उसके पैरो़ं से ज्वाला उठी लेकिन तुरंत बुझ गई।
यह उसकी तेईसवीं कोशिश थी।
और वह फिर से नाकाम हो गई।
एना के माथे पर पसीने की बूंदें लगातार आ रही थीं, लेकिन वह अपने हाथों से उन्हें पोंछ रही थी, भड़कती ज्वाला की तड़क ख़त्म हो चुकी थी।
बिना आराम किए एक अभ्यास के खत्म होते ही दूसरे अभ्यास की शुरुआत की जा रही थी। जादूगरनी की वर्दी उसके बगल में अच्छे से रखी हुई थी। अगर एना ऐसा नहीं करती, तो उसकी नई वर्दी जलकर राख हो गई होती।
क़िस्मत से, रोलैंड के चौथा राजकुमार होने के कारण, एना के लिए कुछ अतिरिक्त लिबास इकट्ठे करना इतना मुश्किल नहीं था। राजकुमार ने अपनी सेविका को एना के लिए बक्सा भर लिबास लाने का काम दिया था।
चौबीसवें प्रयत्न में आखिरकार सफलता मिल गई। आग की लपटें अब पांव से नहीं आ रही थीं। उसकी जगह अब एना के हाथों से लपटें आ रही थीं। वह सावधानी एवं ध्यान से अपने हाथों से लपटें अपनी उंगलियों तक ले जाने की कोशिश कर रही थी। लेकिन लपटें अचानक दो बार थरथराकर उसके बाजुओं तक फैल गईं एवं उसके पूरे लिबास को जला डाला।
एना ने आग तो बुझा दी, लेकिन पूरे लिबास के जल जाने के कारण उसने बक्से में से एक और लिबास निकाला।
यह पहली बार नहीं था कि ऐसा कुछ हुआ हो, लेकिन जब भी ऐसा होता था, रोलैंड दूसरी तरफ देखने लगता था। वह अपनी नज़रें कहीं दूर कर लेता था, जबकि एना को खुद इस बात का ध्यान नहीं रहता था।
दरअसल एना खुद बिना किसी वस्त्र के यह कार्य करना चाहती थी, वह भी भरे उजाले में, लेकिन रोलैंड को इसमें आपत्ति थी! अगर रोलैंड उसकी तरफ देखता तो उसके लिए एक नग्न लड़की के साथ काम करना बहुत मुश्किल हो जाता, खासकर तब जब उसके सामने एक ऐसी लड़की हो जिसके बदन से अलग तरह की ताकत दूर से ही महसूस हो रही हो।
रोलैंड ने इन अपवित्र विचारों को अपने मन से दूर करने के लिए अपने सिर को झटका। कुछ क्षणों के लिए इस प्रकार के जादू को वश में करना मुश्किल लग रहा था। रोलैंड ने एना को इस तरीके से आग की लपटों को नियंत्रित करने बोला जिससे उसके लिबास में आग न लग जाए। लेकिन वह यह भी चाहता था कि आग की लपटें इतनी गरम हों कि आंगन में रखी लोहे की कील पिघल जाएँ।
एना के तीसवें एवं असफल प्रयास के बाद रोलैंड ने उसे रोककर आराम करने को कहा।
एना स्तब्ध थी, लेकिन उसने कुछ भी नहीं कहा।
रोलैंड को एना के पास जाकर उसका हाथ पकड़कर उसे जबरदस्ती कुर्सी पर बैठाया।
"तुम थकी हुई हो; जब तुम थक जाओ तो तुम्हें आराम करना चाहिए। इतनी बेचैन न हो, हमारे पास अभी भी वक्त है।" वह उसके माथे से पसीना पोंछते हुए बोला, " चलो, चलकर हम चाय पिएं।"
रोलैंड जानता था कि ग्रेकैसल राज्य के लोग दोपहर की चाय पीने के आदी नहीं थे। क्योंकि इस दुनिया की अर्थव्यवस्था इतनी विकसित नहीं थी, यहां के बहुत सारे लोगों को अच्छा भोजन तक नसीब नहीं होता था। इस दुनिया के लोगों को तीन बार खाना खाने का अवसर भी नहीं मिल पाता था, चौथी बार खाना खाने की तो बात ही छोड़ दें। जहां तक बात राजघराने के बेटों की है, वे सब दोपहर में कैसिनो या बार में इकट्ठा होते थे।
अगर रोलैंड को यह रिवाज प्रचलित करना था, तो उसे खुद खाना-पीना तैयार करना पड़ता, क्योंकि बावर्ची एवं दासियां इन सब चीजों के आदी नहीं थे। चूँकि नाश्ता तैयार था, लेकिन चाय नहीं थी, उसे मजबूरी में शराब को चाय की जगह पीना पड़ता था, लेकिन अब ज़रूरी हो गया था कि चाय का बंदोबस्त किया जाए।
इसलिए कैसल के पीछे वाले आंगन में लकड़ी की झोंपड़ी में पहली बार दोपहर की चाय की दावत रखी गई।
एना थालियों में रखे अनोखे पकवानों को देखकर दंग रह गई। कैसे कोई चीज इतनी खूबसूरत दिख सकती है?
