webnovel

The Novel Love

Autor: adrushy
Fantasy
Laufend · 1.6K Ansichten
  • 3 Kaps
    Inhalt
  • Bewertungen
  • N/A
    UNTERSTÜTZEN
Zusammenfassung

Chapter 1The Novel Love

सुनहरी सी धूप खिली हुई थी मौसम बहुत ही खुशनुमा सा था चिड़िया की चहचहाहट संगीत के जैसी कानो में घुल रही थी 

एक बड़े से घर में आलीशान कमरे में बेड पर एक लड़की सोकर उठी उसने अंगड़ाई ली और सामने बैठे शख्स से बोली –गुड मॉर्निंग डार्लिंग.... 

सामने बैठे शख्स के चेहरे पर कोई भाव नहीं आए एक ठंडक सी उसकी निगाहों में जमी हुई थी । 

ओह सॉरी ....बोलकर वो लड़की शख्स के करीब आई और उसके गोद में बैठते हुए उसके होठों को चूमा । 

अचानक ही उस हिंसक पशु जैसे इंसान की आखों से ठंडक गायब हो गई और एक गर्माहट सी महसूस होने लगी लड़की उठकर बाथरूम की ओर जाते हुए बोली – ऑफिस जाने से पहले नाश्ता मत भूलना.... 

 

थोड़ी देर बाद वो नीचे आई तो एक अधेड़ उम्र की औरत ने उसे नाश्ता परोसा वो खाते हुए किसी को टेक्स्ट कर रही थी ।

कुछ देर में वो औरत उसके सामने आते हुए बोली–बेबी सारा काम हो गया अब मैं जाऊं....

लड़की मुस्कुरा के बोली–हा ठीक है जाइए....

औरत चली गई 

तो चलिए मिलते है अपनी नायिका से निशी....एक शांत और सौम्य लड़की ....जिसे अकेले जीना पसंद है.....बाहरी दुनिया से दूर वो अपनी नोवेल की दुनिया में रहती है...वही के लोगो में जीती है.....

शाम के वक्त निशी सोकर उठी तो उसके बगल में सुबह का शख्स बैठा था निशी उठकर उसकी गोद में बैठ गई ।और उसके गले में बाहें डालते हुए बोली – I Miss you soo much my hubby..... 

लड़के ने उसके बाल सहलाए तो निशी की आखें चमक उठी ।निशी उठकर कमरे से बाहर जाते हुए बोली–शिवम कल भैया भाभी आ रहे है तो मुझे उन्हे क्या देना चाहिए....? 

कुछ देर में मोन के बाद वो पीछे मुड़ने ही वाली थी की डोरबेल बजी और निशी असमंजस में खुद से बोली–इस वक्त कोन होगा....?

और नीचे जाकर उसने दरवाजा खोला । 

सामने उसके भैया भाभी खड़े थे निशी उन्हें देखते ही उनके गले जा लगी – भैया आप ....इतनी जल्दी आ गए....?

भैया उसका सिर सहलाते हुए बोले – हा मेरी बहन इंतजार जो कर रही थी .....

निशी ने मुस्कुरा के सिर हिला दिया निशी उन्हें अंदर लाई और चाय नाश्ता देकर बोली–भैया मुझे आपको किसी से मिलवाना है....

रणजीत निशी के भाई– हा भाई मिलवाओ..... कोन है तुम्हारा कोई दोस्त है क्या....? 

निशी थोड़ा शरमाते हुए बोली –नही मेरे हसबैंड.... 

ये सुनते ही विधि और रणजीत के कान खड़े हो गए –तुमने शादी का ली निशी....? 

निशी ने मुस्कुरा के सिर हिला दिया । 

रंजित हैरानी से बोले–किस्से...कोन है वो.... 

निशी उपर जाते हुए बोली –मैं अभी लेकर आई....

रंजित और विधि ने बेबसी में सिर हिलाया ।

निशी कुछ देर बाद नीचे आई और अपने बगल में इशारा करते हुए बोली–भैया he is my husband....Shivam Singh Roy .....

रंजित और विधि की निगाहे हैरानी से भर गई ..निशी बच्चे क्या बोल रहे हो.....?रंजित हैरानी से बोला तो निशी के शिवम की बाहों पे अपनी पकड़ बनाते हुए कहा – वही जो आपने सुना.....now we are married.... एंड भाई ट्रस्ट मि..ये बहुत अच्छा इंसान है.....

