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आखिरी उम्मीद (पार्ट 35)

शिन जुई अच्छे से जानती थी कि जियान की भावनाएं प्राकृतिक है क्युकी वो मास्टर का सोलमेट था शिन जुई जियान को बताना चाहती थी लेकिन उसे मास्टर को दिया हुआ वचन याद आ गया और कही न कहीं वो जानती थी कि मास्टर सही है आखिर जियान जैसा लड़का "जो लड़कियों की खुबसूरती और उनको ही प्रेम का पात्र समझता है वो कैसे ये स्वीकार कर पाएगा कि उसका होने वाला हमसफर एक लड़का है, जब तक जियान को ख़ुद उसकी भावनाओं का अहसास न हो जाय उसे कुछ भी बताना सही नहीं है आखिर मास्टर जियान को खोना नहीं चाहते हैं।

जियान ने शिन जुई के सर पर हाथ मारते हुए कहा अब तुम क्या सोचने लगी?

शिन जुई घबरा कर बोलती है_मुझे लगता है तुम मास्टर के बारे में कुछ ज्यादा ही सोचते हो!

जियान ने कहा" हां क्युकी मै तुम्हारे मास्टर से डरता नहीं हूं और मैं उसे उतना सोचता हूं जितना मेरा मन करता है। आखिरकार दोस्त है मेरा ! फिर जियान ने सोवी को देखा वो चुपचाप आगे आगे चल रहा था जियान ने जल्दी से सोवी का साथ पकड़ा और चलते हुए पूछा! क्या सभी विद्यार्थी के पास स्वान कबीले का चिन्ह होता है?

सोवी ने जवाब में हां कहा!

जियान ने तुरंत कहा "इसका मतलब तुम्हारे हाथ पर मेरे नाम चिन्ह था क्या वो इसलिए था क्युकी मै स्वान कबीले का विद्यार्थी हूं?

सोवी के पास इसका जवाब नहीं था उसने जियान के सवालों को टालने के लिए हां में सर हिला दिया। तो जियान कुछ हिचकिचा कर बोला तो वो चिन्ह मेरे पास होना चाहिए था? जियान की बात सुन कर सोवी चुप था ! जियान ने गुस्से में कहा तुम मुझे क्यों नही बता रहे हो कि मेरे नाम का चिन्ह तुम्हारे हाथ पर क्यों दिखता है ?। अगर वो इसलिए है कि मै स्वान कबीले का विधार्थी हूं तो मेरे पास होना चाहिए न चिन्ह? मैने सही कहा न शिन जुई?

जियान ने पीछे मुड़कर देखा तो पीछे शिन जुई नही थी । जियान और सोवी दोनो ने कहा शिन जुई कहा गई?

जियान और सोवी ने शिन जुई को आस पास देखा और लोगो से पूछा लेकिन कोई कुछ बताने के लिए तैयार नहीं था । सोवी ने कहा इसमें सोचना कुछ नहीं है लावोमेन के कुल प्रमुख को हमारे यहां होने की भनक लग चुकी है और उन्होने हम दोनो को छोड़ कर अगर शिन जुई को चुना है तो इसका मतलब यही हुआ कि वो हमें कमजोर करना चाहते है ।

जियान ने कहा हमें सबसे पहले कुल प्रमुख के महल पहुंचना चाहिए।

,,,,,,, इतना आसान नहीं है ( पीछे से आवाज आई) जियान और सोवी दोनो ने पीछे मुड़कर देखा तो एक नकाबपोश लङकी खड़ी थी।

जियान ने पूछा_कौन हो तुम?

बेहतर होगा अगर तुम दोनो बिना कोई सवाल पूछे मेरे साथ आओ । फिलहाल के लिए तुम मुझे अपना दोस्त समझ सकते हो! यहां पूरी बात नही हो सकती है तुम लोगों को मेरे पीछे आना होगा। इतना कह कर वो लङकी सामने की ओर चली।

जियान और सोवी को लगा की वो लड़की लावोमेन कबीले की शाही सिपाही होगी! वो दोनो उस लङकी के पीछे पीछे चल दिए। वो कुछ नहीं कर सकते थे क्युकी शिन जुई को खोने का डर था । वो लङकी थोड़ी दूर चल कर एक झोपड़ी के अंदर गई। सोवी और जियान भी उसके पीछे पीछे उस घर के अंदर गए वहा उन्होने देखा कि शिन जुई को उस लङकी ने बांध रखा है।

सोवी को देखते ही शिन जुई तेज से बोली मास्टर आप आ गए?

सोवी तो चुप था लेकिन जियान ने चिढते हुए कहा मै भी हूं! और किस मास्टर से शिक्षा लिया है तुमने जो अपनी रक्षा भी नही कर सकती हो!

,,,,,, सब की बात को काटते हुए उस लड़की ने शिन जुई का हाथ खोलते हुए कहा" माफ करना मुझे आपकी मदद चाहिएं मैं बाहर तुम लोगों से बात नहीं कर सकतीं थी इसलिए मुझे इसको बंधक बनाना पड़ा।

जियान ने तुरंत कहा लेकिन क्या मदद चाहिएं तुमको? और हम ही से क्यों?

