webnovel

संप्रदाय का एक पुराना मित्र

Éditeur: Providentia Translations

"... मैं सिर्फ एक शोधार्थी हूं ..." मेंग हाओ ने अपना मुंह चौड़ा किया , वे इस बात से अनिश्चित थे कि क्या प्रतिक्रिया दें । जब उन्होंने पिछले समय में युंज़ी काउंटी में सामान खरीदा था, तो उन्होंने कभी भी इस तरह की स्थिति व परिस्थिति का सामना नहीं किया था । एक सुंदर लड़की, उस पर मीठी मुस्कान देते हुए, बेहद मनोहर लग रही थी,को देखते हुए लाल रंग की लालिमा ने उसके चेहरे को अचानक भर दिया था ।

मेंग हाओ की व्याकुल अभिव्यक्ति को देखते हुए ,उस युवा युवती ने अपना मुँह ढँक लिया और धीरे से हँसी । उसकी कमर हिल डुल रही थी और वह चलते हुए गोलियों की भट्टी की तरफ चली गई अपने सर को झकते हुए उसने एक अधेड़ उम्र के आदमी से बातचीत की जो वहाँ पर ध्यान में बैठा हुआ था ।

जैसे ही वह पलटी उसने मेंग हाओ को देखकर पलक झपकाई । " कैसा रहेगा अगर लगभग एक सौ सत्तर आत्मा के पत्थर हों तो ? " 

" बहुत बहुत धन्यवाद आपका फेलो डाओइस्ट ," मेंग हाओ, ने एक सांस को अंदर खींचते हुए कहा । प्रसन्न दिखाई देते हुए की उन्होंने कुछ आत्मा के पत्थर बचा लिए हैं , प्रसन्न दिखाई देते हुए की उन्होंने जल्दी ही उसे हाँथ जोड़कर प्रणाम किया । 

उसने कहा कि, " आप मुझे अपनी बड़ी बहन कह सकते हैं ," जेड पर्ची मेंगहाओ को पकड़ा दी ।

उन्होंने उसे स्वीकार किया, फिर उनमें कुछ आध्यात्मिक शक्ति डाली । अचानक उनके दिमाग में एक विशाल झांकी दिखाई दी| उत्सुक होकर उसने अपने पकडे हुए बैग को देखा जिसमें पहले से ही तीन गोलियाँ दिखाई दे रही थीं । उसने एक सौ सत्तर आत्मा के पत्थरों को बाहर निकाला और उन्हें लड़की को दे दिया, फिर अपने हाथों को एक साथ जोड़कर उससे जाने की अनुमति प्राप्त की , लड़की ने आह भरकर उसे आहिस्ता आहिस्ता दरवाजे तक पहुँचाया ।

उसने कहा, " मेरा नाम क़ियाओ लिंग है , " उसकी आँखों में एक मनोहर छवि दिखाई दी । " अगली बार जब आप आएंगे तो मुझे ज़रूर याद रखियेगा । " उसने यह बोलते हुए उसे ऊपर से निचे तक देखा, उसकी आँखें आकर्षक और आत्मीयता से भर गईं । मेंग हाओ का चेहरा लाल हो गाया , उसे सलाम किया और जितनी जल्दी हो सके पीछे हट गया ।

उसके जाने के बाद उसका दिल और तेज़ी से धड़कने लगा और कुछ समय तक शांत भी नहीं हुआ , उसने पीछे मुड़कर देखा तो उसे सौ खजाने वाला मंडप दिखाई दिया और उसने वहाँ पर क़ियाओ लिंग को हल्की सी मुस्कराहट के साथ देखते हुए पाया ।

उसे और भी शर्मिंदगी महसूस हुई । वह अपने साथ उसकी स्वतंत्रता छीन के ले गई थी !

