बदनसीबी का कोई चेहरा होता, तो वो बिलकुल मेरे जैसा होता। हेलो दोस्तों, मेरा नाम सूरज पाटिल है और मै दूसरी दुनिया मे फस गया हु। जिसे हम 'पैरेलल वर्ल्ड' के नाम से जानते है। ये सब कब, कैसे हुआ, पता नही... पर इतना जरूर पता है की, मेरी अच्छी-खासी लाईफ की एक झटके मे बँड बज गयी है। हे भगवान, ये सब मेरे साथ ही होना था?
उस नजारेमे कई आदमी समा रहे थे। पर एक आदमी जो उन सबसे अलग मालूम पड़ रहा था। टीशर्ट के साथ जैकेट पहना हुआ। उसके कपडे गंदे हो चुके थे। चेहरेपर पसीना छाया था। उसकी आँखे एक चीज पर जड़ी थी। उस चीजसे आनेवाली रौशनी उसकी आँखोंको नम कर रही थी।...
आप सब सोच रहे होंगे की ये सब क्या हो रहा है? कई सारे सवाल आपके मनमे उठ रहे होंगे। वो जैकेट पहना आदमी और कोई नही, मै ही हु। ये नजारा मेरे उस दिन का अंत है, जो दिन मेरे जिंदगी का सबसे भयानक और सबसे रोमांचक दिन था। मुझे पता है की, मै जो कुछ भी बोल रहा हु, आपको कुछ समझ नही आ रहा होगा। तो चलो... कहानी पहलेसे शुरू करते है..
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