Lesen Sie den Roman एक और बागवान des Autors Daoistbt46VK, veröffentlicht auf WebNovel.आदते मुस्करा के बोली कई बार बदल जा। बदल जाये अगर दिल से वो बागवान कहाँ। एक ऐसे बागवान की कहानी है जो जिन्दगी भर सींचता रहा दरख्तों को ये सोचकर जब बुढ़ापा आएगा तो छाया का आसरा देंगे पर उसे पता ही नहीं थ...
आदते मुस्करा के बोली कई बार बदल जा। बदल जाये अगर दिल से वो बागवान कहाँ। एक ऐसे बागवान की कहानी है जो जिन्दगी भर सींचता रहा दरख्तों को ये सोचकर जब बुढ़ापा आएगा तो छाया का आसरा देंगे पर उसे पता ही नहीं था एक दिन एक तूफान आएगा और सब कुछ उड़ा कर ले जायेगा . वो दरख्त सबसे पहले उजड़ गया और तब उस बागवान के साथ क्या-क्या हुआ ये जानने के लिए पढिए उपन्यास “एक और बागवान”....