webnovel

Poem No 25 शाम की उदासी में

शाम की उदासी में

दिल को है शुकूॅ॑ कितना.....

यह हम बयान नहीं कर सकते

जब जीवन में उदासी ही उदासी हो

तो सवेरा का इंतजार रहता है

शाम की उदासी में

दिल को है सुकूॅ॑ कितना.....

----Raj

Bab berikutnya