webnovel

गुमराह करने वाली सहेली4

आरव ,वाणी के पास से चला जाता है ।

आरव के दोस्त ,आरव के आते ही पूछते है कौन थी यार ये लड़की ??

आरव बताता है ये सर्वी की दोस्त है वही सर्वी जिसने मुझसे मेरा नाम पूछा था ,

आरव के दोस्त बोलते है अच्छा।

फिर आरव के दोस्त बोलते है की तो ये तुझे साइड में क्यों लेके गई ? तो आरव कहता है ये सब बाते छोड़ो और ये बताओ पाल्वी को ज्यादा चोट तो नही लगी ना ??

पाल्वी कहती है नहीं ।

फिर सभी अपने अपने घर चले जाते है और वाणी भी जैसे घर आती है उसे बहुत गुस्सा आ रखा होता है लेकिन वो कंट्रोल करने की कोशिश करती है क्योंकि अभी उसकी सर्वी से भी बात बंद थी तो वो अपना गुस्सा सर्वी पर भी नही निकाल सकती थी ।

तो वो चुप चाप जाकर रूम में बैठ जाती है वही सर्वी भी लेटी होती है तो वाणी सर्वी से बोल ही देती है की वो समझता क्या है खुद को ?

सर्वी कोई जवाब नही देती ...वाणी फिर बोलती है अगर मुझे वो पसंद ना होता ना तो कभी उसकी तरफ देखती भी नही ।

सर्वी पूछती है क्या हुआ तुझे ?? और किसकी बात कर रही है ?

वाणी बोलती है आरव की , तो सर्वी पूछती है तेरी आरव से बात होती है अभी भी ? वाणी बोलती हा ,सर्वी बोलती है ओके , तो अब क्या हुआ जो इतने गुस्से में हैं तू ?

वाणी बताती है की आरव को मैने बताया कि मैं उससे पसंद करती हु सर्वी पूछती है तो क्या जवाब दिया उसने ?

वाणी बोलती है उसे कहा ओके ।

तो सर्वी बोलती है तूने पूछा नहीं वो तुझे पसंद करता है की नही ??

तो वाणी बोलती है की मैंने उससे पूछा तो उसने मुझे हा भी नही कहा और ना भी नहीं कहा । सर्वी बोलती है अच्छा , तो अब क्या करना है तूने ? वाणी कहती है करना क्या है उससे हा बुलवाऊंगी

सर्वी बोलती है यह जबरदस्ती नहीं हो जाएगी? उसके साथ ,वाणी बोलती है नही। सर्वी बोलती है देख ले बहन तुझे जो भी करना है ध्यान से करना।

अगले दिन वाणी और सर्वी दोनो स्कूल के लिए घर से साथ निकलते है लेकिन एक साथ स्कूल नही जाते क्योंकि वाणी को उस बस से जाना था जिसमे आरव जाता है और सर्वी को उस बस से नही जाना था तो आज फिर कल की तरह ही सर्वी के साथ होता है की सर्वी बस के अंदर जाती है तो उससे फिर आरव दिख जाता है तो सर्वी बस से उतरने वाली ही होती है की सर्वी सोचती है अगर वो उतर गई तो दूसरी बस लेट आयेगी और मैं स्कूल के लिए लेट हो जाऊंगी इसलिए चुप चाप इसी बस से स्कूल चली जाती हु कल से इस बस से नही जाऊंगी जिससे पहले जाती थी उस बस से ही जाऊंगी ।

यही सोच रही होती है की सर्वी के पास एक लड़का आकर खड़ा हो जाता है तो आरव पीछे से अपने दोस्त जय को बोलता है की भाई सुन तू सर्वी के पास जाकर खड़ा हो जा ,जय बोलता है क्यों?तो आरव कहता है उसके पीछे जो लड़का खड़ा है उसके इरादे मुझे ठीक नही लग रहे है इसलिए ,जय आरव की बात मान लेता है और सर्वी के पास जा ही रहा होता है की जय आरव से बोलता है तू क्यों नही जाकर उसके पास खड़ा हो जाता ?

तो आरव बोलता है वो लड़की मुझसे बात ही नही करना चाहती मुझे ऐसा लगता है क्युकी जब भी मैं उससे बात करने की कोशिश करता हु वो मुझे इग्नोर कर देती है

जय बोलता है ओह यह बात है चल ठीक है मैं जाता हु उसके पास।

जय सर्वी की पास जाकर बोलता है की सर्वी आप ना थोड़ा सा मेरे आगे आ जाओ फिर कंफर्टेबल हो जाओगे ।सर्वी पहले तो आगे होती है फिर जय से बोलती है आपको मेरा नाम कैसे पता??

जय बोलता है बताना जरूरी है क्या मुझे आपका नाम कैसे पता चला । तो सर्वी बोलती है हा बिलकुल जरूरी है बताना,तो जय बोलता है mam अगर मैंने बता दिया न तो आप मुझसे भी बात नही करोगी ,सर्वी समझ जाती है और कहती है आरव ने बताया है आपको मेरा नाम ?

जय कहता है आरव मेरा दोस्त है और वो भी जिगरी तो आपका नाम मुझे पता होना बड़ी बात नही ,

सर्वी बोलती है अच्छा ।

जय बोलता है hanji

जय जैसे ही कुछ और बोलने वाला था की उसकी गर्लफ्रेंड अनिका आ जाती है ,अनिका सर्वी को देख कर बोलती है hey सर्वी तुम आज इस बस में वाणी के साथ नही गई स्कूल ?

तो सर्वी बोलती है वाणी को जल्दी जाना था स्कूल इसलिए वो चली गई । आरव भी पीछे से आकर बोलता है है अनिका ,कैसी हो तुम ? आनिका कहती है हेलो मैं ठीक हु तुम बताओ वैसे तो कभी जल्दी बस में आगे आते नही थे तुम आज कैसे आ गए ??

तभी अनिका की एक दोस्त अनिका से बोलती है यार कितना सही है ना तेरा जिस लड़के से allmost बस की सभी लड़कियां बात करने के मौके ढूंढती है वो लड़का आज खुद तुझेसे बात कर रहा है ।

की अचानक से बस की ब्रेक लगती है और सभी गिरने लगते है की तभी सर्वी को जय पकड़ लेता है और आरव अनिका और उसकी दोस्त का हाथ पकड़ के उन्हे गिरने नही देता ।जैसे ही सभी खुदको संभालते है उसके बाद जय सर्वी को अपने दूसरी साइड मतलब जिस साइड आरव होता है वहा खड़ा होने को बोल देता है तभी आरव थोड़ा सा सर्वी के पीछे जाकर बस के स्टैंड को पकड़ लेता है ताकि अब ब्रेक लगे तो सर्वी को सहारा दे सके।