अपने अभिनय के द्वारा निंग क्षी अपने आपको एक अच्छा कलाकार साबित तो कर पायी थी पर लोगों के मन में उसकी इज्ज़त जरा भी नहीं बढ़ी थी| वह वैसे की वैसे ही थी| उसने एक खलनायिका की भूमिका इतनी अच्छे से निभाई थी थी कि लोग बोलने लगे खुद का किरदार जीवंत किया था।
डाइरेक्टर गुओ को डर लगा कि इन सब से निंग क्षी का मनोबल कहीं कम न हो जाए तो वह उसके पास जाकर उससे बोले, " शांति से अपना काम करो | तुम्हारा हीरो भी फ़ाइनल हो गया है| अगले महीने से वह भी आ जाएगा ।
निंग क्षी ने उत्साह से डाइरेक्टर गुओ से पूछा, " कौन है आखिर मेरा हीरो। इतने दिनो में एक बार भी नहीं बताया मुझे । मीडिया से यह खबर छुपा रहे हो वो मैं समझ सकती हूँ पर मुझे तो बता सकते हो ?
डाइरेक्टर गुओ ने सिर्फ इतना कहा, " में बस इतना कह सकता हूँ, वह एक बड़ा कलाकार है।
पास से गुजरती हुई जिआ ने इन दोनों की बातें सुन ली और बड़बड़ाने लगी, "एक बड़ा सितारा सेकंड लीड का किरदार क्यों स्वीकारेगा? और वह क्या ज़्हओ सिज़्हुऔ से भी ज्यादा मशहूर होगा ? तुम्हें क्या लगता है बहन क्षुएलुओ?"
क्षुएलुओ ने बोला कुछ नहीं पर उसे भी लगा कि डाइरेक्टर बढ़ा चढ़ाकर बात कर रहा था ।
निंग क्षी ने जिआ के ताने की परवाह न करते हुए डाइरेक्टर गुओ से पूछा, " क्या वह बहुत ही सुंदर है? यह तो कम से कम बता ही सकते हो। स्क्रिप्ट के अनुसार सेकंड मेल लीड इतना ज्यादा सुंदर है कि पूरे गाँव की औरतें उसे देखने के लिए बीमार होने का नाटक करती थीं।
इस सेकंड मेल लीड के साथ उसके कई अंतरंग दृश्य होने वाले थे| कुछ सेक्स के दृश्य भी, चुंबन आलिंगन सब कुछ तो उसके लिए इस हीरो के बारे में जानना बेहद ज़रूरी था ।
गुओ ने उसे बताया, "हीरो बहुत ही हैंडसम है| उसकी चिंता न करो, तुम्हें उसे देख के बहुत खुशी होगी, पर वो एक सरप्राइज है।
दिन बीतते गए, अब अगस्त आ चुका था| लू के घर मे रहते हुए दो हफ्ते हो चुके थे| लिटिल के साथ निंग क्षी के संबंध और गहरे हो गए थे| उसका काम भी ठीक ही चल रहा था ।
निंग क्षुएलुओ ओर जिआ किंगकिंग साथ आ गयी थी| निंग क्षी के खिलाफ आए दिन कुछ न कुछ नया करती ही रहती थी। उन दोनों की इन हरकतों से निपटते-निपटते निंग क्षी थक चुकी थी|
वह बस सही समय के इंतजार मे थी ताकि एक ही ऐसा दाँव खेले कि दोनों चित्त हो जाए ।
एक अजीब बात और थी जो निंग क्षी महसूस कर रही थी कि पर्दे के पीछे से प्रॉडक्शन टीम कोई बंदा उसकी हमेशा मदद कर रहा था| ऐसे कई मौके आए जब निंग क्षी ने महसूस किया की अगर उसकी कोई चीज़ गुम गयी तो उसे कोई न कोई ऐसा इशारा मिल जाता था, जो उसके लिए मददगार साबित होता था ।
आज उसका सबसे बड़ा सिर दर्द था की उसे किसी बहुत ही सिर फिरे आदमी को लेने एयर पोर्ट जाना था| यह आदमी पूरे दिन भर से कॉल कर-कर के लगातार याद दिलाये जा रहा था ।
काम खत्म कर के निंग क्षी लू रेज़िडेन्स को गई | उसे कुछ सामान चाहिए था ।
"तुम आ गयी! पास सी में एक बढ़िया सा रेस्ट्रोरेंट खुला है| वहा हॉट पॉट बहुत ही अच्छा मिलता है| मैं सोच रहा था कि आज रात लिटिल को लेकर खाने के लिए वहाँ चलते है। लू टिंग सोफ़े पर बैठकर अखबार पढ़ रहा था और निंग क्षी को देखकर उसने यह सब ऐसे पूछा जैसे अपनी बीवी से पूछ रहा हो|
लू टिंग की बात से निंग क्षी हैरान हो गई| उसे इस घर में रहते हुए अभी केवल आधा महीना ही हुआ था| वह और लू टिंग आपस में काफी घुल मिल गए थे| लिटिल ट्रेजर, लू टिंग और निंग क्षी आपस में एक सम्पूर्ण परिवार से हो गए थे ।
दिमाग में आते ऐसे विविध विचारों को रोकते हुए उसने नहीं में सिर हिला दिया, " नहीं आज मुझे किसी को लेने एयर पोर्ट पर जाना है| मैं नहीं आ पाऊँगी आपके साथ में। लिटिल को हॉट पोट खाने का मन है तो आप उसे लेकर जाइए न|" निंग क्षी ने कहा ।
"नहीं, वह तुम्हारे बगैर नहीं जाएगा।" लू टिंग ने कहा
"तो फिर ठीक है, फिर कभी जाएंगे।" निंग सी ने कहा
लू टिंग ने अखबार एक तरफ रख दिया और निंग क्षी को घूर के देखते हुए पूछा, " किसी मित्र से मिलने जा रही हो क्या?"
निंग क्षी बोली, " हाँ। दोस्त जैसा ही समझ लो।"
"आदमी या औरत ?" लू टिंग का अगला प्रश्न था ।
"हम्म। आपको नहीं लागता आप अपनी हद से बाहर जा रहे हैं ऐसा प्रश्न पूछकर?"