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अलेक्स और अभिनाश

अब आगे.....

इंडिया मे..

रात के दो बज रहे थे....

मुंबई मे एक सुनसान इलाके मे.. चारो ओर अंधेरा था... कहीं कोई नहीं था... सन्नाटे भरी रात मे अचानक से कोई असामान से तेजी से उतरा ओ अलेक्स था

अलेक्स दिखने मे एक नार्मल ह्यूमन कि तरह था वेगस के लोंग पृथ्वी के लोगो की तरह दीखते थे फर्क सिर्फ उनके पेहेनवे मे था

अलेक्स यहाँ वहां देखता है... चारो तरफ कोई नहीं था...फिर ओ अपना रूप बदल लेता है उसे देख के कुत्ते बार बार भोंक रहे थे... अलेक्स ने आपनें सक्तियों से उनकी आवाज बंद कर दिया और ओ वहां से गायब हो गया

इसी तरह अलेक्स ने राजकुमारी को हर जगह हर शहर आपनें सक्तिओं से ढूंढ ने की कोसिस करने लगा... लेकिन हर बार अलेक्स हाथ नाकामियाबी ही मिली... अलेक्स को कही कोई निसान तक नहीं मिल राहा था.. रात से सुबह... सुबह से रात.. इसीतरह कितने दिन बीत गये... पर अलेक्स को कुछ पता नहीं चल राहा था ..

एक साल बाद

अलेक्स एक 20 फ्लोर वाली बिल्डिंग के छत के ऊपर खडा था... अलेक्स टेली पैथी कि जेरिये से वेगस ग्रह पर अधविका से बात कर राहा था...

अधविका :- अलेक्स कुछ पता चला...

अलेक्स :- नहीं राजकुमारी मुझे यहाँ आए हुए एक साल हो गया है.. पर यहाँ राजकुमारी का कोई आता पता नहीं है... ओर उनकी पृथ्वी पर होने की एक भी निसान नहीं मिल रहे है.. मेने हर जगह तलाश कर लिया है...

अधविका के चेहरे पर हसीं आगई... अधविका सोहेला को तरफ देख के हस करकहने लगी देखा सोहेला तुम खामो खा डर रही थी.... लेकिन अब देखो... उस लड़की का तो निशाना ही नहीं है... और तुम्हे पता है क्यूँ नहीं मिल राहा अलेक्स को उसके निशान क्युकी मेने खुद आपनें हाथों से 1000 साल पहले उसको मौत के घाट उतरा था.... हा हा हा अधविका हसने लगी... अधविका सोहेला को देख के कहती है.. अब तुम.. तो बस मेरी रानी बन ने की तैयारी करो बस.... सोहेला के चहरे पर भी खुशी आगयी... उसने कहा... हा राजकुमारी आप ही बनेगी.. वेगस की रानी

अधविका अलेक्स को कहती है... अलेक्स... राजकुमारी को छोड़ो तुम्हे पता है... हमने उस वक़्त एक लड़के को भी वहां देखा था... तुम उस लड़के को ढूंढो.. और उसे मार डालो.. क्युकी मे नहु चाहती आगे हमारे लिए कोई भी मुसीबत हो...

अलेक्स :- जी राजकुमारी बोलके अलेक्स ने टेली पैथी ख़तम हो गया.. ओर अलेक्स आपनें शक्तियों से पता लगाने लगा ओ लड़का कहा है... जिस लड़के को... उन लोगो ने 1000 साल पहले छोटी राजकुमारी के साथ देखा था थोड़ी ही देर मे अलेक्स को पता चल गया... उस लड़के का ठिकाना ओर अलेक्स उसी वक़्त आपनें सक्तियों से हवा मे गायब हो गया...

लंदन मे अभी दिन था....

अभिनाश के कंपनी पूरी दुनिया मे A-fashion world के नाम से फेमस था..A-fashion world का बहत बड़ा ब्रांच लंदन मे भी था

A-fashion world मे सब एम्प्लोयी बहत ही प्रोफेशनल थे.. Aman ने सारे बिजनेस को बहत अच्छे से सभाला था.. पर डेविड के उकसाने से कुछ लोंग A-fashion world के असली मालिक को देखना चाह रहे थे...क्युकी A-फैशन वर्ल्ड का मालिक कभी किसी के सामने नहीं आता था...

लेकिन जब दूसरी दिन उनको पता चला के डेविड मर चूका है... तो सारे एम्प्लोयी साइलेंट हो गये थे.. क्युकी सब अन्दर ही अन्दर जानते थे.. के ये जरूर A-fashion world के असली मालिक को देखने के जिद का नतीजा है जो डेविड को मिला है...इसलिए हर कोई अब आपनें काम मे ध्यान दे राहा था...

लंदन मे....अभिनाश के मेंशन मे...

अभिनाश अपना हर काम आपनें घर से ही करता था...अभिनाश का ऑफिस घर पर ही बना था... अभिनाश के स्टडी रूम मे एक बहत बड़ी चन्दन के लकड़ियों से बना हुआ  टेबल था... जिसके पीछे एक किंग स्टाइल के चेयर पर बैठ कर अभिनाश कुछ पेपर पर काम कर राहा था...उसके आगे Aman हाथ जोड़ कर खडा था...

