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कियान की गर्लफ्रेंड,....

अलीना ने कियान से कहा,....बॉस अरुण केजरीवाल बनारस मैं छुपा हुआ है,....आप कहे तो हम आदमी भेज देते है बनारस अरुण को ढूंढने के लिए,...कियान ने कहा,.... हम्म,....

अलीना ने पहले कुछ सोचा फिर डरते हुए बोली,....बॉस अर्व मल्होत्रा मुंबई आ रहा है,....इतने सालो बाद,...कियान ने अलीना को देखा और कहा,....बनारस जाने की तयारी करो मैं आज ही वहा जाऊंगा,.....यह सुन अलीना अंदर से पूरी शॉक्ड हो गई क्यों की पहली बाद उसके बॉस खुद किसी के लिए जा रहे थे,...

अलीना ने कहा,....बॉस बत्रा आपसे मिलने हयात क्लब मैं बुलाया है,.....कियान यह सुन अलीना से बोला,....प्रिया को बोलो वहा पोहोचे मैं वहा पोहोच्ता हु,....यह कह वोह  स्टडी रूम से बाहर चला गया,.....कियान ने जैसा कहा था वैसे ही अलीना ने किया और प्रिया को कॉल किया,....दूसरी तरफ से आवाज आई,.....कियान ने मुझे बुलाया और मैं न आऊ ऐसा तो हो नहीं सकता ,...आज बत्रा की सामत आई है,.....दूसरी तरफ से फोन कटने की आवाज आई,.....अलीना तुरंत भागते हुए कियान के रूम के बाहर खड़ी हो गई और कियान के बाहर आने का वेट करने लगी,...थोरी ही देर मैं कियान बिजनेस सूट पहने बाहर आया और सीधा सीरियो से उतर बाहर की ओर जाने लगा,.....

अलीना भी उसके पीछे जाने लगी,.....कियान मैंशन से बाहर आया ,....जैसे ही वो कार की तरफ आया ,.....एक गार्ड ने दरवाजा खोल दिया और कियान अंदर बैठ गया,.....और गार्ड ने दरवाज़ा बंद कर दिया,...अलीना जल्दी से कार की दूसरी तरह से आकर बैठी और तुरंत ही बोहोत सारी कारे वहा से तुरंत निकल गई,.....अलीना कियान से बोहोत दूर होकर बैठी थी,....कियान बोहोत कम बोलने वाला और वक्त का पवंद इंसान था,...उससे 2 चीस,... बिलकुल पसंद नही थी,....एक ,,,,उसके सामने ऊंची आवाज़ मैं बोलने वाले लोग ,....और दो,.... जो वक्त पर उसके काम ना करके देने वाले लोग,....

थोड़ी ही देर मैं सारी कारे हयात क्लब के एंट्रेंस गेट पर आकर रूकी और सारे गार्ड कियान की कार के पास आ गए ,.....एक गार्ड ने कियान के कार का दरवाज़ा खोला और कियान बाहर निकला और क्लब के अंदर जाने लगा और उसके साथ ही सारे गार्ड जल्दी से उसके पीछे जाने लगे,.....अलीना भी भागते हुए कियान के गार्ड के साथ चलने लगी,.....कियान और उसके गार्ड की मूवमेंट इतनी तेज थी की कोई भी देख यह बता सकता था की वोह सब कितने पावरफुल लोग है,।।।।।कियान अंदर आया और सीधा सीरियो से ऊपर गया और एक प्राइवेट रूम के अंदर गया,...तभी प्रिया भी अपने गार्ड के साथ वहा आ गई,.....और कियान के हल्के से गले लक कर बोली,.....डार्लिंग तुमने  मुझे याद किया और देखो मैं आ गई,.....इस बात पर कियान ने कोई रिएक्ट नहीं किया,.....कियान सीधा जाकर सोफे पर बैठ गया,..... उसी के अपोजिट मैं बत्रा बैठा था और उसके आदमी गन लिए खड़े थे,..... बत्रा मुस्कुराते हुए बोला,.....कियान रघुवांशी मैने सही कहा न,....

