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Poem No 53 जो नहीं मिला

जो नहीं मिला

सौ नहीं मिला

कोशिशे तो बहूत की

पर नसीब में नहीं था

उम्मीद थी मिलने की

पर वो नहीं मिला

आस लगाकर बैठे थे

नसीब साथ नहीं दिया

जो नहीं मिला

सौ नहीं मिला

----Raj

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