लॉन्ग सिजु मुड़ा और वार्ड से चला गया। सु कियानक्सुन ने अपने छोटे भाई को देखा। सु जीए ने अचानक से अपना सर उठाया और उस आदमी को देखा जो बाहर जा रहा था।
"जीए ?" सु कियानक्सुन कुछ हैरान हुई। उसके छोटे भाई ने वास्तव में कुछ प्रतिक्रिया दिखानी शुरू की थी।
सु जीए मुड़ा और सु कियानक्सुन के सामने अपनी पीठ करके लेट गया।
सु कियानक्सुन को बेबस होने का अहसास हुआ। वो फिर से बदमिजाजी दिखा रहा था।
जैसे ही लॉन्ग सिजु दरवाज़े से बाहर गया , सामने से मु बाई चलता हुआ आ रहा था। उसने लॉन्ग सिजु को मुट्ठी दिखाई , लेकिन लॉन्ग सिजु ने अपना हाथ उठाया और बिना किसी प्रयास के उसे पकड़ लिया।
मु बाई अपनी हाथ की मुट्ठी को वापस खींचना चाहता था लेकिन उसे अहसास हुआ कि वो बिलकुल भी हिला नहीं पा रहा था। बल्कि वह आदमी की ताकत से हैरान था!
" कुछ भी ?" मु बाई को उदास भरे चेहरे से घूरते हुए लॉन्ग सिजु ने अपना दूसरा हाथ उठाया और अपने होठों के बीच से सिगरेट निकाला।
" क्या तुम कियानक्सुन के प्रेमी हो ?" मु बाई ने जोर लगा कर अपनी मुट्ठी को वापिस खींचा और इस बार , लॉन्ग सिजु ने जाने दिया।
" तुम क्या सोचते हो ?" लॉन्ग सिजु सामने खड़े आदमी को गुस्से से देखा और अपने होठों को नफरत से ऊपर कर लिया।
"कियानक्सुन एक अच्छी लड़की है। वो ऐसी लड़की नहीं है जिसके साथ आप खेल सकते हो। अगर उसने तुम्हे पैसे देने है , तो मैं तुम्हे उसके ओर से वापिस दे सकता हूँ। या आप केवल यह बता सकते हैं कि आप कितना चाहते हो !" मु बाई उसके सामने खड़ा था।
" दफा हो जाओ !" लॉन्ग सिजु ने बड़े गुस्से से यह कहा। उसकी नज़रे अत्यधिक क्रोधित हो गई थी।
मु बाईका चेहरा अचानक से बदल गया। उसने कभी नहीं सोचा था कि वह आदमी वास्तव में इतना अनुचित होगा।
सुन्न चेहरे के साथ, लॉन्ग सिजु ने उसे नज़रअंदाज़ किया और वहाँ से चला गया। मु बाई ने अपनी मुट्ठी को कस के पकड़ लिया और गुस्सा उसके सीने में जल रहा था ।
वह निश्चित रूप से जानता था कि यह आदमी यक़ीनन युवा महिला का ध्यान नहीं रखेगा।
जब मु बाई वार्ड में वापिस आया , सु कियानक्सुन सहनशीलता से सु जीए से बात कर रही थी। जब उसने दरवाज़े के खुलने की आवाज़ सुनी, तो सु कियानक्सुन का शरीर अकड़ गया और वह बेहद असहज हो गई।
" डॉक्टर मु ... कल के लिए धन्यवाद्। " सु कियानक्सुन खड़ी हुई और अपना सर झुका कर धन्यवाद् किया। घबराहट में उसने हाथो की मुट्ठी को भींच लिया।
" आपका अभिवादन। जब तक तुम ठीक ठाक हो।
मु बाई ने निष्पक्ष होने की पूरी कोशिश की। वो जनता था कि सु कियानक्सुन बुरे समय से गुजर रही है , और वो उस पर ज़्यादा दबाव नहीं डालना चाहता था।
सु कियानक्सुन चुप खड़ी रही .
"क्या वह आदमी आपके साथ अच्छा व्यवहार करता है?"
मु बाई के अचानक सवाल ने सु क़ियानक्सुन को हैरान कर दिया।उसे उम्मीद नहीं थी कि वह उससे सीधे सवाल करेगा। उसने घबराहट में अपना सिर उठाया और उसकी ओर देखा।
" मुझे माफ़ करना , मैं वास्तव बस तुम्हारे लिए परेशान हूँ. " मु बाई की नज़रो में सच्चाई थी और थोड़ी सा भी तिरस्कार या भावना नहीं थी।
"डॉक्टर मु , मुझे माफ़ करना। मैने तुम्हे निराश किया है , किया है न ? मैने अंत तक जारी नहीं रखा। " सु कियानक्सुन को आवाज़ बहुत तीखी थी। उसने मुड़कर अपने छोटे भाई को देखा जो बिस्तर पर पड़ा था।
" जब तुम इतने कठिन समय से गुजर रही थी तब मेरे पास क्यों नहीं आई ?" मु बाई ने बेचैन हो कर पूछा।
क्यों? क्योंकि वह कभी किसी को परेशान नहीं करना चाहती थी, और क्योंकि जब वह उन लोगों द्वारा एक मृत अंत में मजबूर किया गया था, वो लॉन्ग सिजु के इलाके में थी। उस समय , केवल वो ही था उसे और जीए को बचा सकता था।
" तुम जीए से बात करना क्यों जारी नहीं रखती ? अगर तुम्हे कुछ चाहिए तो मुझे कॉल करना। "
मु बाई ने कुछ पल के लिए घुरा , फिर मुड़ा और वहाँ से चला गया। जैसे ही वो वहाँ से गया , सु कियानक्सुन पलंग पर बैठ गई जैसे कि उसकी सारी ताक़त सूख गयी हो।
उसने अचानक अपने छोटे भाई का हाथ पकड़ कर अपने चेहरे पर रख लिया। "जीये, मैं तुमसे विनती करती हूँ , कृपया जल्दी ठीक हो जाओ ।"
उसके सारे बलिदान का महत्व तभी होगा अगर उसका छोटा भाई और बेहतर हो जाये।
…..
वापिस जाते हुए , लॉन्ग सिजु ने सु कियानक्सुन को अपनी गोद में रखे रखा। जब लॉन्ग ने ध्यान दिया कि उसने दर्द से अपने भौहो को उठा लिया ,उसने अपने बड़े हाथ को उसके ब्लाउज के नीचे किया और उसके नीचले पेट के हिस्से पर रखा।
लॉन्ग सिजु का हाथ जल रहा था और सु कियानक्सुन तुरंत ही सुखद महसूस हुआ। यहाँ तक की उसकी सख्त भौहे कुछ हद तक नरम पड़ गयी।
जब उसने देखा तब लॉन्ग सिजु ने अपना हाथ वहाँ रखा। सु कियानक्सुन ने अचनाक गंभीर समस्या के बारे में सोचा। उसने अचानक सिर उठाकर पूछा ...