एक दूजे से दूर
हम हैं दोनों मजबूर
दिल की तम्मना है मिलु
पर हम है इतने मजबूर
आस लगये बैठे है
की कब मुलाक़ात होंगी
नजदीकिया भी अभ बन गई
खोसों मिलो की दूरी
हम है दोनों मजबूर
----Raj