webnovel

Lakshya Samar vacation end

तो कहानी शुरू होते हुए बताया जाता है उसे दूल्हे की ऐसी बातें सुनकर अब लक्ष्य के ताऊजी भी लक्ष्य सूचित करने लगते हैं कि उसे अपनी उन गाड़ियों को उन्हें दे देना चाहिए जिसके जवाब में लक्ष्य मना कर रहा होता है पर पड़े होने के कारण में है।

ठीक से उन्हें इनकार नहीं कर सकता था वह उन्हें इज्जत भी दे रहा था और ठुकरा भी रहा था वह सब कुछ करना तो नहीं चाहता था बस वह कर रहा था।

असल में उसके इनकार करने की इकलौती बजाई थी कि यह टेक्नोलॉजी आज के समय में किसी के पास अब तक हाथ में नहीं आ सकती है।

और सिर्फ या इस शख्स ने यह गाड़ियां कहीं किसी को कल हाथों में भेज दी तो इस टेक्नोलॉजी को समझ के और इसका प्रयोग करते हुए लोगों को परेशानी हो सकती है इसकी मदद से कई खतरनाक हथियार बना सकते हैं पर उसे समझने के लिए इस लड़के में इतना दिमाग नहीं होगा यह सारी बातें लक्ष्य से अपने मन में सोच रहा होता है और यह वह उसे दूल्हे के लिए कह रहा होता है कि यह कहीं कल हाथों में इन गाड़ियों को ना दे।

तभी जब लक्ष्य कमजोर पड़ने लगता है उसके कंधे पर ही हाथ आता है जो उसके पिता का होता है उसके पीछे उसका पूरा परिवार उसका साथ देने आ चुका होता है और लक्ष्य के पिता कहते हैं मेरे बेटे ने आप लोगों को पहले ही मना कर दिया है यह अब तब भी जबरदस्ती करना चाहते हैं तो मैं अपने बेटे के साथ खड़ा हूं आपको मेरे बेटे से कुछ कहने से पहले आप मुझे कुछ कहना होगा।

मैं अपने बेटे की फैसले में सवाल नहीं उठा सकता पर आप जैसे बढ़ो से बात करने में उसकी मदद जरूर कर सकता हूं क्योंकि यह उसका फैसला है आप लोगों को इन गाड़ियों को न देने का तो वह उसका फैसला है आप और जब तक मैं इधर हूं मेरे बेटे के ऊपर आप लोग और कोई भी दबाव नहीं बन सकता कि वह अपना फैसला किसी के दबाव में आकर बदले।

की तभी शादी में आए हाल ही में बने नए नौजवान पुलिस कमिश्नर इस वार्तालाप के बीच में आकर बोलते हैं।

ऐसे ही ग्रेट इंसान की बहन को आप को तंग करते हुए शर्म नहीं आ रही जो इतने महान प्रोफेसर को भी अपनी सलाहों के द्वारा रहा दिखाते हैं आप उन्हें परेशान करने की सोच रहे हैं और या यह बात भारत सरकार के किसी मंत्री को भी पता चल जाए कि यह कितने गेट है और महान है और उन्हें पता चले कि आपने उनका ऐसे अपमान करने की कोशिश कर रहे हैं तो वह आपका इस देश में जीना तो दूर आपके पीछे दुनिया भर की पुलिस और आपके पूरे परिवार को तबाह कर सकती है चाहे उसके लिए भारत के नियम का अध्यक्ष कानून कुछ समय के लिए भूलना ही पड़ जाए भारत के प्रधानमंत्री तक इस छोटे से बच्चे के सामने नहीं बोल सकते तो आपकी क्या औकात है मैं यह जानना चाहता हूं। (तो मैं बता दूं कि मेरा फोन का रिचार्ज खत्म हो चुका था और अभी किसी तरीके से मैं इंटरनेट का जुगाड़ करके कुछ चैप्टर लिखने की कोशिश कर रहा हूं तो आगे के चैप्टर मैं पिछले के चैप्टर से थोड़ी बहुत छेड़खानी हो सकती है तो मुझे एक कहानी पढ़नी पड़ेगी इसीलिए मैं कहानी पढ़ नहीं रहा हूं पूरी क्योंकि पूरी कहानी पढ़ने लगा तो उसमें बहुत समय लगेग लेकिन मेरे पास इतना समय है नहीं तो मैं काम से कम चैप्टर नए सिरे से और नई कहानियों के साथ जोड़ता हुआ बनना चाहूंगा)