कियान ने एक पैर पर दूसरे पैर रखे और कहा,....मुझे पसंद नही की कोई मेरा वक्त ज़ाया करे,....और जो करता है उससे कियान जिंदा नही छोड़ता,... बत्रा हस्ते हुए बोला,.....तुम हमसे पंगा नहीं ले सकते कियान ,.....तुम कुछ सालो से इस दुनिया मैं अपनी पहचान बनाए हो और हम काफी सालो से इस दुनिया पे राज कर रहे है,..और तुम्हारे आदमी भी हमारे पास है...अगर तुम हमे मरोगे तोह मेरे आदमी भी तुम्हे चोड़ेगे नहीं,..... प्रिया जिसने ऊपर टॉप और नीचे जींस की हॉट पैंट पहनी थी ,....वोह कियान के पास आकर बैठ गई और बत्रा से बोली,....तुझ जैसे कुत्ते को मारने के लिए कियान की जरूरत नही उसके लिए प्रिया ही काफी है,.....

कियान जो अभी तक चुप था उसने कहा,....ऑलराइट,.. तोह बत्रा तुम्हारा यह आखिरी डिवीजन है की तुम मेरे आदमी को नही चोड़ोगे,.....यह सुन बत्रा बोला,..... छोड़ूंगा लेकिन एक सर्त पर तुम्हे मेरी बेटी से शादी करनी होगी और तुम मेरे दामाद बन जाओ,.....यह सुनते ही प्रिया जो अभी तक शांत थी वो उठी और पीछे से गन निकल कर खड़ी हो गई और बोली,....तुझे पता है ना बत्रा तू किस्से बात कर रहा है,....कियान ने बत्रा को देखा और खड़ा होकर कैजुअली अपनी गन निकाली और बत्रा के माथे पर ठोक दिया,.....यह होते ही बत्रा के सारे आदमी कियान के आस पास खड़े हो गए,...

कियान ने अपने एक हाथ अपने पैंट की पॉकेट मैं डाले और प्रिया से कहा,....बाकी तुम संभालो,.....यह कहते ही बत्रा के एक आदमी ने कियान से कुछ कहा तो,.....कियान ने बिना पीछे मुड़े उसके मुंह मै ही गन चला दी और वो वही गिर गया,.....वोह सारे आदमी बौखला कर कियान को मारने के लिए गन उठाए लेकिन प्रिया ने सब पर गन और पंच, किक चलाना शुरू कर दिया ,.....कुछ ही देर मैं वोह सारे जमीन पर गिरे थे,.... उन सबको मारने के बाद प्रिया ने अलीना से कुछ मांगा तो अलीना ने उससे सिगरेट दी और प्रिया ने सिगरेट का कस लगाते हुए कहा,....आज तक ऐसा कोई पैदा नहीं हुआ जो प्रिया को माद से सके,.....यह कह वोह भी वहा से निकल गई,.....प्रिया बोहोत सुंदर और बोहोत हॉट थी उससे जो भी देख ले वोह वही मंत्र मुख्द हो जाए,...

प्रिया क्लब से अपने आदमियों के साथ निकली और कियान की कार के अंदर जाकर बैठ गई,.....कियान जो फोन पर किसी से बात कर रहा था उसकी नज़र अभी भी सीधी थी,.....प्रिया कियान के सीने पर अपना सर रख बेहद सेक्सी अंदाज़ मैं बोली,.....डार्लिंग मैने तुम्हरा काम कर दिया,.....कियान ने फोन रखा और उसकी नज़र प्रिया पर गई,.....कियान ने बिना expression के कहा,....गुड प्रिया मुझे तुमसे यही उम्मीद थी,.....प्रिया कियान के गाल पर किस की ओर उसके सीने पर ही अपना सर टिकाए सो गई,.....कियान अभी भी बोहोत शांत था लेकिन कहते है शांत इंसान ज्यादा खतरनाक होता है,....और कियान वही था,.....कियान कहने से ज्यादा करने पे यकीन रखता था,....

प्रिया कियान की गर्लफ्रेंड और साथ ही उसका राइट हैंड थी,.....प्रिया का दिमाग हद से ज्यादा तेज़ चलता था और यही कारण है की कियान उससे अपने साथ रखता था,.....कियान प्रिया से प्यार नहीं करता था वोह बस ऐसे ही उसके साथ था,.....पूरी दुनिया बस यही जानती थी की  कियान के अंदर दिल नाम की कोई चीज़ नहीं है,...और शायद यह सच भी था,.....कियान मैं फीलिंग्स नाम की कोई चिज़ नही थी, .....प्रिया बस उसकी नाम की गर्लफ्रेंड थी,.....प्रिया इतनी खतरनाक थी  की अगर कोई लड़की अगर कियान को प्यार से देख भी ले तो प्रिया उसकी आंखें नोच लेती थी,...

