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प्रॉजेक्ट समीप्त करने का दिन

अगली सुबह...

काजू अपने घर में होता है। और रोहाना काजू को स्कूल ले जाने के लिए आती है। फ़िर काजू भी स्कूल के लिए तैयार होता है। और स्कूल जाता है । फिर स्कूल में

सालनी मेम बोलती है : 3 दिन बाद तुम दोनो अपना प्रॉजेक्ट लेकर आना। ओके और तुम अपना फ़ोन भी ला सकते हो। मैने सर से तुम्हारी बारी में पूछ लिया हैं । 

रोहाना बोलती है : थैंक्यू मैम । 

सालनी मैम बोलती है : कोई बात नहीं बस टाईम पर आ जाना दोनों ।

काजू बोलता है ठीक है मैम।

फिर दोनो क्लास में जाते है और पढ़ाई करते है ऐसी ही 3 दिन गुजार जाते है । फिर रोहाना काजू के घर आती है। और कहती है की काजू चलो स्कूल जाना है और फिर काजू अपने हाथ में प्रॉजेक्ट लेकर आता है । और 

काजू रोहाना को कहता है : की यह लो रोहाना फ़ोन पकड़ो, मेरा हाथ भरा है । 

रोहाना बोलती है : दो ।

फिर रोहाना और काजू दोनों स्कूल जाती है । और पहले क्लास में अपनी हाजरी देते हैं फिर प्रॉजेक्ट दिखने जाते हैं। रोहाना और काजू को प्रॉजेक्ट नम्बर 18 था तो उन्हे 18 नम्बर बेंच पर जा कर खड़े हो जाते हैं। फिर रोहाना और काजू दोनों बोलते है । सर को प्रॉजेक्ट की बारी में कोन बताएगा।

रोहाना बोलती है : में बता दुगी , तुम टैंशन मत लो ।

फिर प्रॉजेक्ट चैक करने वाले सर आते है सर एक एक कर के सारे प्रॉजेक्ट चैक करते है । फिर सर रोहाना और काजू के पास आते है । और रोहाना प्रॉजेक्ट की सारी जानकारी देती हैं। उनका प्रॉजेक्ट चैक करते हैं और सर माना कर देते हैं। 

सर कहते हैं : की अगर तुम 15 नम्बर टीम की तरफ़ अगर वजन उठाने वाली नाओ बनाते तो मैं हां कर देता । पर तुम्हारी शुरुआत अच्छी हैं । 

रोहाना बोलती है : थैंक्यू सर।

और दोनों फिर क्लास में चले जाते हैं और उदास होते हैं । फिर लंच के टाईम काजू रोहाना के साथ स्कूल के जीने पर बैठा होता हैं । तो स्कूल में अनाऊशमेंट होती हैं। और सालनी मैम काजू और रोहाना को बुलाती है। फिर काजू और रोहाना लाइबेरी में सालनी मैम के पास जाते हैं। और लाइबेरी में चैकर सर भी थे। 

चैकर सर कहते हैं: तुम्हारा प्रॉजेक्ट पास हो गया। तुम दोनों कल मिलना। इस लाइबेरी में ।

रोहाना और काजू बोलते है: ठीक हैं सर।

फिर सर लाइबेरी से चाले जाते हैं। और 

सालनी मैम बोलती हैं : कि को सर ने रोहाना की वजह से प्रॉजेक्ट पास करा हैं । लास्ट टाईम रोहाना ने सर को थैंक्यू कहा था इसलिए ।

काजू रोहाना को बोलता हैं : थैंक्यू रोहाना। 

रोहाना बोलती है : इस में हम दोनो की मेहनत थी।

रोहाना मैम को भी थैंक्यू कहती हैं और लाइबेरी से चले जाते है। फिर दोनों खुश होते हैं। और एक दूसरे को देखते हैं। फिर 

