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मेरे दर्द के बावजूद भी मेरी देवी का परिचय

Editor: Providentia Translations

"युवा मास्टर म्यू, आपको अपनी दवा नियमित रूप से और समय पर लेनी होगी। जब आप अपनी पिछली जांच के लिए आए थे तो आपकी स्थिति पहले से बेहतर थी। आप अचानक अपनी स्थिति पर फिर से नियंत्रण क्यों खो देना चाहते हैं? क्या आपने अपनी दवा को ठीक से लेना बंद कर दिया है? ... "

म्यू सिहान बूढ़े चिकित्सक को देख रहा था जो डॉक्टर के ऑफिस से बगीचे तक आया था, जहां वे अब खड़े थे। उसने झुंझलाहट में अपनी भौंहो को चढ़ाया, एक ठंडी अभिव्यक्ति के साथ जवाब दिया और अपने दोनों हाथों को अपनी जेब में रखते हुए कहा, "क्या तुम्हारा हो गया?"

"युवा मास्टर म्यू, मैं केवल बूढ़ी मैडम को बुला सकता हूं यदि आप मेरी सलाह की अवहेलना करते हैं।" डॉक्टर ने अपना सिर हिलाया।

म्यू सिहान का सुंदर चेहरा बहुत कठोर हो गया। उसकी गहरी काली आंखे गर्म जोशी के संकेत के बिना बूढ़े डॉक्टर को घूर रहीं थी, और उसके पतले होंठों ने पूछा, "आपकी इतनी हिम्मत है?"

चिकित्सक ने म्यू सिहान की खतरनाक चकाचौंध महसूस की और उसके शरीर के रूए उठ खड़े हुए। उसने अपनी टकटकी लगाई और हल्के से खांसते हुए कहा, "बूढ़ी मैडम ने मुझे विशेष रूप से कहा था कि अगर तुम मेरी बात नहीं सुन रहे हो तो उन्हें बताऊं।

म्यू सिहान ने ठिठोली की। उसका गुस्सा फूटने की कगार पर था, और उसने हर एक शब्द पर जोर देते हुए कहा, "आप कॉल करने की कोशिश क्यों नहीं करते, बूढ़े आदमी?"

इससे पहले की बूढ़ा डॉक्टर कुछ और कह पाता, एक बच्चे जैसी आवाज आई, "तो शांत अंकल दवा लेने से डरते हैं! ये वास्तव में शर्मनाक है। आप भाई जी की तरह बहादुर नहीं हैं!"

म्यू सिहान ने पीछे मुड़कर देखा तो उसे एक छोटे बच्चे को दिखा, जिसने अस्पताल का गाउन और टोपी पहन रखी थी। उसने अपनी भौंह उठाई और ठंडी आवाज में कहा, "छोटे बच्चे, क्या तुम जानते हो कि तुम किससे बात कर रहे हो?"

जिआओजी ने अपने दोनों हाथ अपने अस्पताल के गाउन की जेब में डाल दिए। म्यू सिहान, जिसके आसपास के अन्य लोग उसकी आभा से डरते थे, इस बच्चे को जरा भी नहीं डरा पाई। उसने अपने गुलाबी होंठों पर हाथ फेरा और मुंह बनाते हुए बोला, "मैं उस अंकल से नहीं डरता, जो दवा लेने की हिम्मत भी नहीं करता।"

म्यू सिहान ने अपनी काली आंखे इतनी गहरी कर लीं कि कोई भी उसकी सीमाओं को नहीं देख सकता था। उसने चिढ़ते हुए कहा, "किसने कहा कि मुझमें दवा लेने की हिम्मत नहीं है?"

डॉक्टर ने म्यू सिहान की बातें सुनीं और जल्दबाजी में दवाई का थैला, जो उसने हाथ में पकड़ा था, म्यू सिहान को पकड़ा दिया। "युवा मास्टर म्यू, कृपया अपनी दवा नियमित रूप से और समय पर लेना याद रखें।"

म्यू सिहान ने बूढ़े डॉक्टर को घूरा। डॉक्टर ने जल्दबाजी में निकलने से पहले जिआओजी को एक विजयी अंगूठे का संकेत दिया।

जिआओजी एक फूल के गमले पर बैठ गया और उसने घृणा से म्यू सिहान को अपने हाथों में दवा के बैग को घूरते हुए देखा। जिआओजी के पैर आगे पीछे झूल रहे थे। "कूल अंकल, दवाई लेते समय वास्तव में डरने की कोई बात नहीं है। लेकिन मैं आपकी भावनाओं को समझ सकता हूं। आखिरकार, हर कोई मेरे जैसा खुशनसीब नहीं है और सबके पास एक सुंदर देवी नहीं है जो स्वादिष्ट मिठाइयां बना सकती है। जब भी मैं अपनी दवा लेता हूं, तो वो मेरे लिए कोई स्वादिष्ट मिठाई बनाती है! "

छोटे लड़के के चेहरे पर सुनहरी धूप उतरी। म्यू सिहान ने लड़के के चेहरे के आकार और चेहरे की विशेषताओं को देखकर कुछ परिचित महसूस किया।

हालांकि, उसे कभी बच्चे पसंद नहीं थे, और उसके पास उनसे बात करने का धैर्य भी नहीं था। जब वो मुड़कर जाने वाला था, तभी बच्चा फिर से बोला, "हालांकि, तुम उतने सुंदर नहीं हो, जितना की मैं, लेकिन तुम लंबे हो। अभी के लिए मेरी देवी की रक्षा करने में तुम्हें सक्षम होना चाहिए।"

जिआओजी ने गमले पर से आसानी से नीचे छलांग लगा दी। जो बच्चों का फोन उसने अपने सीने में लटकाया हुआ, उसने उसे खोला और उसका छोटा हाथ तेजी से फोन पर कुछ बटन दबाने लगा।

"यहां आओ, मैं तुम्हें मेरी देवी पर एक नजर डालने दूंगा।"

म्यू सिहान को ये आश्चर्यजनक लगा।

ये शरारती बच्चा कहां से आया है?

उसकी देवी शायद उसी उम्र के आसपास थीं। वो एक छोटी लड़की को क्यों देखना चाहेगा जो लगभग तीन साल की है?

म्यू सिहान का एक हाथ जेब में था और उसने नीचे खड़े जिआओजी को देखा। उसकी अभिव्यक्ति बहुत अभिमानी थी, "युवा बालक, आपको अपनी देवी को अपने पास रखना चाहिए!"

जिआओजी ने अपने दांत पीसें। इस शांत अंकल से निपटना थोड़ा मुश्किल था!

जिआओजी को हमेशा कहा गया था कि वो एक जेड से उकेरा गया था। लोग हमेशा उसे क्यूट और सुंदर कहते थे, चाहे विदेश हो या फिर इस देश में लौटने के बाद, लोग उसकी तारीफ कर रहे थे। ये व्यक्ति, हालांकि ऐसा लग रहा था कि वो उसे बिल्कुल नहीं देखना चाहता था।

ठीक है, अगर वो उसे देखना नहीं चाहता था तो ये ठीक है। जिआओजी को विश्वास था कि जब वो उसे प्यारी जीजी की फोटो दिखाएगा तो उसका बर्ताव बदल जाएगा।

आखिरकार, जब वे विदेश में थे, कई सुंदर अंकल, जीजी को लुभाना चाहते थे।

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