उसने इससे पहले कभी भी ऐसे भावनाओं को अनुभव नहीं किया था, यह एक बुरा अहसास नहीं था, और उसने वास्तव में इसका थोड़ा आनंद लिया था । फिर से खांसते हुए उसने अपना सिर नीचे किया और चलना जारी रखा ।

इस समय में कुछ लोगो का समूह सौ खजाने के मंडप की दूसरी मंजिल से निकला । वो लोग कम से कम सात या आठ रहे होंगे जिनमें पुरुष और महिलाये दोनों संम्मिलित थीं । वे चलते चलते आपस में बातें कर रहे थे । उनमें से एक युवा आदमी था जिसने नील रंग का पोशाक पहना हुआ था जो उनके पीछे की ओर चल रहा था । वह उनकी तरह दिखाई नहीं दे रहा था ऐसा लग रहा था मानो जैसे की वो उनका कोई सेवक हो ।

जैसे ही समूह ने मंडप के बाहर कदम रखा , उस युवा आदमी ने संयोगवश अपना सिर उठाया और मेंग हाओ की ओर दृष्टि डाली ।

" मेंग हाओ ! " वह चिल्लाया ,उसे देखकर । उसने अन्य पुरुष और महिलाओं का ध्यान भी अपनी ओर आकर्षित किया और मेंग हाओ का भी जो यह देखकर रुक गया और वापस पलटकर उन सभी लोगों को देखने लगा ।

उनकी अभिव्यक्ति नहीं बदली , लेकिन उनके दिल में उन्होंने परस्पर विरोधी भावनाएँ महसूस कीं , यह युवा आदमी और कोई नहीं बल्कि रिलायंस बाहरी संप्रदाय के पूर्व शिष्य झोउ काई थे । उनका कल्टिवेशन मूल आधार क्यू आई संघनन के पांचवें स्तर पर था । संप्रदाय के विलय के समय के दिन वह लाल कोहरे से लुढ़का हुआ था और आज वह यहाँ था ।

वह कुछ नीचे और बाहरी दिखाई दे रहा था, जरी के महंगे वस्त्र पहने हुए लोगों के समूह का अनुसरण कर रहा था । उनमें से ज़्यदातर लोगों का व्यवहार डराने वाला लग रहा था और उनमें से एक क्यूई संघनन के सातवें स्तर पर था । बाकी सब छठे स्थान पर थे । वे स्पष्ट रूप से झाओ राज्य के महान संप्रदायों के सदस्य थे ।

जाहिर सी बात है कि, रिलायंस संप्रदाय के विघटन के बाद झोउ काई उनके साथ शामिल हो गए थे । उनके लिए इस तरह से समूह के साथ होना स्पष्ट रूप से इस स्थिति को दर्शाता था कि वे केवल एक सेवक का स्तर ही रख सकते थे ।

मेंग हाओ ने उनकी तरफ देखकर सिर हिलाया लेकिन कुछ नहीं कहा , वे मुड़े और जाने लगे ।

" यह कौन है ?" एक युवा आदमी ने कहा जो झोउ काई के बगल में खड़ा था । उन्होंने धीरे से कहा, लेकिन उनका लहजा गर्व और अहंकार से भरा हुआ था । उसने एक बड़ा चमकीला पोशाक पहना हुआ था और उसके हाथ में एक पंखा था , वे क्यूई संघनन के सातवें स्तर पर थे और जो दूसरे लोग उनके पास खड़े थे वे लोग उन्हें देखने के बाद आपस में कानाफूसी करने लगे और उन्हें देखते रहे ।

मेंग हाओ के नाम या संप्रदाय में उनकी स्थिति का उल्लेख न करते हुए झोऊ काई ने हिचकिचाते हुए कहा कि " बड़े भाई सूर्य, यह मेरे पूर्व संप्रदाय का एक साथी सदस्य हैं "। 

" मेंग हाओ ... यह कोई परिचित नाम लग रहा है । " 

" मुझे याद है , " समूह की एक महिला ने मुस्कुराते हुए कहा, यह रिलायंस सम्प्रदाय के केवल एकमात्र सदस्य हैं, वे एक प्रकार के रेखा-चित्र की तरह दिखाई दे रहे हैं ।

सभी दर्शकों की आँखें अचानक चमकने लगीं , दो लोग आगे की ओर बढे मेंग हाओ का रास्ता रोकने के लिए । हाल ही के दिनों में झाओ राज्य के कल्टीवेशन की दुनिया में , चौंकाने वाली अफवाहें चारों ओर फ़ैल रही थीं ।

रिलायंस संप्रदाय विघटित हो गया था , लेकिन रिलायंस पितृपुरुष मृत नहीं था । उन्होंने केवल एक ही भीतरी संप्रदाय के शिष्य के लिए शक्ति का प्रदर्शन किया था । उसने झाओ राज्य के सबसे शक्तिशाली विशेषज्ञों को भयभीत कर दिया था, जिससे भारी सनसनी फैल गई थी । विशेषज्ञों के घटनास्थल से लौटने के बाद , यह अफवाह झाओ राज्य के पूरे कल्टिवेशन की दुनिया में फैल गई थी ।

