आखिरकार,जब लू मान की माँ की लू क्वी की वजह से मौत हो गई,तो टैंग ज़ी ने लू मान को यह बताने की हिम्मत भी नहीं की। उसे डर था कि जेल में रहते हुए वो उस दुःख को झेल नहीं पाएगी।
हालांकि,उसकी रिहाई के दिन, टैंग ज़ी किसी काम से बाहर गया हुआ था, और उसे लेने नहीं जा सका।
लेकिन वो वापस आने के तुरंत बाद उससे मिलने आया था। जब उसे लगा कि,वो अब लू मान से यह खबर और नहीं छिपा सकता है, तो वो उसके सामने फूट-फूट कर रोया, और उसकी माँ की अच्छे से देखभाल नहीं कर पाने का आरोप खुद पर ले लिया।
शुक्र है, वो अब सब कुछ फिर से कर सकती थी।
इसलिए इस जीवन में, उसे कोई पछतावा नहीं होगा।
***
जैसे ही लू मान लू निवास में लौटी, अंदर प्रवेश करने से पहले वो रुक गयी, और बड़े से कठोर दरवाजे को देखने लगी।
पिछले जन्म में, जब उसे पता चला था कि लू क्वी ने उसकी माँ को गुस्सा दिलाकर मरने के लिए मजबूर किया था,और वो लू क्वी से सच्चाई जानने के लिए यहाँ आई थी,तब लू कियुआन ने उसे घर से बाहर निकाल दिया था। वह याद अभी भी उसके मन में जीवित थी।
एक गहरी साँस लेते हुए,वो सामने के दरवाजे से अंदर चली गई।
"यंग मिस्ट्रेस," मैडम चेन ने उसे देखकर कहा।
कम से कम उनके पास अभी भी कुछ शिष्टाचार था, लेकिन वो लू क्वी को उससे ज्यादा सम्मान देती थी।
बहरहाल, लू मान ने कोई जवाब नहीं दिया,और लिविंग रूम की तरफ देखने लगे।
मैडम चेन ने मन में बड़बड़ाया,"आज लू मान को क्या हो गया है?"
भले ही,वो लू मान के साथ बहुत ज्यादा बात नहीं करती थी,लेकिन लू मान कम से कम उनके साथ इज़्ज़त से पेश आती थी।
हालांकि, जब उसे याद आया कि लू कियुआन ने लू मान को वापस क्यों बुलाया था, उसने अपने होठों को सिकोड़ लिया।
इस घर में लू मान की अजीब स्थिति के बारे में कौन नहीं जानता था?
लू परिवार में लू मान की जगह शायद मैडम चेन के भी नीचे थी?
वैसे भी, लू मान को कोई फरक नहीं पड़ता था कि,मैडम चेन उसके बारे में क्या सोच रही थी। लिविंग रूम में प्रवेश करने पर, उसने लू कियुआन का उदास चेहरा देखा।
लू क्वी और हे झेंगबाय,दोनों भी वहाँ मौजूद थे, और जिया किंगयांग लू क्वी को प्यार से सेहला रही थी।
लू मान ने अपनी भौहें उठाईं और आश्चर्य से पूछा,"तुम इतनी जल्दी पुलिस स्टेशन से वापस आ गयीं?"
"स्मैक!" लू मान को बिना एक भी शब्द कहे, लू कियुआन ने उसके चेहरे पर एक कसकर थप्पड़ मारा।
भले ही लू मान को पता था कि, लू कियुआन उसे इतनी आसानी से नहीं छोड़ेगा, लेकिन फिर भी, उसने कभी सोचा भी नहीं था कि,वो उसे एक शब्द भी कहे बिना ही उसे थप्पड़ मार देगा।
जब से लू कियुआन ने उसकी माँ को तलाक दिया और ज़िया किंगयांग से शादी की थी, उसने शायद ही कभी लू मान का ख्याल रखा था, लेकिन उसने इससे पहले कभी भी लू मान को बिना कुछ कहे नहीं मारा था।
यह पहली बार था जब उसने लू मान को मारा था।
यदि यह पिछले जीवन वाली लू मान होती, तो वो टूट जाती।
हालांकि,अभी भी लू मान का दिल सुन्न हो गया था, किसी भी भावना से रहित !
उस वक़्त जब लू कियुआन ने अपना हाथ उठाया, लू मान ने पहले ही उसे आते देख लिया था।
वो इससे बच भी सकती थी, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया और जानबूझकर उसे थप्पड़ मारने दिया।
हालांकि,उसे अनुमान नहीं था कि,लू कियुआन कितनी तेजी से उसे मारेगा। उसके कठोर थप्पड़ ने ना केवल लू मान के सिर को साइड में कर दिया, बल्कि उसका पूरा शरीर भी पीछे की ओर लड़खड़ा गया।
लू मान ने अपना सिर नीचे कर लिया,और उसके चेहरे के भाव बदल गए। वो खड़ी होना चाह रही थी, लेकिन थोड़ा लड़खड़ाने के बाद वो जमीन पर गिर गई।
अपने सिर को उठाते हुए, उसने एक हाथ से अपने लाल और सूजे हुए गाल को सहलाया। उसने जब अपना सिर थोड़ा और ऊपर उठाया,तो लू कियुआन देख सकता था कि, लू मान की आँखों में आँसू भरे हुए थे, जैसे कि वो विश्वास नहीं कर पा रही थी कि, लू कियुआन ने अभी उसे मारा था। लू मान ने उसकी तरफ दयनीय रूप से देखा।
लू कियुआन का दिल थोड़ा डगमगाया। लू मान का देखने का ढंग बिलकुल जिया किंगवेई की तरह ही था।
उस समय उन दोनों के चेहरे बिल्कुल एक जैसे लग रहे थे।
अतीत में, ज़िया किंगवेई लू कियुआन के साथ रहकर सभी प्रकार की कठिनाइओं और परेशानियों से गुजरी थी। चाहे वो कितनी भी परेशान क्यों न होती थी,लेकिन लू कियुआन के सामने वो कभी नहीं रोई थी।
बस एक बार वो गलती से लू कियुआन के सामने रो दी थी। वो हमेशा अपने कमजोर पक्ष को उससे छिपाती थी। लू कियुआन के सामने,वो जानबूझकर अपने आप को मजबूत दिखाती थी। और यह देखकर, लू कियुआन का दिल और ज्यादा दुखी होता था।
लू मान भी अपनी माँ के जैसी ही थी।
लू कियुआन ने अपना हाथ पीछे किया, उसकी हथेली अकड़ गई। वो अपने आप पर विश्वास नहीं कर पा रहा था कि,उसने गुस्से में लू मान को चोट पहुँचायी।
लू कियुआन के चेहरे की भावनाओं को देखते हुए,ज़िया किंगयांग जल्दी से लू मान की मदद करने के लिए गयी और उससे सहानुभूतिपूर्वक पूछा कि वो ठीक तो है या नहीं?
वो फिर लू कियुआन की ओर मुड़ी और बोली,"कियुआन, आप किसी बच्चे को कैसे चोट पहुँचा सकते हैं? हम बात करके भी तो चीज़ें सुलझा सकते हैं।"
"यह सही है। बहन, क्या तुम ठीक हो?" लू क्वी ने चिंता दिखाते हुए लू मान से पूछा। उसने लू मान के आँसू पोंछने की परवाह भी नहीं की,और बेशर्मी से उन्हें उसके चेहरे पर से बहने दिया।