अलीना कार के फ्रंट सीट पर बैठी और कियान ने कार स्टार्ट करने का ऑर्डर दिया,...फिर सारी कारे वहा से निकल गई,.....कियान इस दुनिया का बोहोत बड़ा गैंगस्टर था लेकिन वोह किसी को भी बेवजह नहीं मरता था जब तक कोई उससे पंगा न ले,.....गार्ड ने जब कियान की कार आई देखी तो गेट का परेड खोल दिया,...और सारी कारे अंदर चली गई,.....मेंशन के गेट के एंट्रेंस पर सारी कारे रुकी और सारे गार्ड कियान की कार के पास आकर खड़े हो गए,..... उन सारे गार्ड के हाथो मैं राइफल्स गन थी,....कियान की एक और बाद मसूर थी की उसके गार्ड बोहोत पावरफुल थे इतने की शायद ही कोई उन्हे हरा सके,....कियान के ऑर्डर पर वोह सब अपनी जान भी देने को तयियार रहते थे,...वोह सब 24 घंटे कियान की रखवाली करने के लिए खड़े रहते थे ,...

कियान प्रिया को गोद मै उठाकर बाहर निकला और उससे अंदर ले जाकर नीचे वाले प्रिया के रूम मैं ले गया और उससे बेड पर सुला कर बोला,....मुझे पता है तुम नाटक कर रही हो,....मेरा अटेंशन पाने के लिए यह बेचारी बनने की जरूरत नहीं है,.....मेरा अटेंशन तुम्हे खुद प खुद मिल जायेगा,.....यह कह वोह उस कमरे से निकल गया और बाहर आते  ही अलीना भी उसके साथ ऊपर चली गई,.....उसके जाते ही प्रिया ने अपनी आंख खोली और एक डेविल स्माइल के साथ बोली,... जानेमन तुम्हारा अटेंशन बोहोत कीमती है ,...और तुम्हे पाने के लिए तो मैं पूरी दुनिया से लड़ जाऊ,.....तुमरी एक टच मुझे पागल बना देती है,....ना जाने तुम मुझे कब उस नजर से देखोगे,.....मैं तब तक बर्दाश करूंगी जब तक तुम्हारी नज़र मुझे छोड़ कर किसी ओर लड़की पर नहीं होगी,....यह कह वोह आराम से सो गई,...

दूसरी तरफ,.....

अर्व मल्होत्रा,....आज  21 साल बाद इंडिया लौट रहा था हालाकि अब इंडिया मैं उसके परिवार मैं से कोई नहीं रहता था,...22 साल पहले जो कुछ भी हुआ मुंबई मैं उसके बाद से अर्नव और शिवांश अपने परिवार को लेकर ऑस्ट्रेलिया चले गए,.....और तबसे अर्व ऑस्ट्रेलिया मैं ही रहा ,.....लेकिन आज वो 21 साल बाद मुंबई लौटा था,...वापस से अपने डैड की कंपनी टेक ओवर करने,.... अर्नव की मल्होत्रा इंडस्ट्रीज की आधी कंपनी ऑस्ट्रेलिया मैं बोहोत टॉप पर जा चुकी थी ,....इंडिया मैं भी अर्नव की कंपनी चलती थी लेकिन कोई सही इंसान नहीं था जो उसकी कंपनी अच्छे से टेक ओवर करे और उससे उस्सी की तरह कंपनी ऊंचे मुकाम पर पोहोचय,...अवनि की इंडिया मैं जो कंपनी थी अब मल्होत्रा कंपनी के साथ मर्ज हो चुकी थी ,.....जिससे अब अर्व ने संभालने का निर्णय लिया है,..... अर्व की ऑलरेडी बोहोत बड़ी कंपनी थी,.....अर्व जब 13 साल का हुआ तब से ही वोह काम करना शुरू कर चुका था,....

अर्व अपने जेट से बाहर आया और टाइम देखते हुए अपने P.A से बोला,...सीधा कंपनी चलो,.....उसके P.A ने कहा ,..... येस सर,.....

सुबह का वक्त,....