उस ल़डकी ने अपना नकाब हटाते हुए कहा क्युकी तुम ही लोग मेरी आखिरी उम्मीद हो ।

.... उस ल़डकी का चेहरा दिखते ही, शिन जुई का मुंह खुला का खुला रह गया, वो बला की खुबसूरत ल़डकी थी ,उसको देख कर लग रहा था उसकी परवरिश किसी राजकुमारी की तरह हुई है , उसका रंग सीप की तरह दमक रहा था और वो बहुत ही सुन्दर थी , जियान उसे देख कर देखता ही रह गया वो सोच ही रहा था की सच में लावोमेंन कबीले में इतनी सुंदर लड़की है!

शिन जुई ने जियान के कान में कहा उसे घूरना बंद करो बेवकूफ, और आगे की बात करो । सोवी अभी भी शान्त खड़ा था उसे किसी में कोई दिलचस्पी थी ही नहीं उसे बस जियान पसंद था लेकिन सोवी जियान के चेहरे को देख कर समझ गया था कि जियान उस खुबसूरत ल़डकी को काफ़ी दिलचस्पी से देख रहा है बुरा भी लगता तो क्या फर्क होता, वो अभी भी जियान से कुछ बोल नहीं सकता था।

शिन जुई ने तुरंत कहा" मास्टर क्या आप कुछ बोलेंगे। शिन जुई की बात पूरी होती, उससे पहले ही जियान ने उस ल़डकी से कहा तुम बहुत सुंदर हो ।

अरे नहीं जियान को क्या हो गया है क्या इस बेवकूफ को इतना भी महसूस नही हो रहा है की मास्टर को बुरा लग रहा होगा। शिन जुई बस मन ही मन सोच रही थी।

जियान ने कहा तुम्हे कैसी मदद चाहिएं?

उस ल़डकी ने कहा मेरा नाम लीं है और ये लावोमेन कबीला मेरा है यानी की मै यहां की राजकुमारी हू लगभग 5 साल पहले मेरे सेनापति ने काली शक्तियों को काबू करने की अध्यात्म शक्ती हासिल कर लिया और उसने छल से मेरे माता पिता और मेरे परिवार वालो की हत्या कर दी और यहा की राजगद्दी का दावेदार खुद को घोषित कर दिया। मै , और मेरा छोटा भाई अपने खानदान के आखिरी निशानी है वो शैतान हम दोनो की भी हत्या करने वाला था लेकिन मेरे एक वफादार सिपाही ने हम दोनों की जान बचा ली। तब से मै और मेरा भाई यहां वहां भटक रहे थे और हर बार योजना बना रहे थे की कैसे उस शैतान चैंग से राजगद्दी वापस लू । कुछ समय पहले ही मुझे पता चला की स्वान कबीले की पवित्र पुस्तकों को चुराने वाला वही शैतान है तो मै और मेरा भाई यहां आ गए ये सोच कर कि स्वान कबीले से कोई न कोई आएगा और मेरी सहायता करेगा। लेकिन दुर्भाग्य से उस शैतान चैंग को हमारे यहां होने की खबर लग गई और उसने हमे मारने के लिए कुछ सिपाहियो को भेजा ! मै तो बच गई लेकिन मेरा छोटा भाई उनके हाथ लग गया और वो लोग उसे ले गए मुझे नही पता वो जिंदा भी है या नही। एक वही हमारे खानदान की निशानी था । लीं अपने बारे में बताते बताते भभक भभक कर रोने लगीं , शिन जुई के आंख में भी आसू आ गया गए उसने लीं को संभाला।

सोवी ने कहा तुम्हे कैसे पता चला हमारे बारे में।

लीं ने कहा आपकी सफेद पोशाक से पता चल गया और जहां तक मेरा अंदाजा है आप स्वान कबीले के होने वाले कुल प्रमुख और वर्तमान में राजकुमार सोवी हो ?

शिन जुई ने कहा हां ये मास्टर है और मैं इनकी विधार्थी शिन जुई हूं ! लीं ने सोवी और शिन जुई का परिचय पाने के बाद जियान की तरफ रेखा । जियान अभी भी लीं को देख रहा था ! शिन जुई ने कहा वो राजकुमार जियान है ।

लीं ने कहा,,, क्या?

जियान ने जवाब देते हुए कहा मेरा नाम जियान है ।

लीं ने पूछा "क्या तुम लोग मेरी मदद करोगे? ये मेरी आखिरी उम्मीद है अगर चैंग से मैने अब राज वापस नही लिया तो ये आखिरी मौका भी मैं गवा दुगी । तुम लोग योद्धा हो, अच्छाई के साथ देने वाले हो, मैं भी योद्धा हूं मैने खुद बहुत लड़ाइयां लड़ी है लेकिन मेरे अकेले की शक्ती उस शैतान के आगे बहुत मामूली है , अगर हम एक दुसरे का साथ देगे तो स्वान कबीले की प्राचीन पुस्तक के साथ मुझे मेरा भाई और ये कबीला मिल जायेगा और बुराई का अंत होगा , यहां हो रहे कत्लेआम को रोका जा सकेगा और मैं अपने कबीले का पुनर्निर्माण कर पाऊंगी। बोलो क्या आप लोग मेरी सहायता करेंगे?

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