जिस केक को उसने खाया, उसका नाम उसे पता नहीं था, पर वह सफेद केक लाल फलों के साथ किसी के भी मुंह में पानी ले आता। पेस्ट्री के किनारों पर सजावट मंत्रमुग्ध कर देने वाली थी। यह अनुभव उसके लिए नया था, उसके लिए जरूरी हो गया था कि वह दुनिया के प्रति अपना नजरिया बदल डाले।
रोलैंड ने गर्व से एना के चेहरे के भावों का अवलोकन किया; वह हैरान दिखाई पड़ रही थी, लेकिन थोड़ी डरी-डरी भी थी। जबकि स्ट्रॉबेरी शक्कर में डुबोई हुई क्रीम केक पर रखी हुई थी, और स्वाद में ताज़ा भी नहीं थी, फिर भी एना ने उसे पूरा खा लिया।
रोलैंड को ख़ुद खाने से भी ज़्यादा एना को खाता हुआ देखना भला मालूम हो रहा था। रोलैंड एना को गौर से देखने लगा, जो सावधानी से केक को अपने मुँह में डाल रही थी। उसकी नीली आंखें एवं लहराते हुए बाल बड़े सुंदर लग रहे थे। यह सब देखकर उसकी धड़कनें अचानक तेज़ हो गईं। वह मन में सोचने लगा, कोई वैसा खाना क्यों न खाए जो सिर्फ खाने में स्वादिष्ट ही नहीं, बल्कि देखने में भी इतना सुंदर हो!
खैर,यह सारे जज़्बात भी बहुत महत्वपूर्ण थे।
एना को हर दिन अभ्यास करते हुए देखना एवं उसके साथ दोपहर की चाय पीना रोलैंड का हर दिन का काम हो गया था। वह सरकारी कार्यों में ज़रा सी भी दिलचस्पी नहीं दिखा रहा था। बरोव उसकी इन सब चीजों को सँभालने में मदद कर रहा था।
तीन दिन बाद, बरोव ने बॉर्डर टाउन इंडस्ट्री तक यह सूचना पहुंचाई कि रोलैंड ने उससे उसका ऑफिस मांगा है। यह एक अविश्वसनीय सूचना थी, पहले कभी भी चौथे राजकुमार में इतना काम सँभालने की हिम्मत नहीं थी।
वास्तव में, अब भी उसमें इतनी हिम्मत नहीं थी। रोलैंड से दो वाक्यों से ज्यादा पढ़ने की हिम्मत नहीं हो रही थी। वह बरोव से बोला, "तुम इसे मेरे लिए पढ़ोगे।"
उसने एक घंटे तक बरोव को सुनने के बाद उसे रोका, "बॉर्डर टाउन में सर्दियों में व्यापार राजस्व एवं वार्षिक कर क्यों नहीं है?"
चूँकि कड़ाके की ठण्ड थी, कृषि राजस्व का कम रहना जायज़ था, लेकिन बिल्कुल भी नहीं मिलना समझ के परे था। क्या आस-पास के लोग वहां से चले गए हैं?