यहाँ तक की सबसे ज्यादा गर्म जोशी की चर्चा ये थी कि रिलायंस पितृपुरुष ने अपने सभी भीतरी सम्प्रदाय के शिष्यों को कीमती ख़ज़ाने उपहार में दिए हैं , जो इतने शक्तिशाली है कि जो धरती और आकाश दोनों को हिला सकते हैं और जो किसी भी या सारे कल्टिवेटर्स को भी मार सकते हैं । ये अफवाहें तेज़ी से और व्यापक रूप से फ़ैल गईं और फिर जब जांच शुरू हुई तो पूर्व रिलायंस संप्रदाय के शिष्यों से पूछताछ की गई तो पाया की जो व्यक्ति था उसका नाम : मेंग हाओ था ।

अगर चीजें इस अंदाज में खत्म हो जातीं, तो जल्द ही मामला शांत हो जाता । हालांकि, रिलायंस संप्रदाय से लौटने के बाद झाओ राज्य के विशेषज्ञों ने धीरे-धीरे कुछ महसूस किया । अंत में, ऐसा लग रहा था कि रिलायंस पितृपुरुष की शक्ति थोड़ी कम होने लगी है । इसके अलावा, रिलायंस पितृपुरुष के विख्यात क्रोध को देखते हुए , यह कैसे हो सकता है कि वे सभी भागने में सक्षम थे , और उनमे से एक भी मारा नहीं गया था ?

परिकल्पना स्वाभाविक रूप से खिल गईं और बहुत से लोग भीतरी संप्रदाय के शिष्य मेंग हाओ पर ज़्यादा से ज़्यादा ध्यान देने लगे । तीन महान संप्रदायों ने यह आदेश जारी किए थे संप्रदाय के सभी शिष्य बाहर भेजे गए थे ज़्यादा नज़दीकी से ध्यान देने के लिए और मेंग हाओ को खोजने का प्रयास करने के लिए । आदेश के साथ उसकी तस्वीरें वितरित की गई थीं ।

अब, लोग निश्चित नहीं थे । भले ही रिलायंस पितृपुरुष जिंदा था, पर क्या उसका कल्टिवेशन का मूल आधार पहले जैसा शक्तिशाली था ? मामले में बहुत सी गलतफहमियां फैली हुई थीं, तीन महान संप्रदायों ने घोषणा की थी कि अगर किसी भी शिष्य को मेंग हाओ मिल जाये या उसके खजाने की ताकत का पता लगाएगा तो उसे पुरस्कार दिया जाएगा।

मेंग हाओ वहाँ खड़े हो गए, वहाँ खड़े हो गए रुखाई से दो लोगों को देखते हुए जिन्होंने उनका रास्ता रोका था । उसने किसी के पैरो की आहट सुनी पीछे से जैसे कि चार अन्य लोगों ने उसके पीछे हटने का रास्ता रोक दिया हो । उसके बाएं और दाएं रास्तों में भी लोग खड़े हुए थे । ऐसा प्रतीत हो रहा था मानों जैसे कि वह पूरी तरह से घिर गया है ।

सौ खजाने के मंडप के भीतर , क़ियाओ लिंग ने तेवर में निचे की ओर देखा |

मेंग हाओ ने शांत होकर विस्तृत रूप से अपनी निगाहें चारों ओर घुमाई और कहा कि " क्या मैं आपकी मदद कर सकता हूँ , साहब और महिलाओं ? " उसकी अभिव्यक्ति निष्पक्ष दिखाई दे रही थी ,जैसे की ठहरा हुआ पानी शांत दिखाई देता हैं । वह पूरी तरह से आश्वस्त दिखाई दे रहा था, लेकिन फिर भी सतर्क था ।

" नहीं , " असाधारण रूप से कपड़े पहने युवक ने मुस्कुराते हुए कहा कि अपने आप को पंखा झुलाते हुए । " हमने अभी-अभी सुना है कि मेन्ग हाओ के पास एक उपहार है जो रिलायंस पितृपुरुष द्वारा दिया गया है । आपके साथ दौड़ने के बाद, हम एक नज़र लेने की उम्मीद कर रहे थे । " उसकी मुस्कान के भीतर एक बर्फीली ठंडक झलक रही थी । और फिर , उसका दिल चौकन्ना हो गया था ; रिलायंस पितृपुरुष द्वारा दिए गए किसी भी क़ीमती उपहार को अत्यंत सावधानी के साथ व्यवहार किया जाना चाहिए ।

