"यंग मिस्ट्रेस, नाराज़ ना हों। मास्टर ज़रूर किसी ज़रूरी काम में फंस गए होंगे..."
"ज़रूरी काम? ऐसा क्या ज़रूरी काम हो सकता है,जिसके कारण उसे पूरी रात घर के बाहर रहना पड़ गया?" म्यू वानरू पागलों की तरह हंसने लगी,जिससे उसके चेहरे की नसें स्पष्ट दिखाई दे रही थीं।
उसकी बेचैनी जायज़ थी। ऐसा लग रहा था कि,उसने जो कुछ इतने सालों से संभाल कर रखा था,वह उससे छिन रहा था।
उसने अपने निचले होंठ को थोड़ा सा दबाया क्योंकि उसे आने वाले खतरों का पूर्वाभास हो रहा था।
शराब एक इतनी ख़राब चीज़ हो सकती है, वो भी एक कम पीने वाले इंसान के लिए।
दोपहर के दो बज चुके थे, जब युन शीशी सो कर उठी।
उसने अपनी थकावट भरी आँखें खोलीं,और शानदार रूप से सजा हुआ सुइट देखा। उसने हैरान होकर यह याद करने की कोशिश की कि,वो वहाँ क्या कर रही थी, लेकिन उसका दिमाग खाली था।
वो रात के कारनामों के बाद सदमे में थी,और अपने सामने के दृश्य को पहचान नहीं पा रही थी।
दवा के दुष्प्रभाव ने पिछली रात की घटनाओं की यादों को मिटा दिया था। उसे बस इतना सा याद था कि,उसे आधा गिलास शराब पीने और बेहोश होकर गिरने के लिए मजबूर किया गया था।
वो उसके बाद कुछ भी याद नहीं कर पाई।
उसका शरीर थका हुआ था, फिर भी वो पिछली रात की घटनाओं के बारे में अनुमान लगाने में असफल रही।
वो यहाँ बिस्तर पर नग्न क्यों पड़ी थी?
यह देखकर वो गहरे भय और सदमे से भर गयी !
पिछली रात के डरावने संभोग के बाद,उसे लग रहा था जैसे उसे बुरी तरह से मारा गया हो।
हालांकि, वो इससे अनजान थी। वह उठने के लिए हिली,और उसे अपने पैरों के बीच तेज़ दर्द महसूस हुआ।
उसके दिल में उफान आ गया ; यह एहसास उसके लिए नया नहीं था।
यह स्पष्ट रूप से एक ऐसा एहसास था, जो प्यार करने के बाद महसूस किया जाता है।
उसकी आँखें उदास हो गयीं। उसने जल्दी से रजाई हटाई और अपने शरीर को चोटों से भरा देखकर चौंक गई।
चुम्बन के लाल और नीले निशान देखकर ऐसा लग रहा था,जैसे किसी ज़हरीले सांप ने उसे डंस लिया हो!
उसका दिल उस पल में तेज़ी से धड़का और वो पत्थर जैसी स्थिर हो गयी।
शीशे में, उसका चेहरा एक फटे हुए मुखौटे की तरह दिख रहा था,जो टूटने की कगार पर था!
उसने आखिरकार पता चल गया कि, उसके साथ क्या हुआ था!
भले ही पिछले छह वर्षों में किसी भी आदमी ने उसे छुआ नहीं था...फिर भी वो अब छोटी सी और भोली-भाली सोलह साल की लड़की नहीं थी। दर्द के एहसास ने उसे पिछली रात की आपबीती का एहसास कराया।
वो बेचैन थी,और कल की सारी बातों को याद करने की कोशिश कर रही थी, लेकिन उसे सिर्फ इतना याद था कि उसे शराब पीने के लिए मजबूर किया गया था।
उसे केवल ली डोंगकियांग याद था।
क्या उसने... उसके साथ कुछ?!
हे भगवान! उसने खुद को किस मुसीबत में डाल लिया?
युन ना को उस आदमी को पैसे देने थे। क्या इसका यह मतलब है कि,उसे इसलिए सफर करना पड़ रहा है,क्योंकि वो उसकी बहन थी?
वो बहुत निराश हो गयी थी और डर के मारे काँप रही थी।
जब वो वहाँ बुत बनकर खड़ी थी,तभी उसे एक सम्मानजनक और परिचित आवाज़ सुनाई दी।
"मिस युन,आखिर आप जाग गयीं !"
युन शीशी अचानक आवाज से चौंकी और देखने के लिए आश्चर्य में पलट गयी।
उसने किसी को सोफे पर बैठे हुए देखा। वो एक तमीज़दार,साफ़ सुथरी ऑफिस ड्रेस पहने हुए, और सलीके से बंधे हुए बालों वाली महिला थी।