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मैं तुम्हारे साथ अच्छा व्यवहार करूंगा (2)

Redakteur: Providentia Translations

पिछली बार की तरह, गु यूशेंग ने उसे एक क्रूर जानवर की तरह देखा।

उसकी त्वचा जलकर गर्म हो रही थी, फिर भी जब उसने किन जहीए को छुआ, तो उसका दिल ऐसा ठंडा हो गया मानो वह बर्फ के पानी में डूबा हो।

किन वास्तव में बचकर निकलना चाहती थी, लेकिन उसकी ताकत के नीचे दबने से वो भाग नहीं सकती थी। 

उसकी हर हरकत खुरदरी थी, उसके शरीर पर तेज चाकू की तरह क्रूरतापूर्वक दर्द दे रही थी। 

उसे डर था कि दया के लिए प्रार्थना कही उसके मुंह से ना निकल जाए, किन जहीए ने अपने दांत पीस लिए और देर तक कष्ट सेहती रही। 

उसकी हर कोशिका दर्द में घुट रही थी, और हर पल एक अनंत काल की तरह लग रहा था। किन जहीए जोर से रोना नहीं चाहती थी कि अब वो और नहीं सह सकती, तो उसने खुद को चुपचाप गिनने के लिए मजबूर करना शुरू कर दिया।

ये शुरुआत में प्रभावी था, लेकिन दर्द इतना मजबूत था कि उसके विचार का सब्र टूट गया । "59 " गिनते - गिनते अचानक से वो वापस "57 " पर चली गई। 

गु यूशेंग ने आखिरकार जब उसे मुक्त किया तो किन जहीए को नहीं पता कि कितनी बार उसने एक ही नंबर को गिना था। 

जब ये सब खत्म हो गया, तो गु यूशेंग बिस्तर से उठ गया, खुद को चादर में लपेट लिया और बाथरूम में चला गया।

किन जहीए को पीछे छोड़ दिया जैसे कि उसके आधे शरीर को लकवा मार गया हो। किन बिस्तर पर लेटी रही और उसमें सांस लेने की भी ताकत नहीं थी। 

जब किन जहीए उसी तरह से वही पर सो गई थी, स्नान घर का दरवाजा अचानक से खुला। गु यूशेंग अपना स्नान खत्म करके फैशनेबल कपड़े पहनकर बिल्कुल ताजा बाहर निकला। 

चलते हुए अपने आस्तीन पर बटनों को बंधा, वो बहुत ही सुंदर और अभिमानी लग रहा था। पलंग से गुजरते हुए उसने पलभर के लिए किन जहीए की ऊपर नजर डाली। 

जब वह संघर्ष कर रही थी, किन जहीए के पसीने ने उसके श्रृंगार को खराब कर दिया था, जिससे उसका मूल स्वरूप को पहचानना लगभग असंभव हो गया था। उसके गिले बाल गंदगी से उसके चेहरे से चिपके हुए थे और उसकी उजागर त्वचा हिंसा के भारी और हल्के दोनों निशान से ढकी हुई थी, यहां तक कि उसपर जबरदस्ती के नीले-हरे रंग के कुछ निशान भी थे।

उसने किन की खराब स्थिति पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया, ना ही उसके चेहरे पर कोई विनम्रता दिख रही थी, गु यूशेंग सीधा दरवाजे की ओर चलने लगा। 

हालांकि, अचानक से उसने दो कदम आगे बढ़ाकर फिर से पलंग के कोने की तरफ वापस लौट आया। गु उसके करीब गया उसकी ठुड्डी को पकड़ा, उसका चेहरा अपने ओर किया और उसके कान में धीरे से कुछ कहा। 

गु यूशेंग की आंखे गहरे छुरे की तरह चुभ रही थीं, और उनकी भयंकर सांसों का झोंका किन जहीए के चेहरे के ऊपर आया। अगर तुमने जो आतिथ्य मैंने तुम्हें अभी दिया उसका आनंद लिया है तो तुम दादाजी को फिर से शिकायत कर सकती हो! मैं तुमसे कभी भी चुनौती ले लूंगा!"

"हालांकि, लियांग डौको, ये मत कहना कि मैंने तुमको चेतावनी नहीं दी है। लेकिन अगली बार, जरूरी नहीं कि मैं आज जैसा ही व्यवहार करूं। उपचार के कई तरीके है, तो अगर तुमको उत्सुकता है तो आगे बढ़ो!"

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अपनी बात पूरी कहने के बाद गु यूशेंग तूफान की तरह दरवाजे से बाहर चला गया। 

गु यूशेंग की कार का शोर गायब हो गया था जब बेडरूम के दरवाजे पर खटखट होने के साथ नौकर की आवाज आई। "मिस, क्या तुम ठीक हो ?" 

किन थक गई थी और बात नहीं करना चाहती थी, लेकिन नौकर ने फिर से दरवाजा खटखटाया। "मिस क्या मैं अंदर आ सकता हूं?" 

किन जहीए को डर था कि नौकर वास्तव में अंदर आ जाएगा और उसे इस तरह खराब स्थिति में देख लेगा, तो उसके पास अपनी आत्माओं को उकसाने और जवाब देने के अलावा कोई रास्ता नहीं था, "मैं ठीक हूं, मैं बस थोड़ी देर के लिए अकेले रहना चाहती हूं।" 

दरवाजे का रास्ता थोड़ी देर के लिए खामोश रहा नौकर के बोलने से पहले, "मुझे क्षमा करें, मिस, बूढ़े गु ने मुझे मजबूर किया था सच बताने के लिए।" 

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