अभिनाश पेपर पर साइन कर देता है.. Aman बिना कुछ बोले ओ सारे पेपर लेके हेड क्वाटर निकल जाता है... अभिनाश काफ़ी काम कर चूका था... इसलिए अभिनाश अपनी आंखे बंद करके आपनें किंग स्टाइल चेयर पर सर को टिकाये रेस्ट करने लगा...

5 मिनट बाद....अभिनाश को कुछ अजीब सा फील हुआ..अभिनाश जैसे अपनी आंखे खोलता है.. तो उसके सामने एक आदमी खडा था... उस आदमी को देखते ही अभिनाश के होस उड़ गये...

कुछ सेकंड ऐसे ही देखने के बाद अभिनाश के आँखों अंगारो के सामान देहक ने लगे... उसके नीली नशे हात से लेके गर्दन तक उभर छुके थे.... गुसे से अभिनाश का चेहरा लाल मिर्च कि तरह लाल हो चूका था...अभिनाश अब बस आपनें सामने खड़े आदमी को मार डाल ना चाहता था.. उसके टुकड़े टुकड़े करके कुत्तों को खिलाना चाह राहा था...अभिनाश के सामने इस वक़्त अलेक्स खडा था...

अलेक्स तेढ़ी स्माइल कर राहा था... अलेक्स बेफिक्र खडा था...अलेक्स केहता है.... हम्म्म.... बहत वक़्त हो गया है...काफ़ी बड़े हो गये हो... तुम्हे तो पहचान ना भी मुश्किल हो राहा है....

अभिनाश :- का खून उबल रहा था अलेक्स कि बाते सुनके... अभिनाश अभी एक घायल सेर कि तरह लग राहा था... अभिनाश गुसे से केहता है... तुमने यहाँ आकर बहत बड़ी गलती कर दी है...

अलेक्स :-हस ते हुए कहा.... क्यूँ तुम जैसे कमजोर आदमी मेरा कुछ बिगाड़ेगा...सालों पहले जैसे कमजोर थे मुझे तो तुम आज भी वैसे ही कमजोर लगते हो... बस सकल थोड़ा बदल गया है....

अभिनाश :- सालो पहले जो तुम लोगो ने किया था.. आज उस हर एक गलती की सजा मे तुम्हे दूंगा...

अलेक्स :- वैसे मे तो यहाँ वो करने आया था जो सालो पहले अधूरा रेह गया था... आज उसे पूरा करके जाऊंगा...

बोलके अलेक्स हवा के रफ़्तार से अभिनाश के पास जा कर उसका गला पकड़ कर जमीन से ऊपर उठा देता है.... अलेक्स कि पकड़ अभिनाश के गर्दन पर कसी हुई थी... अभिनाश कि साँसे फूलने लगी थी...

अलेक्स ख़ुश होते हुए कहा.. अरे तुझे तो मारना एक चींटी कि बारा बार है... चल मुझे भी जल्दी आपनें प्लेनेट लौटना है.. तो तुझे जल्दी मार देता हूँ... बोलके अलेक्स अपनी हाथ अभिनाश के गर्दन पर कसने ही वाला था... के अलेक्स को उसके कंधे पर कुछ चुभा...

अलेक्स जल्दी से अभिनाश कि गर्दन छोड़ देता है... ओर आपनें कंधे को पकड़ कर 4 कदम पीछे हट जाता है... अलेक्स दर्द से तड़प ते हुए अभिनाश कि ओर देखता है... फिर पूछ ता है.. ये तुमने कया किया...

अभिनाश कि आँखों मे अलेक्स को देख कर अभी वही गुसा था.. उसके आँखे अभी अँगारे थे... अभिनाश कुछ नहीं केहता.. बस अपना दाहिना हात ऊपर कर देता है..

अलेक्स भी अभिनाश के हात को देखता है... जहाँ एक 3 इंच का सिरिंज अभिनाश के हाथो मे था... अलेक्स कि आंखे धुंदली हो जाती है... ओर ओ वहीँ बेहोस होकर नीचे गिर जाता है.

अभिनाश एक बेल प्रेस करता है उसी पल एक बॉडीगार्ड स्टडी रूम मे आजाता है... अभिनाश अलेक्स के ओर देखते हुए बॉडीगार्ड से केहता है.. इसे लेबरोटरी ले जाओ.. ओर जरा सा भी गलती नहीं होनी चाहिए...बॉडीगार्ड yes सर् बोल के आलेक्स को आपनें कंधे पर डाल के वहां से चला जाता है...

अभिनाश उसी तरह आँखों मे अँगारे लिए हुए बॉडीगार्ड के कंधे पर लटके अलेक्स को देख राहा था... बॉडीगार्ड के रूम से जाने के बाद अभिनाश आपनें हाथों मे पकडे इंजेक्शन को बिना किसी भाव के देखने लगा..

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