अनजान आदमी के साथ वन नाईट स्टैंड!
Hello everyone 👋 👋
Kaise hai reader's..... ❤️🥰
Dear reader's novel ko read krne ke bad apna review Dena Mt bhuliyega....
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कहानी अब तक :
अब अंशिका को किसी के कदमो की आवाज सुनाई दे रही थी। इसका मतलब उस आदमी का बॉस अब रूम मे आ गया था। और वह अब अंशिका की तरफ ही आ रहा था।
अंशिका का मन उस आदमी के कदमो की आवाज सुन कर बहुत ज्यादा घबरा रहा था। जैसे जैसे वह आदमी अंशिका की तरफ आ रहा था वैसे वैसे अंशिका को शराब की तेज बदबू भी आ रही थी। इसका मतलब उस आदमी ने अभी बहुत ज्यादा शराब भी पी हुई थी।
तभी वह आदमी अंशिका के पास आ गया और बेड पर बैठ गया । बेड पर बैठ कर वह आदमी पागलो की तरह जोर जोर से हसने लगा " हा हा हा "
उस आदमी की हसीं सुन कर अंशिका को बहुत ज्यादा डर लग रहा था।
कहानी अब आगे :
हस्ते हुए उस आदमी ने अपने मन मे कहा " देखो ना जिस के साथ मैं ये सब करना चाहता था जिस से मैं प्यार करता था आज वह ही मेरे पास मेरे साथ नहीं है नहीं है वह मेरे साथ। "
उस आदमी की हसीं सुन कर अंशिका को डर लग रहा था पर वह यहाँ से उठ कर भी नहीं जा सकती थी क्यों की उसको अभी पैसो की बहुत ज्यादा जरूरत थी।
तभी उस आदमी ने खुद को अंशिका की तरफ झुका लिया और अंशिका को किस करने लगा फिर इस ही तरह से उस आदमी ने धीरे धीरे अंशिका को अपना बना लिया था।
अगली सुबह ज़ब अंशिका की नींद खिली तो तब उसको अपनी बॉडी मे बहुत ज्यादा दर्द हो रहा रहा था।
जिस वजह से अंशिका को कल की वह रात याद आ गई और उस रात को याद करके अंशिका की आँखो मे आंसू आ गए थे।
तभी अंशिका ने अपनी निगाहेँ पुरे रूम मे चारो तरफ घुमाई पर उसको पुरे रूम मे कोई भी नहीं दिखा इसका मतलब अभी रूम मे उसके अलावा और कोई भी नहीं था वह आदमी अब उस रूम से बाहर जा चूका था।
उसके जाने का पता चलने पर अंशिका को यह याद आ गया की अब से कुछ टाइम पहले ज़ब उसको हर्ष ने किस किया था तब उसको बिलकुल भी बुरा नहीं लग रहा था।
पर हा कल रात ज़ब उस आदमी ने उसको किस किया तो तब पता नहीं क्यों उसको ऐसा लग रहा था की जैसे वह आदमी और कोई नहीं हर्ष ही हो। उस आदमी का टच अंशिका को हर्ष के टच के जैसा ही एहसास दे रहा था।
पर तभी अंशिका को यह याद आ गया और वह याद करते हुए अपने मन मे बोलने लगी " हर्ष यहाँ पर कैसे हो सकता है हर्ष तो एक गरीब आदमी है वह यहाँ पर कैसे हो सकता है इस इतने बड़े बंगले के अंदर हर्ष कैसे हो सकता है हर्ष तो मेरे से प्यार करता है जिसका मैंने कल खुद अपने हाथो से दिल तोड़ दिया वही दूसरी तरफ ये आदमी तो बस मेरे जिस्म का भूखा है इसको मेरे प्यार से कोई लेना देना नहीं है इसको बस मेरी मेरी बॉडी से मतलब है। "
