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मैं अन्य लोगों से मदद की भीख नहीं माँगना चाहती हूं। इसके बजाय मैं अपने आप पर भरोसा करुँगी!

Editor: Providentia Translations

"मैं अपनी बेगुनाही कैसे साबित करूँ?" सु कियानक्सुन ने अपनी खूबसूरत भौंहों को थोड़ा सा सिकोड़ लिया।

"ये तस्वीरें नकली नहीं हैं, क्या वे हैं? वे तथाकथित फोटोशॉप तस्वीरें नहीं हैं? अब वे जंगल की आग की तरह फैल रहीं हैं, और उन्होंने सच में विश्वविद्यालय की छवि और प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया है! भले ही आप अपना नाम इन सब से साफ़ कर सकतीं हैं, लेकिन आपके द्वारा की गई क्षति को कभी भी ठीक नहीं किया जा सकता है! " संचालक ने एक पवित्र अभिवृत्ति के साथ कहा और मेज पर अपने हाथ को पटक दिया।

"क्या आपके कहने मतलब यह है कि भले ही मैं अपनी बेगुनाही साबित करने का कोई रास्ता ढूंढ लूँ, लेकिन यह बेकार है, और आप मुझे वैसे भी निष्कासित करने जा रहे हैं?"

"तुम इस सब से पूरी तरह से बेखबर नहीं हो!" विश्वविद्यालय के संचालक की आंखों गहरी हो गयीं।

"क्या विश्वविद्यालय में न्याय की कोई भावना नहीं है? क्या आप इस बात से पूरी तरह से बेपरवाह हैं, भले ही आपका छात्र को गलत तरीके से दोषी ठहराया जा रहा हो?" सु कियानक्सुन ने अपने छोटे हाथों को ऊपर उठाया।

"केवल एक छात्र की तुलना में, विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा निश्चित रूप से अधिक महत्वपूर्ण है!"

"इसलिए, चाहे कुछ भी हो आप मुझे निष्कासित करने जा रहे हैं?" सु कियानक्सुन को घुटन की तीव्र भावना महसूस हुई।

"मैं यह नहीं कहूंगा कि बातचीत के लिए कोई जगह नहीं है।" अचानक, संचालक के चेहरे के भाव थोड़े नरम हो गए।

"आप का क्या तात्पर्य है?" सु कियानक्सुन की भौंहों के बीच की शिकन गहरी हो गई। उसकी स्वाभाविक बुद्धि ने उसे बताया कि वह कुछ अच्छा नहीं सोच रहा था।

"जाओ और दरवाजा बंद करो, मैं आपको उसके बाद बताऊंगा," संचालक ने सुझाव दिया।

"अगर आपके पास कहने के लिए कुछ भी है, तो कृपया तुरंत बताएं। मुझे दरवाजा बंद करने की क्या जरुरत है?"

सु कियानक्सुन तुरन्त उससे सावधान हो गयी। पिछले दिनों, उसने काफी अफवाहें सुनी थीं कि विश्वविद्यालय के संचालक का कुछ महिला छात्रों के साथ संबंध था। लेकिन यह उस समय उसकी चिंता का विषय नहीं था, इसलिए उसने उन कहानियों को केवल गपशप माना था।

"यदि आप मेरे कहने के अनुसार काम करने से इनकार करतीं हैं, तो निष्कासित होने के लिए तैयार रहें!" विश्वविद्यालय के संचालक के भाव एक बार फिर से ठंडे हो गए।

"मैं अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए सबूत ढूंढ लूंगी!" इतना कहने के बाद सु कियानक्सुन मुड़ी और वहां से तुरंत चली गई। उसके जैसे किसी आदमी से बात करते रहना व्यर्थ था।

संचालक बिल्कुल क्रोधित हो गया था। यह बेखबर बिच। मैं उसे एक अवसर प्रदान कर रहा था, लेकिन वह घमंड दिखा रही थी! क्या वह वास्तव में सोचती है कि वह एक देवी है?'

