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मैडम गु,आपको कंजूस होने की ज़रूरत नहीं

Editor: Providentia Translations

अगले दिन, लिन चे ने अपनी आँखें अपरिचित परिवेश में खोली। उसे यह याद करने में कुछ समय लगा कि अब उसकी शादी हो चुकी है।

पर उसका पति कहाँ था?

वह बिस्तर से तुरन्त उठी। सोफे पर सब कुछ अपने मूल स्थान पर था, लेकिन उस पर मौजूद व्यक्ति गायब था।

लिन चे कमरे से निकल कर डाइनिंग रूम में चली गयी। दासी ने उसके आगे सिर झुकाया। "मैडम, मैं आपको भोजन कक्ष तक ले चलती हूँ।"

जैसे ही वह वहाँ पहुँची, उसने गु जिंग्ज को सूरज की रोशनी में देखा। वह धीरे से उसके पास गयी।

जिंग्ज़ की भावहीन अभिव्यक्ति ने भोजन कक्ष के तापमान को कुछ डिग्री तक कम कर दिया।

उसका अच्छी तरह से तराशा हुआ शरीर सूट में और भी अधिक सदा हुआ दिखाई देता था। कपड़ो के बिना, उसका शरीर हृष्ट पुष्ट था, लेकिन कपड़े पहनने पर दुबला दिखाई देता था। उसके चेहरे को देखकर, कोई भी महिला आह भर सकती थी, और उसकी रहस्यमय, गरिमामय निगाहों को देखकर लिन चे ने अपनी भौंहैं थोड़ी चढ़ा लीं।

"हाई, गुड मॉर्निंग," बोलने के लिए वह उसके पास गयी।

हालाँकि, गु जिंग्ज ने बस अपनी भौहें उठाईं और उसकी ओर देखा। उसने जो आरामदायक कपड़े पहने थे, वह नौकरानियों ने तैयार किए थे। वे बढ़ा चढ़ा कर उसके फिगर को स्पष्ट कर रहे थे। गु जिंगज़ ने चुप चाप अपना सिर नीचे कर लिया। 

उसने अपनी पतली सी उँगलियों से मेज़ पर रखे सफेद सिरेमिक कॉफी कप को उठा लिया। उसने फिर भी अपना सिर नहीं उठाया।

कितना भावहीन इंसान और उससे बहुत दूर...

लिन चे ने मुँह बनाया और बैठ गयी।

भोजन के दौरान, उन्होंने बिल्कुल भी बातचीत नहीं की। जब वह चला गया, तो नौकरानी ने लिन चे के दुखी चेहरे को देख कर कहा, "मैडम, सर बुरे व्यक्ति नहीं हैं। कभी-कभी वह सुबह थोड़े गुस्से में होते है, खासकर अगर उन्हें रात को अच्छी तरह से आराम नहीं मिला हो।"

लिन चे ने पूछा, "क्या वह कल रात अच्छी तरह से नहीं सोए?"

नौकरानी ने उत्तर दिया, "हाँ। सर आधी रात को उठे और अध्ययन कक्ष में सोने चले गए, इसलिए उन्हें अच्छी नींद नहीं आई।"

लिन चे का मुँह आश्चर्य में खुल गया और कुछ बोल नहीं पायी।

इस बारे में सोचने के बाद उसे इसका अहसास हुआ।

उस रात की घटना के कारण वह उससे शादी करने के लिए मजबूर हो गया था। संभवतः, वह शायद असहज महसूस कर रहा होगा, खासकर जब वह किसी अन्य महिला से प्यार करता है। इसलिए वह उसके साथ एक ही कमरे में सोने से खुश नहीं था।

आहें भरते हुए उसने मन में सोचा, गु जिंग्ज़ भी दयनीय है; वह एक असामान्य रूप से विशेषाधिकार प्राप्त व्यक्ति है, लेकिन वह इस तरह की अजीब बीमारी से पीड़ित है।

इसे इस तरह से भी देखा जा सकता है, यह सब इसलिए हुआ क्योंकि लिन ने अपनी लापरवाही में उसे कोई और समझ लिया था, जिसकी वजह से गु जिंग्ज़ ने उस महिला को खो दिया जिससे वह प्यार करता था और उसे लिन चे से शादी करनी पड़ी। उसे अचानक लगा जैसे उसने एक प्रेमी जोड़े को अलग कर दिया है और खुद को दोषी मानने लगी।

....