जैसवाल हाउस,.....

शिवानी अपना बैग लिए सीरियो से नीचे उतरते हुए बोली,.....मां बाबा,....हम कॉलेज जा रहे है,.....आप दोनो अपना खयाल रखिएगा,.....और पियूष को बोलिएगा की जल्दी से स्कूल चला जाए,.....यह कह वोह बाहर चली गई,.....बाहर आते ही लाल चौक के पास आई और वही रुद्राली मिल गई,.....शिवानी ने रुद्राली से कहा,....सॉरी हम लेट हो गए,....रुद्राली सर हिलाते हुए बोली,....ये तेरे रोज़ का नाटक है चल अब,.....यह कह वोह स्कूटी पर बैठ गई और पीछे शिवानी बैठ गई,.....और रुद्राली स्कूटी स्टार्ट कर वहा से कॉलेज के लिए निकल गई,...1 घंटे बाद कॉलेज पोहोच कर रुद्राली ने स्कूटी पार्क की ओर दोनो अंदर आ गए,...

जब वो दोनो क्लास मैं पोहोचे तो देखा अंदर प्रोफेसर थे ही नही,.....वोह दोनो समझ गई की प्रोफेसर अभी तक आए नहीं है,.....वोह दोनो जिस कॉलेज मैं पड़ती थी असल मैं वोह बोहोत बड़ी कॉलेज नहीं थी वोह एक आम सी बनारस यूनिवर्सिटी थी,.....वोह दोनो अंदर आई,....और तभी एक लड़का रुद्राली को छेरते हुए बोला,..... हाए रूडी क्या लग रही है तू आज ,.....मेरी जान निकल लेना तू एक दिन,..... रुद्राली उस लड़के के पास आई और उस लड़के के कंधे पर अपना हाथ रख बोली,..... अबे चिरकुट तुझे हम सुंदर लगते है लेकिन कभी साला तूने अपनी सकल देखी है,....मन करता है साला तेरी जान निकाल ही दे,.....वैसे ही फोकट जिंदगी है तेरी किसी को फरक नहीं पड़ेगा,.....यह सुनकर तो शिवानी को मन ही मन बोहोत हसी आ रही थी,.....

वोह लड़का रुद्राली को गुस्से से देखते हुए उसके हाथ को मोड़ने की कोशिश की तो रुद्राली ने उसके हाथ को मोड़ कर कमर से लगा दिया और कहा,....साला हाथ उठने की कोशिश की न तो पूरे बनारस मैं लापड़ियाते चलेंगे तुझे,....इसलिए अपनी हद मैं रह ,.....यह कह उसने उससे छोड़ा,....और शिवानी के साथ साइड वाले सीट पर बैठ गई,...वोह लड़का गुस्से से बस उससे घूर जा रहा था,.....पूरे कॉलेज मैं किसी की इतनी हिम्मत नहीं होती थी की शिवानी और रुद्राली से कोई लड़ ले,.....वोह दोनो ही बवाल थी,.....तभी प्रोफेसर आए और फिजिक्स के लेक्चर के बाद वोह चले गए ,.....और दूसरे सब्जेक्ट के प्रोफेसर आकार उन्हे पढ़ाने लगे,.... ऐसे ही उन सबकी कॉलेज का टाइम खतम हुआ और छुट्टी होने के बाद वोह दोनो कॉलेज से बाहर आई,.....

शिवानी ने कहा,.....आज प्रेम नही आएगा क्या,.....यह सुन रुद्राली छेरते हुए बोली,.....आए हाए मेरी जान ,..... बड़ी याद आ रही है अपने क्यूट से होने वाले पति की,....शिवि उसके सर पर मारते हुए बोली,.....कुछ भी मत बोला कर,....वोह हमे लेने आते है इसलिए हम राह देख रहे है,....अच्छा छोड़ हम लोग तब तक पानी पूड़ी खाते है चल यह कह शिवानी रुद्राली को तानते हुए पानी पुरी वाले के पास ले गई दोनो मज़े से पानी पुरी खाने लगी,.....