बरोव खांसते हुए बोला, "राजकुमार! क्या आप भूल गए हैं? सर्दियों के महीनों को 'राक्षसों का महीना' कहा जाता है। क्योंकि शहर की रक्षा नहीं की जा सकती, यहां के लोगों को लोंग्सोंग स्ट्रांगहोल्ड भेजा जाता है। लेकिन आप चिंता न करें, आपको सुरक्षित रखना हमारा कर्तव्य है।"
"राक्षसों का महीना?" रोलैंड को यह सारी बातें याद आने लगीं। उसे पहले भूत-प्रेत, जादूगरनियों में विश्वास नहीं था, इन सब बातों को वह असभ्य संसार की मूर्खता और अंधविश्वास समझता था। लेकिन अब उसे राक्षसों के अस्तित्व को लेकर कोई शक नहीं था, क्योंकि उसने अब चुड़ैलों को देखा था। फिर, दुसरी महान आत्माओं और भूत-प्रेतों का क्या?
जब वह पढ़ाई कर रहा था, तो उसे उसके इतिहास के गुरु ने इसके बारे में बताया था। हर सर्दी, जब बर्फ गिरना शुरू होटी थी एवं सूर्य गायब हो जाता था, घोर अंधेरा हो जाता था एवं नर्क के द्वार खुल जाते थे।
बुरी आत्माएं जीवित लोगों को बुराई की तरफ ले जाती थीं एवं उन्हें राक्षस का गुलाम बना देती थीं। बहुत सारी जादूगरनियां इसी महीने पैदा होती थीं इसलिए वे ताकतवर होती थीं।
"क्या तुमने नर्क के द्वार को देखा है?" रोलैंड ने पूछा।
"राजकुमार! हम आम लोग यह कैसे देख सकते हैं?" बरोव ने सिर हिलाकर इंकार किया।
"ऐसी चीजें न बोलें। वे जिन पहाड़ों से आते हैं उन्हें जीता नहीं जा सकता। पहाड़ों के करीब आने पर भी काला जादू बीमार कर देता है। इसका सिर्फ एक रास्ता है…"
"कौन सा रास्ता?"
"सिर्फ एक जादूगरनी या चुड़ैल वहां तक जा सकती है। क्योंकि उन्हें राक्षसों से डर नहीं लगता।" बरोव ने कहा, उसकी नज़र पीछे वाले आंगन पर टिकी थीं।
"क्या तुमने कभी किसी राक्षस को देखा है?" रोलैंड ने सहायक मंत्री से पूछा।
"मैंने कभी खुद की आंखों से किसी राक्षस को नहीं देखा है। आपकी तरह मैं भी यहां बॉर्डर पर पहली बार आया हूं। राज्य में, सिर्फ़ कुछ ही लोगों ने वास्तविक राक्षसों का सामना किया है।"
अगर उन्हें साल में एक बार खाली करना पड़ता है, तो रोलैंड बॉर्डर टाउन को कैसे विकसित कर पाएगा? उन्होंने शुरू में सोचा था कि बॉर्डर टाउन एक बंजर भूमि थी, लेकिन इसे विकसित किया जा सकता था; अब वह एक कल्पना लग रही थी।
"जबकि हम लोंग्सोंग गढ़ में राक्षसी जानवरों को पकड़ सकते हैं, और वे अजेय नहीं हैं और उन्हें मारा जा सकता है, तो हम इस बॉर्डर टाउन की रक्षा क्यों नहीं कर सकते हैं?"
"लोंग्सोंग स्ट्रांगहोल्ड की दीवारें काफी ऊंची हैं। वहां रयान की सेना मौजूद है। वहां की हालत यहां से बेहतर है। बार्डर टाउन स्ट्रोंगहोल्ड को अनहोनी की पहली खबर देने के लिए बनाया गया था। इसलिए टाउन नार्थ स्लोप पहाड़ी एवं रेडवाटर नदी के बीच बनाया गया है।"
ऐसा प्रतीत हो रहा था कि बॉर्डर टाउन राक्षसों के आतंक को कम करने के लिए बनाया गया था। एक यही रास्ता था जिससे लोंग्सोंग स्ट्रोंगहोल्ड तक पहुंचा जा सकता था। रोलैंड अपनी खराब किस्मत पर हंस पड़ा।