पर निशी....रंजित ने कुछ कहना चाहा पर विधि ने उसे रोक दिया और मुस्कुरा के बोली– हमे अच्छा लगा निशी....तुमने बिलकुल सही जीवनसाथी चुना है....

निशी खुश हो गई विधि बोली –भाई सफर से थकान हो गई है तो मैं चली सोने....आप भी आ जाइए....एंड निशी तुम भी सो जाना....

निशी ने मुस्कुरा के सिर हिला दिया और शिवम की बाहों पर अपनी पकड़ जमा ली

विधि और रणजीत के जाते ही निशी ने शिवम को अपने करीब खीच लिया और उसके गर्दन पे बाइट करने लगी ।

शिवम ने उसके बाहों से आजाद होकर उपर चला गया

कमरे में जाते ही रणजीत भड़कते हुए बोला–तुम पागल हो गई हो विधि.....? ये क्या बोल रही थी बाहर....?कोई नही था निशी के बगल में....?वो किससे बात कर रही थी....?

विधि पलट के बोली –क्या तुम्हे उसे देखकर लगा की वो मजाक कर रही है.....

रंजित ने बेबसी में ना में सिर हिलाया

विधि – तो इसका मतलब है हमे डॉक्टर की जरूरत है....

अगली सुबह रंजित और विधि डॉक्टर के केबिन में बैठे थे और निशी की सारी हालत बता चुके थे ।

डॉक्टर् कुछ देर बाद बोली –जैसा कि आपने बताया आपके माता पिता के डाइवोर्स के बाद दोनो ही अलग अलग हो गए और निशी आपके साथ रहने लगी लेकिन आपके उपर काम का प्रेशर होने से आप कभी उसे वक्त नहीं दे पाए और जैसा आपने बताया की निशी को फिक्शनल नोवेल पढ़ने का बहुत शोख है.... उससे एक ही बात साबित होती है मिस्टर सिन्हा....निशी अपने मन के माया जाल में फंस चुकी है उसका अकेला पन से उभरने के लिए उसने एक दुनिया बनाई लेकिन वो दुनियां ही अब उसका हकीकत है.....वो अपनी फिक्शनल लाइफ जी रही है....

रंजित परेशान होकर बोला – इससे बाहर आने का कोई तो रस्ता होगा....

एक ही रास्ता है.....लेकिन आप सब के लिए वो थोड़ा शॉकिंग है....डॉक्टर बोली तो रंजित बोला –मेरी बहन के लिए मैं कुछ भी कर सकता हु कुछ भी....

शिवम रॉय....डॉक्टर ने कहा तो रंजित जी हैरान होकर बोले –पर वो एक्सिस्ट ही कहा करता है.....?वो तो सिर्फ एक इमेजिनेशन है....

हा पर वही सिर्फ निशी को ठीक कर सकता है....आपको एक इंसान को लाना होगा वो हुबहू शिवम रॉय जैसा बिहेव करे उसके जैसी पर्सनेलिटी रखे....और उसके करीब रहने से निशी इमेजिनेशन और रियलिटी में फर्क समझ पाएगी....

पर डॉक्टर ...ये कैसे मुमकिन होगा .....शिवम् रॉय कैसा दीखता है कैसे बिहेव करता है ....उससे जुडी कोई बात नहीं है हमारे पास .....रंजीत परेशान सा बोला |

इसक भी रास्ता है सिन्हा साहब ...डॉक्टर बोली और नावेल को दिखाते हुए बोली इसकी जो राइटर है ...मिस सुपर्णा ....उन्हों ने ही शिवम् रॉय के केरेक्टर को प्रदर्शित किया है तो मुमकिन है वो उसके बारे में कुछ बता पाए ........और वो देहरादून में रहती है ...आपको एक बार उनसे मिलना चाहिए ,,,,,,,,,,,,

ठीक है मै आज की फ्लाइट से ही देहरादून निकल जाता हु ....विधि आप निशी का ध्यान रखना ...रंजीत ने कहा तो विधि ने उसका हाथ सहल दिया |

जारी है...

