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जुनून

Redakteur: Providentia Translations

म्यू याज़हे चौंक गया,और उसने आश्चर्य में अपनी आँखें उठा लीं। उसने, युन शीशी की ठुड्डी पकड़ ली, और उसके चेहरे को अपने पास खींच लिया।

उसने अपना सिर नीचे किया और युन शीशी की आँखों में ध्यान से देखा, युन शीशी की आँखों में तनाव और उलझन थी। वह बता सकता था कि,युन शीशी के साथ कुछ गड़बड़ थी।

जैसे ही वो अपने विचारों में खो गया,तो युन शिशी ने उसके कंधों को कसकर पकड़ लिया और अपने लाल चेहरे को उसके चेहरे से चिपका दिया, वो उत्सुकता से उसके होंठों तक पहुंचने की कोशिश कर रही थी।

म्यू याज़हे ने अपनी आँखें सिकोड़ीं और पीछे हटने की कोशिश की, लेकिन युन शीशी ने उसकी गर्दन कसकर पकड़ ली और उसे जाने नहीं दिया। बिना किसी हिचकिचाहट के युन शीशी ने उसके होंठों को अपने होठों से पकड़ लिया।

उसके चुंबन अनियंत्रित थे। वे अनुभवहीन, भद्दे और थोड़े उग्र थे।

अपने भीतर की ख्वाहिश से मजबूर होकर,युन शीशी ने एक दानव की तरह म्यू याज़हे के नरम,पतले होंठों को बुरी तरह से नोच डाला।

उसने अपने दाँतों से म्यू याज़हे के निचले होंठ पर काट दिया। उसकी जीभ की नोक म्यू याज़हे के होंठों को अंधाधुंध चाटती रही। उसकी नाक से निकलती हुई तेज़ साँसों से म्यू याज़हे की सांस ही रुक गयी।

युन शीशी के भद्दे चुंबन के बावजूद, म्यू याज़हे का शरीर उत्तेजित हो गया।

वो जंगलियों की तरह उसे चूमे जा रही थी। आख़िरकार युन शीशी के भारी चुम्बनों की वजह से म्यू याज़हे अनियंत्रित रूप से थर-थर काँपने लगा और गरम होने लगा।

हालांकि, युन शीशी का बंजर शरीर अनजाने में और अधिक चाह रहा था। इतनी हलचल में युन शीशी की ड्रेस की पट्टियाँ पूरी तरह से उसके कन्धों से नीचे गिर गयीं। जैसे-जैसे वो म्यू याज़हे के और पास आने की कोशिश कर रही थी,उसकी ड्रेस फिसल कर उसकी कमर पर गिर गयी।

युन शीशी के नाजुक और उजागर कंधे लुभावने थे,जिन्हें देखकर म्यू याज़हे का शरीर गर्मी से भर गया।

उसने उस उज्जड लड़की को अपनी बाहों में देखा। वो इस बात से अनजान लग रही थी कि, वो इस समय क्या कर रही है!

म्यू याज़हे खुद को पूर्ण आत्म-नियंत्रण वाला व्यक्ति समझता था। यहाँ तक की वो अपनी मंगेतर को भी छूने से कतराता था, लेकिन इस लड़की की उत्तेजना के आगे वो अपने आप को रोक नहीं पा रहा था।

"मुझे बचाओ ... मुझे बचाओ ..."।

युन शीशी के शरीर में नशीली दवाओं ने उसके अंदर और अधिक पाने की लालच पैदा कर दी थी।

उसने अपनी आँखें खोलीं और उत्सुकता से अपने हाथों से म्यू याज़हे की कमर की बेल्ट खोलने लगी।

नशे के कारण, उसका दिमाग इस बात से खाली था कि,वो ऐसा क्यों कर रही थी।

उस आदमी का सेक्सी चेहरा पसीने से तर-बतर था। उसने अपने दिल में मौजूद क्रोध को रोकने की पूरी कोशिश की।

उसका शरीर वास्तव में युन शीशी के कारण बहुत उत्तेजित हो गया था।

इन दस वर्षों में उसके आसपास तेजस्वी महिलाओं की कोई कमी नहीं थी, फिर भी वो स्थिर रहा। कोई फर्क नहीं पड़ता था कि उन महिलाओं ने उसे कैसे फुसलाने की कोशिश की, लेकिन वो किसी के हाथ नहीं आया।

उसे नहीं पता था कि शरीर के अंदर भी स्मरण शक्ति होती है। एक बार जब शरीर को किसी चीज़ का स्वाद अच्छा लगता है, तो वह उसे नहीं भूलता।

म्यू याज़हे को इस बात का अंदाजा नहीं था कि,इस लड़की में ऐसा क्या है जो उसे एक बार चखने के बाद,वो उसका स्वाद आज तक नहीं भूल पाया था।

युन शीशी के छोटे-छोटे कांपते हुए हाथ म्यू याज़हे की बाँहों को कस रहे थे। वो बुरी तरह से और अव्यवस्थित रूप से आगे बढ़ रही थी, लेकिन उसे नहीं पता था कि आगे कैसे बढ़ना है।

म्यू याज़हे का गला कस गया। उसे अपने पैरों के बीच में एक झटके का एहसास हुआ। 'यह लड़की उसे नियंत्रण से बाहर करके ही मानेगी!'

"यह बहुत असहनीय है ...बहुत असहनीय है ... मेरी मदद करो ... जल्दी से मेरी मदद करो ..."

युन शीशी नहीं जानती थी कि आगे क्या करना है। उसने कांपते हुए होठों से म्यू याज़हे को फिर से चूमा, और उससे मदद मांगी।

"मुझे जल्दी से बचाओ, हाँ! प्लीज मुझे बचाओ ! यह बहुत असहनीय है ..."

वो उठ खड़ी हुई और म्यू याज़हे की कमर को अपने पीले और सुंदर हाथों से पकड़ लिया।

युन शीशी ने अपने लिली जैसे होंठों से म्यू याज़हे के होठों को दबाया और आख़िरकार म्यू याज़हे ने अपना संतुलन खो दिया।

उसने अपना हाथ उठाया और युन शीशी के बालों में घुसेड़ दिया। फिर उसकी गर्दन को अपनी हथेली से पकड़कर, उसे अपने करीब खींच लिया।

म्यू याज़हे नाचे झुका और युन शीशी के निचले होंठ को बेरहमी से काटा। वो उसके चेहरे को घूरे जा रहा था।

"याद रखना, तुमने ही मुझे इसके लिए उकसाया है !"

उसने युन शीशी की पतली कमर को अपने मजबूत हाथों से पकड़ लिया।

(उन दोनों की उत्तेजना उन्हें किस हद तक पागल कर देती है,जानने के लिए आगे पढ़िए....)

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