शिवनी पानी पुरी खाते हुए बोली,.....क्या भईया थोड़ा और तीखा दो,.....बनारस मैं बस इतने ही मिर्ची बचे है क्या,.....तभी कुछ लड़को मैं से एक लड़का बाइक मैं बैठे हुए बोला,..... हा हा भईया थोड़ा ज्यादा तीखा दो मैडम जी को वैसे भी पूरी पटाका है,.....यह सुनकर तोह रुद्राली मन ही मन हस्ते हुए बोली,....गलत पंगा ले लिया बेटा तुमने अब यह पटाका तुमपे ही फूटेगी,.....यह सोचते हुए वोह मजे मैं पानी पुरी के मज़े लिए जा रही थी,.....शिवानी ने कुछ नहीं कहा तोह फिर से पीछे से आवाज आई,.... भईया थोड़ा ज्यादा दो मैडम जी को ,....मैडम जी पैसे की बिलकुल फिक्र मत करना पूरी बनारस की पानी पूरी खिला सकते है हम आपको,.....शिवानी ने कटोरा पानी पूरी वाले भईया को दिया और कहा,..... भईया थोड़ा पानी मिलेगा यह कह उसने भईया से पानी लिया और सामने रख पीछे मुड़ी और उस  बाइक मैं बैठे लड़को को देख बोली,.....का कहा था तुमने पटाका है हम,...साला तुम्हे हम बनारस की पूरी मिर्ची न खिलाए न तो हमारा नाम भी शिवि नही,.....

साला ऑलरेडी दिमाग किसी के ना आने से सटका हुआ है ऊपर से तुमने इस आग मैं घी डाले रहे हो,.... साला हमारा दिमाग फुल ओन फायर कर दिया है,...अब तो साला तुम लोग महादेव को याद करोगे ,...ये कह शिवानी ने एक किक मारी और वो लड़का बाइक से दूसरी ओर जाकर गिरा,...शिवानी ने उस लड़के का कॉलर पकर कर घसीटे हुए पानी पुरी वाले भईया के पास ले गई और बोली,....आपके पास जितनी मिर्ची सारी मिर्ची एक कटोरे मैं भरकर हमे देना ,.... भईया ने उससे कटोरे मैं पूरा भरकर मिर्ची दी तोह शिवानी ने सारी मिर्ची उठाकर उस लड़के के मुंह मै डाल दिया जिससे वोह लड़का चिलाने लगा,.....उस लड़के के जितने साथी थे वोह सब देखकर तुरंत भाग गए क्यों की शिवानी ने अगर उनके घर वालो को बता दिया तो वो लोग मुसीबत मैं पड़ जायेंगे,.....वोह लड़का जमीन पर बैठा पानी पानी चिलाये जा रहा था 5 मिनट बाद शिवानी ने उस पानी के ग्लास को उठाया और उससे दे दिया जिससे उस लड़के ने एक बार मैं पी लिया,.....

शिवानी उस लड़के के कॉलर को पकड़ कर उससे जमीन से उठकर खड़ा करवाया और उसके पैंट के जेब से उस लड़के का वॉलेट निकाल कर उस मैं से भईया को पैसे देते हुए बोली,.... ई लो भईया इनके मिर्ची के पैसे और हमारे  पानी पुरी के पैसे,....यह कह उसने उस लड़के का वॉलेट उसके हाथ मैं थमाया और कहा,.... अब तुम इस हालत मैं तो पैसे दे नहीं सकते थे तो सोचा की तुम्हारी खिलाने वाली बात हम ही पूरी करदे ,.....यह कह शिवानी मुस्कुराई और बोली,....साला ई तो बता दो की हम पटाका है की नहीं यह कह उसने एक आंख मारी और रुद्राली से बोली,.... चल रूडी,.... यहां दिवाली मन चुकी है,.....रुद्राली मुस्कुराते हुए शिवानी के पास आई और उस लड़के से बोली,.....साला बनारस के लड़को की आंखों मै पत्थर पड़े है का,....साला खुद तोह 20 साल के हो और लड़की भाई 21 साल की पटानी है,....साला जाके डॉक्टर को दिखाओ,....यह कहते ही रुद्राली ने शिवानी को देखा जो उससे गुस्से से घूर रही थी,.....

________________________डियर रीडर्स,...

दोस्तो आप लोग बोहोत कम कमेंट करते हो जिसकी वजह से मेरा कॉन्फिडेंस फिलहाल बोहोत लो हो चुका है.....मुझे यह नहीं समझ आ रहा की स्टोरी अच्छी है या बेकार,....आप लोग कॉमेंट तो कर ही सकते हो,.....