Das könnte Ihnen auch gefallen

इकाई का शिकार

"ऐसी ज़िंदगी की कल्पना करें जहाँ आपके अपने शरीर पर कोई नियंत्रण न हो। हर क्रिया, हर हरकत, किसी बाहरी ताकत द्वारा तय की जाती है। इसके साथ आने वाला दर्द और पीड़ा आपकी असहायता की निरंतर याद दिलाती है। आप एक ऐसी दुनिया में फँसे हुए हैं जो मानवीय अनुभव से पूरी तरह अलग है। क्या कोई आपको वैसे ही स्वीकार करने को तैयार होगा जैसा आप अभी हैं, या नियंत्रित किए जाने का डर आपको अलग-थलग और अकेला बनाए रखेगा? यह इस उपन्यास के मुख्य पात्र ब्रायन की कहानी है, जिसका जीवन एक अंधकारमय और भयानक मोड़ लेता है क्योंकि वह अपने शरीर और मन पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए संघर्ष करता है, जिसे मानवीय समझ से परे दुनिया से एक रहस्यमयी इकाई द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है।" Characters description * wish dragon - विश ड्रैगन एक पौराणिक प्राणी है, जो बिना पंखों वाला है और जिसका रंग बदलता रहता है, वर्तमान में यह काले रंग के साथ चांदी के रंग में दिखाई देता है। प्रत्येक नए संरक्षक के साथ इसका रंग बदलता है, एक ऐसी घटना जो समय के साथ देखी गई है। एक बार सुनहरे रंग में दिखने वाले ड्रैगन का स्वरूप अब अपने वर्तमान चांदी और काले रंग में बदल गया है। हालाँकि पीढ़ियों से चली आ रही कहानियों और कानाफूसी में इसके बारे में बात की जाती रही है, लेकिन विश ड्रैगन का कभी भी लिखित अभिलेखों में उल्लेख नहीं किया गया है। नतीजतन, कई आधुनिक व्यक्ति इसके अस्तित्व को महज एक मिथक, एक मज़ाक के रूप में देखते हैं और जिन्न की तरह इच्छाओं को पूरा करने की इसकी कथित क्षमता को समझने के लिए संघर्ष करते हैं। संदेहवादी इसके ठिकाने पर सवाल उठाते हैं, आश्चर्य करते हुए, "अगर ऐसा प्राणी वास्तव में मौजूद है, तो यह अब दिखाई क्यों नहीं देता है? अगर यह अमर है, तो यह कहाँ छिपा हुआ था?" *wish dragon का संरक्षक - समय के साथ, विश ड्रैगन के संरक्षक लगातार बदलते रहे हैं, इस बदलाव का मूल कारण लालच है। प्रत्येक नया संरक्षक जिसने विश ड्रैगन की तलाश की, उसने अपने स्वयं के गुप्त उद्देश्यों और स्वार्थी एजेंडों के साथ ऐसा किया, अपने लाभ के लिए इसकी इच्छा-पूर्ति क्षमताओं का फायदा उठाने की कोशिश की। प्रत्येक संरक्षक को खत्म करने में सक्षम एकमात्र देवता। अग्नि, वायु और जल के तत्वों से जुड़ा देवता। विडंबना यह है कि यह देवता, जो अभिभावकों को नष्ट करने के लिए जिम्मेदार है, वह एकमात्र ऐसा भी है जो विश ड्रैगन के लिए नए संरक्षक बना सकता है। इन तत्वों का अवतार होने के बावजूद, इस देवता का कोई भौतिक अस्तित्व नहीं है, कोई स्पष्ट आकार नहीं है, और कोई श्रव्य आवाज नहीं है। फिर भी, इस देवता की शक्ति अभिभावकों के निर्माण और विनाश में स्पष्ट है, जो विश ड्रैगन के भाग्य को आकार देती है। कैलारा (एक महिला संरक्षक) को भी उसी तरीके से चुना जाता है। वह न तो मानव है और न ही प्राणी, बल्कि एक प्रहरी इकाई है ईश्वर ने स्वयं उसे यह पवित्र जिम्मेदारी सौंपी है, तथा उसे आने वाली पीढ़ियों के लिए विश ड्रैगन की सुरक्षा करने का कार्य सौंपा है।

Laksmi_Boro_1277 · Fantasy
Zu wenig Bewertungen
8 Chs

Bewertungen

  • Gesamtbewertung
  • Qualität des Schreibens
  • Aktualisierungsstabilität
  • Geschichtenentwicklung
  • Charakter-Design
  • Welthintergrund
Rezensionen
Beeindruckend! Sie wären der erste Rezensent, wenn Sie Ihre Rezensionen jetzt hinterlassen!

UNTERSTÜTZEN