होंने हिस्ट्री पढ़ी होती थी उनके लिए नौकरी के अवसर और कम हो जाते थे। एरिस्टोक्रेट्स, बैंक या इंडस्ट्रियल मैग्नेट्स में प्राइवेट कंसल्टेंट्स की ज्यादा मांग नहीं थी।
इस बात का ध्यान रखते हुए कि क्लेन ने जो पढ़ाई की थी वो पूरी नहीं थी, झोउ मिंगरुई को मिसेस सिमरीन की उम्मीदें देखकर बुरा महसूस हुआ।
"नहीं, मैं हमेशा से ही जवान थी," वेंडी ने मजाकिया अंदाज में जवाब दिया।
बोलते हुए, उन्होंने तौलकर 16 रे ब्रेड उस भूरे कागज के बैग में पैक की जो झोउ मिंगरुई अपने साथ लेकर आया था। उन्होंने अपना दाहिना हाथ बढ़ाया और कहा, "नौ पेंस। "
हर रे ब्रेड का करीब आधा पाउंड वजन था।
"नौ पेंस ? दो दिन पहले इसकी कीमत 11 पेंस नहीं थी ? झोउ मिंगरुई ने पूछा।
पिछले महीने से पहले इसकी कीमत 15 पेंस हुआ करती थी।
"तुम्हें उन लोगों को धन्यवाद कहना चाहिए जिन्होंने सड़कों पर आकर ग्रेन एक्ट को हटाने का विरोध किया था," वेंडी ने कंधे उचकाते हुए कहा।
झोउ मिंगरुई ने बिना जानकारी के सिर हिला दिया। इस बारे में क्लेन की यादें अधूरी थीं। उसको सिर्फ ये याद था कि डोमेस्टिक एग्रीकल्चर प्रोडक्ट्स के दामों को बचाने के लिए ग्रेन एक्ट बनाया गया था। जैसे ही एक लेवल तक दाम बढ़ते थे, दक्षिण के देशों से जैसे फेनापॉटर, मसिन, लेनबर्ग से ग्रेन का इम्पोर्ट रोक दिया जाता था।
लोगों ने इस एक्ट का विरोध क्यों किया होगा ?
ज्यादा कुछ ना बोलते हुए, झोउ मिंगरुई ने रिवॉल्वर छुपाते हुए ध्यान से जेब से नोट निकाले और एक मिसेस सिमरीन को दिया।
उन्होंने उसे तीन कॉपर पेंस वापस किए। पेंस को उसने अपनी ट्रॉउजर की जेब रखा और ब्रेड वाला पेपर बैग उठा और सब्जी और मीट की मार्केट की ओर बढ़ा। मटन और मटर का स्टू खाने के लिए उसे काफी मेहनत करनी पड़ रही थी, जोकि उसकी बहन ने लाने को कहा था।
आयरन क्रॉस स्ट्रीट और डैफोडिल स्ट्रीट के बीच एक म्युनिसिपल स्क्वायर था। वहां कई टेंट लगे हुए थे, और कुछ जोकर अजीबोगरीब कपड़े पहनकर आते-जाते लोगों को पर्चे बांट रहे थे।
"कल रात यहां सर्कस होने वाला है?" झोउ मिंगरुई आते-जाते लोगों के हाथ में पर्चे देखकर उसमें से पढ़ने की कोशिश कर रहा था।
मेलिसा को ये जरूर पसंद आएगा। हालांकि, इसकी एंट्री फीस कितनी है?
इस विचार के साथ, झोउ मिंगरुई और करीब गया।
जैसे ही वो लाल-पीले चेहरे वाले जोकर की ओर पूछने के लिए बढ़ा, उसे अपने बगल से एक महिला की आवाज सुनाई दी।
क्या तुम अपना भविष्य देखना चाहोगे ?"
