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अनन्त चुंबन

Editor: Providentia Translations

छात्रावास में।

[९वें गुरु, ९वें गुरु~ आपने उत्तर क्यों नहीं दिया? क्या आपको मेरी कविता पसंद आई? ~ मैं तारीफ, पुरस्कार और चुंबन चाहती हूँ ~]

ये वानवान द्वारा यह मैसेज भेजने के बाद दूसरी तरफ़ से कोई उत्तर नहीं आया था। अपने पिछले संदेश का जवाब पाने के लिए, वानवान ने इसे भेजने का फैसला किया था।

वास्तव में, वह थोड़ी असहज महसूस कर रही थी क्योंकि उसे पता नहीं था कि यह सी याहन पर कैसा प्रभाव डालेगा?

इसके अलावा यह कविता, अधिकतर प्रेमी अपनी प्रेमिकाओं को लिखते हैं।

वह इस तरह एक महिला की तरह समझे जाने पर और इस तरह किए गए इकरार से नाराज़ तो नहीं होगा? होगा क्या?

अपने पिछले जीवन में, उसे आधी रात में सी येहान के लोग खींच कर लाए थे। इस बात की स्कूल में बहुत चर्चा हुई और इसमें बहुत सी अफ़वाहें भी जुड़ी हुई थीं। किसी ने कहा कि उसके पास 'शुगर डैडी " है और उसे पकडा़ गया क्योंकि वह भाग गई थी, किसी ने कहा कि उसका परिवार ऋणदाता के चंगुल में जकड़ा हुआ था और उन्होंने उसे बेचने के लिए पकड़ा...

हालांकि अफवाहें निराधार थीं, लेकिन ऐसी बातें किसी व्यक्ति का जीवन नष्ट कर सकती थीं।

अतीत के बारे में सोचती हुई ये वानवन को ठिठुरन महसूस होने लगी।

फिर, उसके हाथ में फ़ोन अचानक बजा।

ये वानवन एक पल के लिए रुकी और धीरे से नए संदेश को देखा...

सी येहान का जवाब एक ही शब्द "बढ़िया" था, पर इसके साथ एक "चुंबन" का इमोटिकॉन भी था।

ये वानवन ने उस "चुंबन" को देखा, और दंग रह गई।

क्या आप एक क्रूर और शातिर राक्षस से उम्मीद कर सकते हैं कि आपको "चुंबन" का इमोटिकॉन भेजेगा?

जो ठिठुरन उसके अंदर समा गई थी, वह इस अविश्वसनीय 'इमोटिकॉन' के कारण दूर हो गई।

जिसे वह अपनी पिछली जिंदगी में जानती थी, उससे यह सी येहान एकदम अलग था ।

इसके अलावा, उसे कुछ अविश्वसनीय भी लगा था!

ये वानवान ने अपने गाल पकड़े, हल्के से उस पर थपकी दी और एक और संदेश भेजने की तैयारी की। [अनन्त चुम्बन~ बस एक सप्ताह और परीक्षा होने तक~ मैं अपने रिविज़न पर ध्यान केंद्रित करूँगी इसलिए अब मैं और संदेश नहीं भेज पाऊँगी। आप हर दिन मुझे याद रखेंगें और मेरी कमी महसूस करेंगें ~]

जैसे ही ये वानवान ने मैसेज भेजा, दूसरी तरफ़ से एक सेकेंड के भीतर जवाब आया, [ठीक है।]

अविश्वसनीय रूप से सरल "ठीक है" को घूरते हुए, ये वानवान आश्चर्य में पड़ गई।

यह...यह सचमुच काम कर गया?

मैंने अभी कहा कि मैं एक सप्ताह तक उससे संपर्क नहीं कर पाऊँगी! यह उसके लिए ठीक है?

वह सोच भी नहीं सकती थी कि...बस ज़रा सी छेड़खानी इतनी काम आएगी...

ये वानवान तीन सेकंड तक स्थिर रही, फिर खुद को मारने की इच्छा से अपना सिर मेज़ पर पटक दिया। अगर वह जानती कि सी येहान को खुश करना इतना आसान है, तो उसे अपनी पिछली जिंदगी में इतना कष्ट नहीं उठाना पड़ता।

ठीक है, इस राक्षस से निपटने के लिए एक गुप्त हथियार की खोज, निश्चित रूप से एक अच्छी बात है।

सी येहान से निपटने के बाद, ये वानवान को अब अपने ध्यान को भटकने नहीं देना था। वह अपनी किताबों में अपना सिर गड़ा कर, अपनी पढ़ाई में अपना तन-मन लगा सकती थी।

सात दिन पलक झपकते गुज़र गए।

इन सात दिनों में, ये वानवान दिन में केवल तीन से चार घंटे सोई, लेकिन सीनियर क्लास एक से तीन तक का सारा कोर्स कवर करने में सफल रही।

अब जब उसे एहसास हुआ कि नींद पूरी न होना पर कितनी मुश्किल होती है, तो परीक्षा खत्म होते ही वह सुबह से शाम तक सोएगी।

परीक्षा के पहले दिन कला और भाषा की परीक्षा थी। ये वानवान धीरे-धीरे चलती हुई, खोई हुई सी किसी भटके हुए भूत की तरह कक्षा में पहुँची।

शुरू में क्लास में कुछ शोर-शराबा था, लेकिन जैसे ही वानवन पहुँची वहाँ ऐसा लगा जैसे रेडियो बंद कर दिया गया हो और तुरंत ही चुप्पी छा गई।

ये वानवन ने आज अपनी हरी विग नहीं पहनी थी और उसका मेकअप भी बहुत हल्का था। वह सात दिनों तक बाहर नहीं निकली थी, इसलिए उसकी आँखों के नीचे काले घेरे, उसके धुएँ के रंग के आँखों के मेकअप से ज्यादा डरावने लग रहे थे और उसके कमर तक लम्बे बिखरे हुए बाल, उसकी हरे विग की तरह ही भयावह थे...

मेज़ पर सो रहे लड़के ने हमेशा की तरह मेज़ और कुर्सियों के इधर उधर रखे जाने की आवाज़ सुनी और चिड़ कर अपनी आँखें खोलीं।

अगले सेकंड, लड़का इतना हैरान था कि वह झटके से पीछे हट गया। उसकी कुर्सी फर्श पर रगड़ खाती गई जिससे एक कर्कश आवाज़ निकली।

लड़का ने अपने बगल में "सदाको" को घूरा, उसके माथे पर पसीने की बूँदें आ गईं थीं। उसका चेहरा काला पड़ गया और उसने धीरे से बड़बड़ाया, "एस, एच, आई, टी!!!"

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