उसने अचानक से उसका तिरस्कार किया। उसके पास इस बिच को घुटने टिकवाने और दया की भीख मंगवाने का एक तरीका था!

जिस क्षण सु कियानक्सुन संचालक के कार्यालय से बाहर निकली, सु रान तुरंत वहाँ आ गयी। उसने उत्सुकता से जाहिर तौर पर शांत युवती को देखा और पूछा, "कियानक्सुन, आप विश्वविद्यालय के संचालक के साथ कैसे बहस कर सकतीं हैं? वह आपको ऐसे नहीं जाने देगा। जैसा उन्होंने कहा, आपने वैसा क्यों नहीं किया ..."

सु कियानक्सुन अचानक घूमी और अपनी आँखों में एक ठंडी नज़र के साथ सु रान को घूर कर देखा। सु रान हैरान रह गयी। यह पहली बार था जब उसने सु कियानक्सुन की आँखों में ऐसा भयंकर रूप देखा था।

"जैसा उन्होंने कहा वैसा करो? क्या? आज्ञाकारी बनो और दरवाजा बंद करो?"

"मैं-मेरा मतलब है कि आपको संचालक से उनकी समझदारी के लिए भीख माँगनी चाहिए," सु रान ने बड़बड़ा कर कहा। किसी अज्ञात कारण से, उसने महसूस किया कि उसके सामने वाली युवती काफी बदल गई थी।

"मैं यह पता लगा लूंगी कि इस समस्या को कैसे हल करना है। आपको चिंता करने की ज़रूरत नहीं है।" सु कियानक्सुन सु रान पर अब अपनी ताकत बर्बाद नहीं करना चाहती थी क्योंकि उसे उससे पूर्ण रूप से घृणा हो गई थी।

'भीख माँगना? अगर भीख मांगने का काम हो जाता, तो क्या मेरी वर्तमान स्थिति ऐसी होती?'

जब किआओ बोनियन और सु किंगयुन ने सु परिवार की संपत्ति जब्त कर ली थीऔर उसके बड़े भाई के खिलाफ साजिश रची थी, तो उसने मदद की भीख माँगी थी!

जब उसके छोटे भाई की हालत खराब हो गई और वह मेडिकल बिल नहीं दे सकती थी, तो उसने मदद की भीख माँगी थी!

जब उसके छोटे भाई को थाने में बंद करके पीटा गया था, तो उसने बहुत से लोगों से मदद भीख माँगी थी!

हालांकि, कोई बात नहीं कि मदद के लिए उसने कितनी बार दूसरों से मिन्नतें की हों, किसी को उस पर दया नहीं आई। बदले में, उन्होंने केवल घिन की, उपहास किया, ताना मारा, और यहां तक ​​कि चीजों को उसके लिए बदतर बना दिया और उसकी बदकिस्मती का आनंद लिया!

'इसलिए, अब से, मैं अन्य लोगों से भीख नहीं माँगना चाहती। इसके बजाय मैं खुद पर भरोसा करुँगी!'

सु कियानक्सुन वहां से भाग गयी। सु रान ने उनका पीछा नहीं किया। युवती के जाने के बाद उसने भौंहें को सिकोड़ते हुए उसको एक टक देखा। उसका गुप्त भाग फिर से दर्द करने लग गया। यह तब से दर्द करता था जब से उसने झाई शेंग के साथ यौन-क्रिया की थी। यह सब सु कियानक्सुन की गलती थी। सु रान ने कसम खायी थी कि वह सु कियानक्सुन से इसका भुगतान करवाएगी और उसके साथ कुछ बहुत बुरा करेगी।

सु कियानक्सुन ने अन्य छात्रों की नज़रों और फुसफुसाहट को नजरअंदाज कर दिया और वह विश्वविद्यालय के गेट की ओर भाग गयी थी। परिसर से बाहर निकलते ही उसका फोन बज उठा। जब उसने इसे बाहर निकाला और स्क्रीन पर प्रदर्शित नाम देखा, तो उसकी आँखें तुरंत चमक उठीं ...

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