लिन चे कंपनी जाने की तैयारी में जुट गयी। बाहर जाते समय, उसने देखा कि लोगों का एक समूह शोर मचाते हुए निकल रहा है। जब उसने करीब से देखा, तो उसने गु जिंग्ज को उनका नेतृत्व करते देखा। उसके लम्बे और दुबले फिगर के कारण वह ऐसा लग रहा था जैसे मुर्गियों के बीच में खड़ा क्रेन। उसके लंबे पैरों से लिपटी हुई करीने से सिली पैन्ट्स उसकी चाल को मोहक और प्रभावी बना रही थी। उसके हाव-भाव में कुछ कमी आई, जबकि उसकी कठोर आकृति में थोड़ी उदासीनता थी। शांत आभा स्वाभाविक रूप से महसूस की जा सकती है। उसने आराम से दरवाजे को पार किया और ऐसा लग रहा था जैसे वो बाहर जाने वाला है।

जल्दबाज़ी में लिन चे ने उसका पीछा किया।

"मेरे लिए रुको। मेरे लिए रुको।"

गु जिंग्जे की कठोर अभिव्यक्ति उसकी आवाज़ सुनकर बदल गई। उसकी भौंहें आपस में जुड़ी हुई थीं।

वो पलटा तो उसने लिन चे को कमर से कसी हुई एक आकर्षक पोशाक पहने हुए देखा। वह पागलों की तरह उसकी ओर दौड़ रही थी। जिंग्ज़ को और ज़्यादा गुस्सा आ गया।

हालाँकि, उसके लहराते काले बालों ने उसकी गोरी त्वचा को इतना निखार दिया कि वह बर्फ की तरह सफ़ेद लग रही थी, और वह साफ सुथरी लग रही थी। जिंग्ज़ ने एक लंबी सांस ली, और उस पर से नज़रे हटा के बाहर जाने लगा।

"मुझे भी साथ ले चलो, गु जिंग्ज़। मैं कंपनी जा रही हूँ।"

"मैं किसी को भेजता हूँ तुम्हें वहाँ ले जाने के लिए," उसने रूखेपन से आगे देखते हुए कहा।

"ओह... ठीक है। तुम मुझे बस स्टॉप तक छोड़ सकते हो। मेरे लिए एक कार बर्बाद करने की कोई जरूरत नहीं है।"

गु जिंग्ज ने उसे गुस्से से देखा। "गु परिवार इतना गरीब नहीं है कि उनकी मैडम को पब्लिक बस लेकर ट्रांसपोर्ट के पैसे बचाने पड़ें।"

उसकी निगाह उसके चेहरे पर टिकी हुई थी और कुछ सोचने के बाद उसने कहा, "अंदर आओ।"

यह सुनते ही, लिन चे जल्दी से लड़खड़ाते हुए, दो डॉलर बचाने के लिए गु जिंग्ज़ के पीछे भागी।

गु जिंग्ज की कार बहुत बड़ी थी। यह वह कार नहीं थी जिसमें वह कल बैठी थी। अंदर, सीटों पर चमड़ा लगा हुआ था जिसमें से ताज़ी महक आ रही थी। गु जिंग्ज़ की नज़र उन निशानों पर पड़ी जो लिन चे के जूतों के कारण बने थे, और उसने त्योरियां चढ़ा लीं, "तुम्हारे जूते इतने गंदे क्यों हैं?"

लिन चे ने नीचे एक भद्दा पदचिह्न देखा। वह शर्मिन्दगी में हँसी और बोली, "मेरे पास और जूते नहीं हैं।"

गु जिंग्ज की त्रुटिहीन भौंहों को फिर से मुड़ता देखकर, लिन चे ने अपने होंठों को मोड़ लिया और कहा, "आप किस बात से असंतुष्ट हैं? मैंने यह जान बूज कर नहीं किया; मेरे पास यह एकमात्र जोड़ी जूते हैं।"

गु जिंगज़ ने उसकी ओर देखा। उसने मैले कपड़े पहने थे और उसके पतले, लंबे पैरों को अस्पष्ट रूप से देखा जा सकता था।

जिंग्ज़ ने उसके कपड़ों का निरीक्षण किया - यह कपडों का वही जोड़ी थी जो उसने कल पहने थे और उनमें वो बहुत दरिद्र लग रही थी।

उसने कहा, "मैं तुम्हे पहले कुछ कपड़े खरीदने के लिए ले जाऊंगा।"