झोउ मिंगरुई ने अपना सिर घुमाया और देखा कि एक महिला नुकीली टोपी और लंबी काली ड्रेस पहनकर एक छोटे से टेंट के सामने खड़ी है।
उसके चेहरे पर लाल-पीला पेंट लगा हुआ था और उसकी आंखें भूरी-नीले रंग की थीं।
"नहीं," झोउ मिंगरुई ने जवाब देते हुए अपना सिर हिलाया। उसके पास भविष्य देखने के लिए पैसे नहीं थे।
वो महिला हंसी और बोली, "मेरी टैरो भविष्यवाणी बहुत सटीक रहती है।"
"टैरो..." झोउ मिंगरुई हक्का-बक्का रह गया।
उसका उच्चारण पृथ्वी वाले टैरो कार्ड्स जैसा था !
और पृथ्वी पर टैरो कार्ड्स को भविष्य देखने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। उन कार्ड्स पर कुछ तस्वीरें बनी होती थीं जो भविष्य में होने वाली चीजों के संकेत देती थीं।
रूको... उसने दुनिया में टैरो उत्पत्ति को याद किया।
उसकी उत्पत्ति सात रूढ़िवादी भगवानों या प्राचीन परम्परों से नहीं हुई थी। बल्कि, इसे 170 साल से भी पहले उस जमाने के इंटिस रिपब्लिक के कॉन्सुल, रोजोल गुस्ता, ने बनाया था।
मिस्टर रोजैल ने स्टीम इंजन बनाया था, नावों का चलना बेहतर किया था। उन्हें इंटिस किंगडम में गॉड ऑफ क्राफ्टमैनशिप के नाम से भी जाना जाता था। वो इंटिस रिपब्लिक के पहले कॉन्सुल भी बने थे।
बाद में, उन्होंने कई देशों पर हमला किया और लेनबर्ग और कई दूसरे देशों को अपने अंदर कर लिया। उन्होंने लोइन किंगडम, फेनापॉटर, फेसैक एम्पायर को बनाया और नॉर्दर्न कॉन्टिनेंट के कई ताकतवर देश इंटिस रिपब्लिक के सामने झुकते थे। इन सबके बाद, रिपब्लिक एक एम्पायर में बदल गया और वो स्व-घोषित 'एम्परर सीजर' बन गए।
रोजैल के शासन के दौरान चर्च ऑफ क्राफ्टमैनशिप को पांचवें युग में पहला पब्लिक होली रिवेलेशन मिला। तब से, द गॉड ऑफ क्राफ्टमैनशिप बदलकर गॉड ऑफ स्टीम एंड मशीनरी बन गए।
रोजैल ने टैरो से भविष्यवाणी करना भी बनाया था। उन्होंने कागज से बने कार्ड और उसे खेलने की स्टाइल की भी स्थापना की थी। उसकी ऐसी कई स्टाइल्स थीं, जिन्हें झोउ मिंगरुई जानता था, जैसे कि, अपग्रेड, फाइटिंग द लैंडलॉर्ड, टेक्सास पोकर और क्विंट...
इसके अलावा, उन्होंने तूफानी समुद्र में जहाजों के बेड़े भेजकर सदर्न कॉन्टिनेंट की तरफ जाने वाले समुद्री रास्ते की खोज की थी। उन्होंने कोलोनियलिज्म एरा की भी शुरुआत की थी।
बदकिस्तमति से, बुढ़ापे में उनके साथ धोखा हुआ। पांचवें युग के 1198 साल में, इंटिस शाही परिवार के सौरॉन परिवार ने दूसरे अरिस्टोक्रेट्स के साथ मिलकर उनकी हत्या कर दी थी। उनकी मृत्यु व्हाइट मेपल पैलेस में हुई थी।
ये... इस तरह के ज्ञान को याद कर वो हैरान हो गया था।
क्या ये ट्रांसमाइग्रेशन सीनियर सकता है?
इन सब ख्यालों के साथ, झोउ मिंगरुई के अंदर टैरो कार्ड्स देखने की इच्छा जागी। फिर, उसने नुकीली टोपी और रंगे हुए चेहरे वाली महिला को देखकर सिर हिलाया और कहा,
"अगर ठीक दाम लगाओ, तो मैं कर सकता हूं। "
महिला ने हंसते हुए कहा, "सर, आज आप यहां आने वाले पहले इंसान हैं, इसलिए ये आपके लिए मुफ्त है।"