What happens when you can neither show your love to the one you love nor can you tell him, neither can you stay away from him nor can you stay near him, it becomes your compulsion to keep your love a secret.
एक लड़की एक लड़के के सामने कुछ पेपर्स रखती है और कहती है मुझे तुमसे डिवोर्स चाहिए, डिवोशन का हुआ लड़का हक्का-बक्का होकर उसे लड़की को देखने लगता है और कहता है यह तुम क्या कह रही हो तुम्हारा दिमाग तो ठीक है ना तुम मुझसे डिवोर्स लेने की बात कर रही हो। उसके बाद पर वह लड़की कहती है, हमारी शादी को 3 साल हो गए हैं लेकिन हमारी शादी में शादी जैसा कुछ भी नहीं है, मैंने बहुत कोशिश की लेकिन अब मैं इस रिश्ते को और नहीं निभा सकती अपनी तरफ से मैंने पूरी कोशिश कर ली लेकिन अब मैं और नहीं कर सकती इसलिए इस पेपर को साइन करो और मुझे इस रिश्ते से आजाद कर दो।
उसके बाद पर वह लड़का कहता है तुम जानती हो ना मुझसे अलग होने के बाद तुम्हारा कोई अस्तित्व नहीं रह जाएगा तुम किसी लायक नहीं रहे हो, तुमसे एक ऑर्डिनरी हाउसवाइफ हो मुझसे अलग होने के बाद ना तो तुम्हें यह एक्स्ट्रा लग्जरियस लाइफ मिलेगी नहीं तुम कुछ और कर पाओगी। तुम सिर्फ और सिर्फ इस घर में रहकर मेरे काम कर सकती हो खाना बनाना हो सफाई करना हो मेरे कपड़े सही करना इसके अलावा तुम्हें कोई टैलेंट भी नहीं कि तुम कोई जॉब कर सको। और अगर तुम यह सब प्रॉपर्टी के लिए कर रही हो तो मैं तुम्हें बता दूं वह तो तुम्हें मेरे साथ रहकर भी मिलती है।
उस लड़के की बात सुनकर वह लड़की क़हती है, मुझे ना तो तुम्हारी इस लग्जरियस लाइफ से कोई लेना देना है ना है तुम्हारे प्रॉपर्टी से और एक और बात डाइवोर्स एग्रीमेंट पर मैंने पूरा लिखा हुआ है कि मुझे तुमसे या तुम्हारे प्रॉपर्टी में से कुछ भी नहीं चाहिए मैं सिर्फ और सिर्फ अपना सामान लेकर यहां से जाओगे जिसमें तुम्हारे दिए हुए किसी भी तरह की कोई सामान्य होगी उसमें सिर्फ मेरे कपड़े होंगे कोई जूलरी या कोई पैसे या कोई क्रेडिट कार्ड नहीं होगा इसलिए चुपचाप इन पर साइन करो मुझे आजाद करो।
वह लड़का और पेपर्स को फाड़ के वहां से चला जाता है और लड़की अपना सर पड़कर वहीं बैठ जाती है।
आखिर कौन है यह दोनों अब क्यों चाहती है वह लड़की अपने ही पति से डाइवोर्स आखिर क्या कारण है और क्यों नहीं देना चाहता वह आदमी अपनी बीवी को डाइवोर्स जानने के लिए पढ़े इस कहानी को माय हसबेंड्स सीक्रेट लव।
आई मिलते हैं कहानी के किरदारों से।
सिद्धार्थ ओबेरॉय, यह हमारी कहानी का मेंन लीड, जो की एक बहुत ही बड़ा बिजनेसमैन है, जिसकी पर्सनैलिटी देखकर ही अच्छी-अच्छी लड़कियां इस पर फिदा हो जाती हैं, 6 फुट 3 इंच की हाइट, उम्र 28 साल, गोरा रंग गहरी काली आंखें, परफेक्ट नोज शार्प ज़ो लाइन, दिखने में कतई जहर। ये अपने रूड बिहेवियर के लिए जाना जाता है। 3 साल पहले इसने हमारी में लीड श्रद्धा से शादी की थी, श्रद्धा पर दिखने में कुछ काम नहीं है 5 फुट 4 इंच की हाइट, दूध से गोरी कमर तक लहराते काले बाल भूरी आंखें, पिंक हार्ट शेप होंठ।