यह सुनकर, लिन चे ने कहा, "मेरे कपड़े ठीक हैं। सिर्फ इतना है कि मैं उन्हें साथ नहीं लाई। जब भी मौका मिलेगा मैं वापस जा कर अपनी चीज़े ले आऊँगी।"

लेकिन गु जिंग्ज़ ने पहले ही ड्राइवर को निर्देश दे दिया था, "कोई ऐसी जगह ले चलो जहाँ से मैडम के लिए कपड़े खरीद सके।"

ड्राइवर ने तुरंत यू-टर्न ले लिया।

लिन चे शर्मिंदा थी। "वास्तव में इसकी कोई आवश्यकता नहीं है। यह आपके लिए बहुत तकलीफ देह होगा।"

गु जिंगज़ ने उसके कपड़ों पर अपनी आँखें घुमाई। उसे नहीं पता था कि उसने ड्रेस कहाँ से खरीदी थी; पर वह इतनी बार धोयी गयी थी कि वह स्पष्ट रूप से पुरानी लग रही थी। उसने शायद इसे कई बार पहना था।

"तुम्हारे कपड़े बहुत गंदे हैं। मैं बस उन्हें देखकर असहज महसूस कर रहा हूँ।"

"…" ठीक है। क्योंकि यह उसे सहज लगता है, वह जो चाहे खरीद सकता है।

गु जिंग्ज़ को लगा की लिन चे सोच रही है की वो उसके साथ अच्छा होने की कोशिश कर रहा है।

"इसे कंजूसी कहा जाता है। क्या तुम जानती हो?"

"तुम दरिद्रता को मितव्ययिता के रूप में मानती हो, लेकिन यह मेरी आदत नहीं है।" गु जिंग्ज़ की आँखें हमेशा की तरह उदासीन थीं।

लिन चे ने कहा, "बेशक, अमीर होना अच्छी बात है। आप हर दिन अपने कपड़े बदल सकते हैं। मेरे पास बहुत सारे कपडे नहीं हैं, इसलिए मैं प्रत्येक कपड़े को लंबे समय तक पहनती हूँ। तुम्हे क्या लगता है मैंने यह कपडे कितनी बार पहनें हैं। इसकी कीमत कई सौ युआन है। बेशक, मैं इसे तब तक पहनूंगी जब तक यह ख़राब नहीं होते।"

गु जिंग्ज़ ने लिन चे को देखा। "लिन परिवार को इतना गरीब नहीं होना चाहिए।"

लिन चे उसे देखते हुए मुस्कुरायी। "तो तुमने मेरे बारे में बहुत अच्छी तरह से जांच की।"

"स्वाभाविक रूप से; तुम्हें लगता है कि मैं बिना किसी जांच के किसी महिला से शादी करूंगा?"

लिन चे अपनी आस्तीन के साथ खेलती रही। "लेकिन क्या तुम्हें यह नहीं पता कि मैं लिन परिवार की एक नाजायज बेटी हूँ? मेरे पिता ने मुझे कभी लिन परिवार का हिस्सा नहीं माना। बचपन में, मैं आया के साथ रहती थी। जब मैं बड़ी हो गयी और उन्हें लगा की मेरा भी कुछ मूल्य है, उन्होंने मुझे एक कमरा दे दिया। जब मैं छोटी थी, मैंने हमेशा लिन ली और लिन यू के पुराने कपडे पहने। यहाँ तक कि अगर कपड़े बार-बार धोए गए थे या फटे हुए थे तब भी वह कपड़े अच्छे थे। मैं हमेशा आया को उन्हें मेरे लिए ठीक करने के लिए कहती और पहनती रहती थी।"

गु जिंग्जे की भौंहें चढ़ गईं। जैसे ही उसने उसकी ओर देखा, उसकी निगाहें टिकीं रहीं।

जल्द ही, वे दोनों एक ब्रांडेड फैशन स्टोर पर पहुंचे।

जिस क्षण उन्होंने कदम रखा, गु जिंग्ज ने स्टोर को चारों तरफ से देखा और उनके पीछे चलते कर्मचारी से कहा, "मुझे इसके साइज के सारे कपड़े दे दो।"

यह देखते हुए कि गु जिंग्ज़ कितना स्पष्ट था, विक्रेता की आँखें चमकने लगीं। वह जल्दी से लिन चे को अंदर ले गया।

लिन चे थोड़ी हैरान थी। यह पहली बार था जब वह अनुभव कर रही थी कि अमीर कैसे खरीदारी करते हैं|

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