webnovel

Poem No 81 दिल में चाहत रखना

दिल में चाहत रखना

साथ हमारा बना रहे।

यह ख्वाहिशें थी हमारे

तुम छोड़ गये बिच रास्ते

दिल की चाहत रह गये

तड़पता दिल के सहारे

हम अखेला रह गये

दिल में चाहत रखना

साथ हमारा बना रहे।

----Raj

Nächstes Kapitel