इनकी शादी को भले 3 साल हो चुके हैं लेकिन इन दोनों में शादी जैसा कुछ भी नहीं है, सिद्धार्थ ज्यादातर अपने बिजनेस की वजह से बाहर रहता है या फिर ऑफिस में ही अपना समय बिता लेता है, श्रद्धा जो की शादी के बाद से ही अपनी दुनिया को सिद्धार्थ के चारों तरफ बना ली थी इन दोनों की शादी अरेंज मैरिज हुई थी, क्योंकि सिद्धार्थ के दादाजी चाहते थे कि उसकी शादी श्रद्धा से हो, सिद्धार्थ ने भी शादी के लिए अपनी खुशी-खुशी हामी भर दी थी, पहले तो श्रद्धा बहुत खुश थी लेकिन शादी के बाद से सिद्धार्थ उससे अलग ही बिहेव करता था उससे ना तो ज्यादा बात करता था ना ही कभी उसके साथ कोई टाइम स्पेंड करता था।
शादी के कुछ महीनो बाद सिद्धार्थ के दादाजी की डेथ हो गई, श्रद्धा के पास उसकी सिर्फ एक दोस्त ही थी और जीने की वजह उसकी मां जो की 5 साल पहले हुए एक एक्सीडेंट की वजह से कोमा में अब तक थी। श्रद्धा की फ्रेंड का नाम था सोनम, जब भी सिद्धार्थ ऑफिस से नहीं आया करता था या अपने बिजनेस ट्रिप पर चला जाता था उसे समय श्रद्धा अपनी फ्रेंड सोनम के साथ ही अपना पूरा समय बिताती थी या उसके घर पर ही रुक जाती थी। यह बात सिद्धार्थ बहुत अच्छे से जानता था।
सिद्धार्थ चुपके से श्रद्धा की पूरी जानकारी रखता था लेकिन अपने काम में व्यस्त होने की वजह से वह कभी-कभी उसे पर ध्यान नहीं दे पता था वह उसके सभी जरूर का ध्यान रखता था और सीक्रेट तरीके से उसका पूरा ख्याल भी रखता था, वह उसे किसी भी चीज की कमी नहीं होने देता था वह अक्सर उसे शॉपिंग पर लेकर जाया करता था और महंगी से महंगी चीज दिया करता था लेकिन कभी भी वह उसे सामने से उन सब चीजों के लिए यह नहीं कहता था कि वह उसके लिए लेकर आया हुआ कोई ना कोई बहाना बनाकर उसे यह कह देता था कि उसे यह चीज कहीं से मिली है या उसे किसी ने दी है और उसके काम की नहीं है इसलिए वह उसे ले ले।
सिद्धार्थ श्रद्धा को ज्यादा बाहर जाने की भी परमिशन नहीं देता था उसके हिसाब से श्रद्धा को घर में रहकर ही अपने सारे काम करने हैं श्रद्धा भी उसकी सारी बातों को मानती थी और उसके दिल में अपनी जगह बनाने की पूरी कोशिश करती थी लेकिन उसे उसके सारी कोशिश नाकामयाब होती नजर आ रही थी। और अचानक से ही उसकी जिंदगी में सैलाब बनकर आती है माया वैसे माया का नाम सिद्धार्थ से बहुत ही ज्यादा जुड़ा हुआ है बहुत बार न्यूज़ में उन दोनों को साथ देखा जा चुका है लेकिन श्रद्धा ने जब भी सिद्धार्थ से पूछा तो सिद्धार्थ ने उसे सिर्फ एक फ्रेंड ही बताया है उसने कभी इस बात को नहीं एक्सेप्ट किया कि उसके माया के बीच में कुछ है और श्रद्धा हमेशा उसकी बातों पर विश्वास करती थी लेकिन इन दिनों कुछ ऐसा हो गया जिसकी वजह से श्रद्धा का विश्वास उसे पर से टूट गया और वह अब सिद्धार्थ से अलग होना चाहती है उसे डिवोर्स लेना चाहती है लेकिन सिद्धार्थ उसे अलग नहीं होना चाहता है ना ही उसे दूर होना चाहता है और ना ही उसे डाइवोर्स देना चाहता है।