webnovel

Poem No 67 कुछ नया है आज

कुछ नया है आज

आज की शुरुआत

हल्की सी बरसात

दिसंबर की सौगात

मौसम है रंगीला सा

तन मन भीगा भीगा सा

बड़ा प्यारा सा

ठंड और बरसात सा

कुछ नया है आज

आज की शुरुआत

हल्की सी बरसात

दिसंबर की सौगात

----Raj

Siguiente capítulo