रोहाना को काजू को बोलती है : कल देखेंगे कि क्या होगा।

काजू कुछ नहीं बोलता । 

फिर कुछ देर बाद स्कूल की छुट्टी होती है। तो

रोहाना काजू को बोलती है : की काजू में तुम्हारे घर चालू

काजू बोलता है : चलो , मम्मी को भी यह बात बताना है की हमारा प्रॉजेक्ट पास हो गया है । तुम भी साथ होगी तो अच्छा होगा ।

दोनों काजू के घर जाते है और फिर काजू की मम्मी को सारी बात बताते है । और

काजू की मम्मी बोलती है : मुझे पता था की तुम जरूर पास होगे। तुम दोनों ने बहुत मेहनत करी थी । 

रोहाना बोलती है : हां अंटी आप सही कहे रही है । फिर 

रोहाना काजू को बोलती है : की काजू चलो इस नाऊ में कुछ और चेंज करते हैं । 

काजू बोलता है : ठीक है , करते है कुछ। 

रोहाना बोलती है: की सर ने कहा था कि नाऊ वजन उठा सके। और कुछ और देखते हैं इसमें । 

काजू बोलता है : की इसमें टाईम लगेगा कुछ और सोचो हैं।

रोहाना बोलती हैं : की ठीक हैं और कुछ सोचते हैं ।

दोनो कुछ देर तक सोचते है और बाद में कुछ भी दीमाक में नहीं आता और फिर सोचते है कि ऑनलाइन फ़ोन की काम आएगा। फ़ोन में रोहाना को भी देखती है। ऊबो नाऊ को सजाने की जानकारी देते है। और कुछ नही। फिर 

काजू बोलता है : की नाऊ को पानी में चलने वाली वाले तो कैसा होगा। और नाऊ को निचे से कांच से बने जिसे बाहर का नज़ारा नाऊ के अंदर दिखेगा। 

रोहाना बोलती हैं : आईडिया बहुत अच्छे है। बस सर को पसंद आए। 

फिर दोनो अपने प्रॉजेक्ट पर दुबार काम शुरू करते है । और कुछ समान के लिए बाजार भी जाते है। और ज्यादा समान खरीदते है। और फिर काम करते है । आख़िर में दोनों ने अपना प्रोजैक्ट दुबारा बना लिया होता है । और चेक करते हैं। फिर दोनो को स्कूल का टाईम का इंतज़ार है। फिर रोहाना अपने घर जाती हैं । और खान पीकर पढ़ाई कर के सो जाती हैं। दूसरी तरफ़ काजू खा कर सो चूका होता हैं। 

फिर अगली सुबह 

काजू और रोहाना दोनो तैयार हो कर स्कूल चले जाते है। फिर दोनों चेकर सर के पास जाते हैं। चैक सर प्रॉजेक्ट चेक कर बाया था और फिर

चैकर सर प्रॉजेक्ट देख कर बोलता है : को यह कल वाला प्रॉजेक्ट ही है। 

रोहाना बोलती है: सर हमने रात को भी मेहनत करी थी।को

चैकर सर बोलते है : अच्छी बात है विकसित होना चाई है। 

रोहाना बोलती है : को सर हमारा प्रॉजेक्ट पास हो गया क्या। 

चैकर सर बोलता है : "हां "।

फिर सालनी मेम बोलती है : की बधाई हो दोनो को। 

रोहाना बोलती है : धन्यबाद मैम।

अब दोनों क्लास में जाते है और पढ़ाई करते है दोनो लाइबेरी से वापस आते हैं। बस सोचते है की चैकर सर दुबारा कब मिलेंगे और क्या क्या होगा। दोनो को कुछ भी नहीं है पता। अब दोनो स्कूल की छुट्टी के बाद दोनों अपने अपने घर जाते है । कुछ देर बाद रोहाना काजू के घर में आती है काजू को पड़ने के लिए फिर 

रोहाना बोलती है: आज मेरा मन नहीं है पड़ने का चलो कही घूमने जाते है । 

 

काजू और रोहाना के ऊपर एक नई मुसीबत आन

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