लेकिन, ये तीन महान संप्रदायों के शिष्य थे , जिन्होंने उन्हें अत्यंत उच्च प्रतिष्ठा प्रदान की थी । इसलिए, इसके बावजूद भी मेंग हाओ क्यूई संघनन के सातवें स्तर पर थे , वे अभी भी खुद को उस के ऊपर महसूस कर रहे थे ।

" यह बिलकुल सही है," उसके आसपास के कुछ लोगों में से एक ने हंसते हुए कहा । वे हंसे । "फेलो डाओइस्ट मेंग के पास खजाना है । वह इसे हमारे देखने के लिए बाहर क्यों नहीं निकाल देते । उन्होंने मेंग हाओ को स्पष्ट रूप पूरी तरह से बंद कर लिया, बाहर जाने का कोई रास्ता नहीं दिखाई दे रहा था ।

मेंग हाओ हमेशा की तरह शांत दिखाई दिए , उनकी आँखें ठंडी रौशनी की तरह चमक रही थीं । उन्होंने अपना मुँह हसीं मज़ाक करते हुए घुमाया और अचानक उन्होंने अपने पकड़े हुए बैग को थप्पड़ मार दिया , जिसके कारण आस पास के लोग चकमा खा गए और वे किनारे से निकल गए । उनमें से कुछ लोगों ने जादुई सामान भी निकाला ।

एक प्रकाश की किरण अचानक दीप्तिमान हुई और अचानक , मेंग हाओ के हाथ में लोहे का भाला प्रकट हो गया । उसने इसे जमीन में दबा दिया, इसे कुछ आध्यात्मिक ऊर्जा के साथ बदल दिया ताकि यह एक शक्तिशाली हथियार बन जाए , जिससे कि आसपास के लोग बेहोश हो गए और एक कदम पीछे हट गए , उनकी नज़रें भाले पर स्थिर होकर रह गईं ।

मेंग हाओ ने शांत होकर कहा, " जो कोई भी मरना चाहता है , वह मेरे करीब आ सकता है " ,वापस दो कदम पीछे हटे और अपनी चौड़ी आस्तीनों को झट्कारा , वह पूर्ण रूप से अत्यधिक आत्मविश्वासी दिखाई दिए खासतौर पर उनकी हास्यप्रद आँखें और मुस्कान जैसे कि वे जानते थे कि बिना किसी संदेह के जो भाले के नज़दीक आकर के आज़माने का प्रयास करेगा वह उसके द्वारा मारा जाएगा ।

दरअसल, मेंग हाओ ने दो कदम पीछे ले लिए थे क्युकी इससे वह शहर के दरवाज़े के नज़दीक पहुँचता जा रहा था , जैसे ही उसे घेरे हुए लोग उसके भाले को देखने के लिए आगे की ओर बढ़ते वह उन पर हमला कर देता फिर उनका फायदा उठाकर वो उनकी अव्यवस्था देखर चंपत होने की कोशिश करता , इसके बावजूद भी , इस शहर को तीन महान संप्रदायों द्वारा नियंत्रित किया गया था , तो वह अच्छी तरह से जानता था कि वह यहां पर किसी मुसीबत में फसना नहीं चाहता था ।

सब कुछ शांत नज़र आ रहा था जब सब लोग उसके भाले को देख रहे थे, एक ही झलक में यह सामान्य से थोड़ा परे प्रतीत नज़र आ रहा था । यह सजावटी नमूनों , अविश्वसनीय रूप से जटिल व चकाचौंध इत्यदि से भरा हुआ था । जितने अधिक लोगों ने इसे देखा, यह उतना ही अधिक अद्भुत दिखाई दे रहा था ।

यह चमकता है, इसकी नोक प्रकाश की किरणों को उत्सर्जित करती है जो आंखों को बिजली की तरह चुभती है।

यहां तक कि क़ियाओ लिंग सौ खजाने के मंडप से भी खुद को उसकी तरफ देखने से नहीं रोक पाई| और भी लड़कियां उसके आस पास दिखाई देने लगीं , सब उसको दूर से घूरने लगीं, ।

