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प्रोडिजियस्ली अमेजिंग वेअपनस्मिथ

जब कचरे समान माना जाने वाला व्यक्ति अचानक बुद्धिमान माना जाने लगे तो इस एक शब्द में कहा जाएगा - भयंकर| इसी को दो शब्दों में कहा जाएगा - दो मुँहा| यदि तीन शब्दों में कहना हो तो - स्वर्ग का अवहेलक | वह शस्त्रीकरण की सबसे महत्वपूर्ण गुरु थी| एक वंश से गुज़रते हुए वह एक ऐसी युवती बन गई थी जिसे लोगों द्वारा जिल्लत और अपमान मिला| प्राचीन जानवर? कितना अपमानजनक था यह ...या तो वह एक आज्ञाकारी पालतू जानवर की तरह व्यवहार करे या फिर उसे क़त्ल कर दिया जाए| नवे स्तर की प्रतिभा...हजारों सालों में एकाध बार किसी में झलकने वाली दुर्लभ प्रतिभा...उसका जन्म देवी प्रतिभा के साथ हुआ था जो सारे बुद्धिमानों को मात देती थी| शस्त्रीकरण की सर्वोच्च गुरु और उसकी कोई कीमत नहीं? माफ़ कीजिए पर जो कटोरा वह अपनी बिल्लियों को खाना खिलाने के लिए इस्तेमाल किया करती थी वह भी ईश्वरीय श्रेणी का था| उसके पास ऐसी ऑंखें थीं जो हर चीज़ के आर-पार देख सकती थी, फिर भी बस एक चीज़ ऐसी थी जिसे वह आर-पार न देख सकती थी - उस को... अपनी कुटिल मुस्कान को उजागर करते हुए उस राजा ने अपना बेल्ट ढीला करते हुए कहा, "क्या? इसके आर-पार नहीं देख पा रही हो? डरो मर, जब तुम कमरे में वापस आओगी तो धीरे-धीरे सब देख पाओगी| मैं तुम्हें सिर से पाँव तक अच्छी तरह से देखने की अनुमति दूँगा| "

Shui Qingqing · Fantaisie
Pas assez d’évaluations
60 Chs

मजाकिया सेकेंड अंकल

Éditeur: Providentia Translations

"बाई रूओ ली तुम... तुम रूको!"

बाई रूओ क्यूई की उंगलियाँ काँपने लगीं जब उसे याद आया कि मनौर लॉड भी वहाँ मौजूद थे और उनके सामने उसे उसके सदाचारी और अच्छी महिला के नाटक को बनाए रखना था।

वह भयंकर रूप से हुआंग यू ली को घूरने के बाद रोते हुए बाई लियू जिंग की ओर मुड़ते हुए बोली: "डैडी, आपको हर हाल में अपनी बेटी को न्याय दिलवाना चाहिए!"

बाई लियू जिंग ने देखा कि जिस क्षण हुआंग यू ली ने हॉल में कदम रखा, उसने अपने अंकल को अभिवादन नहीं किया। वह इसी कारण लंबे समय तक उससे नाराज थे।

अपनी प्यारी बेटी जो ली के बुरे कामों के कारण तकलीफ में आई थी के सूजे हुए चेहरे को देख, , सेकेंड अंकल ने अपना आपा खोते हुए गुस्से में अपने हाथ मेज पर पटके। जिससे चाय की प्याली और सॉसर खिसकते हुए ज़मीन पर आ गिरे और चकनाचूर हो गए।

"हुआंग यू ली मेरे लिए घुटने टेको!"

कई बार बाई लियू जिंग ने आदेश दिया।

अगर वह पहले वाली बाई रूओ ली होती तो उसके अंकल के रवैये से डर कर वह अब तक घुटनों के बल हो चुकी होती ।

पर दुर्भाग्यवश हुआंग यू ली की नज़रों में यह दृश्य काफी मज़ाकिया था।

हल्के से हँसते हुए उसने अपना सिर हिलाते हुए पूछा: " सेकेंड अंकल, क्या आप मुझसे बात कर रहे हैं?"

बाई लियू जिंग ने गुस्से से जवाब दिया: "अगर मैं तुमसे बात नहीं कर रहा हूँ तो मैं आखिर बात किस से कर रहा हूँ? जल्दी करो और घुटनों के बल झुक जाओ। क्या ये सही तरीका है एक बड़े से बात करने का?"

शांत भाव से हुआंग यू ली ने जवाब दिया: "सेकेंड अंकल, आप कह रहे हैं कि मैं उचित शिष्टाचार नहीं समझती? पर मुझे डर है कि जिसे स्थिति के बारे में स्पष्टता नहीं है वह आप हैं। मैं इस क्षेत्र राजकुमारी हूँ और यह पदवी व्यक्तिगत रूप से सम्राट द्वारा दी गयी थी| यदि हम स्थिति के बारे में बात करते हैं तो मैं आपसे जो केवल एक मार्किस है से ऊंचा पद रखती हूँ। तो आपको मेरा अभिवादन करना चाहिए, है ना? 