तभी उसने आगे अपने मन मे सोचते हुए कहा " तभी तो इस आदमी के आदमी ने मेरे साथ पहले ये पूछा था की अगर मैं इस आदमी के साथ ये सब करने मे राजी हु तो तब ही ये आदमी मुझे काम पर रखेगा। "
ये सब सोचते हुए अंशिका की आँखो मे एक बार दुबारा से आँशु आ गए थे। पर फिर भी अंशिका धीरे धीरे बेड से उठी क्यों की अभी उसको अपनी बॉडी मे दर्द महसूस हो रहा था और बाथरूम के अंदर जा कर फ्रेश होने लगी। उसने अपने लिए बाथ टब मे गर्म पानी भरा और फिर उस के अंदर लेट कर रिलेक्स करने लगी। क्यों की गर्म पानी मे उसको अच्छा लग रहा था।उसकी बॉडी का दर्द कम हो रहा था।
लगभग 10 बजे तक एक बार दुबारा से उसके रूम के दरवाजे पर नोक हुआ और एक बार फिर उसके रूम के बाहर एक आदमी आया ।
अपने रूम के बाहर ज़ब अंशिका ने नोक की आवाज सुनी तो तब उसने धीमी सी आवाज मे कहा " अंदर आ जाओ। "
उस से अंदर आने की इज्जत मिलने पर वह आदमी अंशिका के रूम मे आ गया था। ज़ब वह अंदर आया तो तब उस आदमी ने अपने हाथ मे कुछ पेपर्स को पकड़ा हुआ था।
अंशिका ने ज़ब उस आदमी के हाथो ने उन पेपरा को देखा तो तब उसने उस आदमी को बोलने को बोला " जी बोलिये आप मेरे पास किस लिए आए है ।"
अंशिका की बात सुन कर उसने अंशिका से कहा " मेम आपको इन पेपर्स को अच्छे से रीड कर के ही इन कांट्रेक्ट पेपर्स के ऊपर सिग्नेचर करना चाहिए। क्यों की ये आपकी लाइफ का सवाल है। "
उस आदमी की बात सुन कर अंशिका ने हा मैं अपना सिर हिलाया और फिर वह ध्यान पूर्वक उन पेपर्स को पढ़ने लगी।
कांट्रेक्ट पेपर्स को अच्छे से रीड कर के अंशिका ने उन पेपर्स पर बुझे हुए मन से सिग्नेचर कर दिए। उन पेपरस को साइन करते हुए वह अपने मन मे बोल रही थी " अंशिका ये बस एक साइन नहीं ये सौदा है तेरी खुशियों के छीन जाने का सौदा आज बेच दिया तूने खुद को इन पेपर्स पर सिग्नेचर कर के। "
सिग्नेचर करने के बाद वह आदमी ख़ुशी ख़ुशी उन पेपर्स को ले कर वहा से चला गया।
और फिर अंशिका एक बार दुबारा से बुझे हुए चेहरे के साथ अपने रूम के अंदर चली गई।
वही दूसरी तरफ वह आदमी उन पेपर्स को ले कर सीधा ही अपने बॉस के पास चला गया।
आप को क्या लगता है अंशिका ने कौन से पेपर्स पर सिग्नेचर किये आखिर क्यों वह आदमी अंशिका से ऐसा बोल रहा था की सोच समझ कर सिग्नेचर कीजिये ये आप की लाइफ का सवाल है?
क्या अब हर्ष और अंशिका दुबारा नहीं मिलेंगे?
और हर्ष किस के साथ कांट्रेक्ट मैरिज करेगा?
आखिर क्या लिखा है भगवान ने इन दोनो की जिंदगी मे?
अब आगे ये कहानी क्या मोड़ लेती है । जानने के लिए पढ़ते रहिए " वाइफ बाय कांटेक्ट "
अब आगे की कहानी अगले भाग में जारी रहेगी ,
तब तक के लिए अलविदा ।
नव्या खान