 उसको थोड़ी देर देखने के बाद , महान संप्रदायों के अनेक शिष्यों ने उसे तेवर में देखा ।

" इसमें कुछ भी ख़ास दिखाई नहीं देता हैं ; इस पर बस कुछ विचित्र निशान हैं । इस पर किसी भी प्रकार का मंत्र या जादू दिखाई नहीं देता है …." ।

वो फैंसी युवक जो प्रसंशकों के साथ था वो भो तेवर में दिखाई दिया, " यह रिलायंस पितृपुरुष द्वारा दिया गया खजाना है ? " इसकी कुछ समय जाँच करने के बाद, वह मुस्कुराया, फिर झोउ काई को उसने आगे कदम बढ़ाने के लिए इशारा किया ।

इस समय पैरों की आवाज़ पूर्व दिशा से बाहर के दरवाज़े की ओर से आ रही थी ,इससे वे आसपास के कल्टीवेटर का ध्यान आकर्षित कर रहे थे । मेंग हाओ की आँखें चमक उठीं और फिर उसने तेवर में देखा । पूर्वी द्वार के बाहर समूहबद्ध सफेद वस्त्र पहने दस या अधिक कल्टीवेटरों का एक समूह था उनमें से कुछ परिचित दिखे और जब उन्होंने उन लोगों के वस्त्रों का रंग देखा । वह जानता था कि ये सभी उस महान संप्रदाय के शिष्य थे जो कि आग का परीक्षण कर रहे थे ।

जैसे ही उसने देखा कि वे लोग पूर्वी दरवाज़े से प्रवेश कर रहे हैं । उन्होंने यह महसूस किया कि उनके भागने का रास्ता अब अवरुद्ध हो गया था । उसका तेवर और भी बढ़ गया और उसका हाथ धीरे से अपने बैग तक जा पहुँचा ।

उस फैंसी युवा आदमी ने अपने प्रशंसक के साथ सफेद वस्त्र पहने हुए कल्टीवेटर्स को देखा और उसकी आँखें चमक उठीं । उसका चेहरा श्रद्धा से भर गया, उसने सलामी में हाथ उठाया और कहा "वायलेट फेट संप्रदाय के बड़े भाई, में सन हुआ हूँ विंडिंग स्ट्रीम संप्रदाय से हूं । आपका अभिवादन है , फेलो डाविस्ट्स । "

यह सुनकर आसपास के कल्टीवेटर्स के चेहरों पर भय दिखाई दिया । वे लोग पहले आदमी के पीछे चले क्योंकि उन्होंने सफेद वस्त्र पहने कल्टीवेटर को सलामी दी । वे विभिन्न संप्रदायों के प्रसिद्ध व्यक्ति थे और आम तौर पर झाओ के राज्य के भीतर एक उच्च स्थान रखते थे । लेकिन वास्तव में दक्षिणी प्रदेश से एक महान संप्रदाय के शिष्यों से मिलने के लिए, वे तुरंत नीचे झुक गए । उनके भाव सहसा तीव्र इच्छा और शिष्टाचार के थे ।

हाल ही में, उन सभी लोगों ने अपने संबंधित संप्रदायों से जेड पर्ची प्राप्त की थी उन्हें यह याद दिलाते हुए कि अगर वे दक्षिणी प्रदेश के वायलेट फेट संप्रदाय के किसी भी सफेद पोशाक पहने हुए शिष्यों के साथ मिलते हैं तो वे उन्हें उकसाने की कोशिश नहीं करेंगे ।

जैसे ही सफ़ेद पोशाक पहने हुए कल्टिवेटर्स शहर में दाखिल हुए उन्होंने झाओ शिष्यों के राज्य को देखा, लेकिन उन्हें पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया । उनकी पहचान सुनकर कहा जाता है कि उनमें से एक जोड़े को तेवर में देखा गया । उनकी आंखें चारों ओर घूम गईं, फिर वे एक लोहे के भाले पर रुक गईं जो ज़मीन पर चिपका हुआ था । वे अपने मार्ग पर रुक गए ।

दूसरे शिष्य जो दृश्य देख रहे थे वे चकित रह गए । उनकी उत्साहित आँखें जगमगा उठीं ,वे झाओ राज्य के कल्टिवेटर्स को घूरने लगे ।

Chapitre suivant