heartfelt tales of a train journey
एक 18 साल का लड़का अपने सपने साकार करने के लिए यूनिवर्सिटी गया । पर उसे कहां पता था कि उसके सपनों को नजर लगने वाली है वह अपनी मेहनत और काबिलियत के बल पर यूनिवर्सिटी में दाखिल हुआ था। पर उसे कहां पता था जिस यूनिवर्सिटी में जाने का सपना देख रहा था उसी यूनिवर्सिटी में उसके साथ इतना बड़ा अन्याय होगा । और उसे मौत के घाट उतार कर फेंक दिया जाएगा उसका बूढ़ा पिता दर-दर की ठोकर खाते हुए उसके लिए इंसाफ पाने के लिए भटकता रहेगा क्या कोई मसीहा आएगा ? जो उसके पिता को और उसे इंसाफ दिलाएगा या कोई और चमत्कार होगा । क्या वह वाकई मर चुका है ??