"अजीब!"

बाई लियू जिंग ने हुआंग यू ली से इनकार की उम्मीद नहीं की थी। क्षण भर को स्तब्ध, गुस्से से भभकते चेहरे के साथ उसने कहा : "मैं तुमसे बड़ा हूँ! अगर मैं चाहता हूँ कि तुम घुटने टेक दो, तो घुटने टेक दो! तुम शब्दों को तोड़ने-मरोड़नेऔर तर्क प्रयोग करने का साहस दिखा रही हो?"

बुजुर्ग! मेरा ऐसा अनुमान है। सेकेंड अंकल, मेरे बड़े होने के नाते आपने जबरन मेरे माता और पिता की संपत्ति को अपने पास रख लिया था। इस तरह के बड़े दिल वाले अंकल के बारे में अगर दूसरों ने सुना तो वे आपकी सबसे ज्यादा तारीफ करेगें। वे कहेंगे कि आप ऐसे व्यक्ति हैं जिनके पास अच्छे संस्कार हैं और न्याय का एक अच्छा भाव है? "

"तुम!"

बाई लियू जिंग के पास कहने के लिए शब्द नहीं थे।

उसने कल्पना नहीं की थी कि बाई रूओ ली अचानक परिवार की संपत्ति के विषय का उल्लेख करेंगी! इस मामले में वह दोषी थी। कई साल बीत गए और बाई रूओ ली ने कभी इस मामले का उल्लेख नहीं किया था!

बाई लियू फेंग द्वारा पीछे छोड़ी गई संपत्ति पर कब्जा करने का कारण बाई रूओ ली की कम उम्र और भोलापन था। वह उसे धमकाकर और जबरन ये सम्पत्ति ले चुका था।

बाद में यद्यपि वह बड़ी हो गई थी, वह मनौर के लोगों के संयुक्त बदमाशी का शिकार बनकर कायर और डरपोक बन गयी थी। साथ ही इस तथ्य के कारण कि वह किसी भी कार्य में अच्छी नहीं थी, किसी ने भी उसकी बातों पर गौर नहीं किया। समय बीतने के साथ उसने बाई लियू जिंग के खिलाफ जाने की कोशिश भी नहीं की।

इस लड़की को हुआ क्या है?

आज ना केवल उसके स्वभाव में बदलाव आया था बल्कि उसका हर एक शब्द महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चोट कर रहा था!

उनकी घातक नज़रों को नजरअंदाज करते हुए हुआंग यू ली एक कुर्सी पर बैठ गयी और अपने लिए एक प्याली चाय सर्व की ।

वह मुस्कुराते हुए बोली: "इस क्षेत्र की राजकुमारी के रूप में मैं किसी भी समय रॉयल पैलेस जा सकती हूँ। जब मैं छोटी थी तो सम्राट और महारानी डॉवेर मेरे साथ बेहद प्यार से पेश आते थे। उनसे मिले हुए इतने साल बीत चुके हैं। यह थोड़ा अस्वीकार्य है। मुझे लगता है कि मुझे अपने वरिष्ठ एम्प्रेस डॉवगर से मिलने के लिए रॉयल पैलेस में जाने के लिए कुछ समय निकालना चाहिए और उन्हें सूचित करना चाहिए कि मैं अपने दिन कैसे बिता रहा हूँ ..

इन बातो को सुनकर बाई लियू जिंग का दिल उछल पड़ा।

उनके द्वारा बाई रूओ ली को दबाने का मामला स्वाभाविक रूप से रॉयल पैलेस से छिपा हुआ था।

जिस वर्ष बाई लियू फेंग दक्षिण यू में नंबर एक विशेषज्ञ बने थे उस समय न केवल उन्होने कई शानदार सैन्य विजय प्राप्त की थी, बल्कि इसके पीछे उनके द्वारा कई बार सम्राट की जान बचाना भी महत्वपूर्ण कारण था!

भले ही फेंग गायब हो गया थे लेकिन सम्राट ने पुराने रिश्तों को हमेशा पोषित किया और मनौर के लिए इन वर्षों में सैकड़ों लाभ पहुँचाए थे। ये सब उनके और बाई लियू फेंग की दोस्ती के कारण हुआ था।

अगर रॉयल पैलेस को सूचित किया जाएगा कि वह पिछले वर्षों में बाई लियू फेंग की एकमात्र बेटी के साथ लगातार दुर्व्यवहार करता रहा था, तो ये सूचना संभवतः उन्हें ड्रैगन की तरह नाराज कर सकती है!