तो वापस कहानी में आगे बढ़ते हुए:-

लक्ष्य से बोलता है कि आप जैसे नए हाल ही में बने पुलिस कमिश्नर को मेरे जैसे एक बच्चे के लिए बोलना सही नहीं लग रहा मुझे लेकिन अपने मुद्दा उठाया ही है और मेरी थोड़ी सी पहचान को सबके सामने बाहर निकल ही दिया है तो मैं बस अब सबको यही बात कहना चाहता हूं या यह लड़का जो मेरी बहन से शादी करने इधर आया है वह इतना लालची और अहंकारी है जो किसी को कुछ समझता नहीं तो वह मेरी बहन का क्या ख्याल रखेगा मैं पूछना चाहता हूं और क्या देखकर इसे चुना गया है मेरी बहन के लिए यह भी मैं पूछना चाहता हूं।

जो सुनकर लड़का और लड़की के पिता दोनों ही गुस्से में उधर से जाएं लगते हैं और अपनी पूरी ही पूरी बारात को भी वापस ले जाने लगते हैं।

तभी लक्ष्य के पिता लक्ष्य के पास अपना मुंह लाकर उसके कान में रहते हैं अब यह लड़का तो वापस जा रहा है पर तुम्हारी बहन की शादी का क्या और मेरे भैया की इज्जत भी अभी दाव पर लगी है तो तुम्हें दोनों तरीके से सब कुछ संभालना होगा और अब सब तुम्हारे ऊपर है।

(लक्ष्य यह सारी बातें सुनकर मन ही मन खुश हो जाता है कि जैसे ही उसके पिता यह कहते हैं कि अब सारी जिम्मेदारी उसके ऊपर है और अब उसी को फैसला करना है कि आगे क्या करना है क्योंकि लक्ष्य के ताऊजी बिल्कुल ही अंदर से टूट जाएंगे इस सब के बाद और वह लक्ष्य के ऊपर गुस्सा करने को आएंगे जिससे बचने के लिए लक्ष्य को गुस्सा कुछ तो उपाय निकालना ही होगा और अपनी बहन की शादी का इंतजाम भी करना होगा)

तभी लक्ष्य के दिमाग में एक कमल का आईडिया आता है इसके बाद में है उसे नए नौजवान पुलिस कमिश्नर से उसका नाम पूछता है तो वह बताता है मेरा नाम मंगल ।

वह मंगल से पूछता है कि तुम्हारी क्या शादी हो चुकी है?

मंगल इस बात का खुलासा करता है कि उसकी अभी तक शादी नहीं हुई है।

लेकिन यह अलग से चाहे तो वह उसकी बहन से शादी कर सकता है और उसे इस बात से बिल्कुल एतराज नहीं होगा। परंतु उसे यह सारी बातें घर वालों को समझनी होगी पर वह सिर्फ लक्ष्य के आदेश का इंतजार कर रहा है क्योंकि वह किसी और की बात को ना सुनेगा नहीं उसे पर कोई ऐसा जवाब देगा जो वह लक्ष्य के बाद पर दे।

सके यानी कि उसके लक्ष्य का आदेश का पालन तो वह कर सकता है पर किसी दूसरे का वह आदेश बिल्कुल पालन नहीं करेगा क्योंकि लक्ष्य एक ग्रेट इंसान है और उसके ऊपर इतनी छोटी सी उम्र में इतनी बड़ी समस्या आप पड़ी है जिसका समाधान सिर्फ अभी एक लड़का जो अच्छा खासा कामता और अच्छे खासे पोस्ट पर हो वही उसकी समस्या का समाधान कर सकता है।

मैं आप लोग पहले बता दूं तो मैं इस कहानी के कुछ किरदारों के नाम बदल रहा हूं क्योंकि कुछ समय से मैं इस कहानी में नए चैप्टर लिखे नहीं थे और मैं अपलोडिंग पर लगा रखी है तो आपको मिल रहे हैं अपडेट मतलब सेट कर रखे थे अपलोड करने के तो इस वजह से नैना चैप्टर मिल रहे थे पर यह चैप्टर लास्ट है था जो अपलोडिंग पर लगाना था शायद इसके बाद में लिखना नहीं पर अब मेरे पास टाइम मिला है और नेट मिला है तो लिख पा रहा हूं।

कुछ किरदारों के नाम जो मैं बदल रहा हूं वह यह है शायद वही हो सकते हैं मुझे कंफर्म नहीं है तो लक्ष्य की बहन का नाम है रानी।

दूसरा नौजवान पुलिस कमिश्नर का नाम मंगल।

और लक्ष्य जिसे प्यार करता है उसका नाम राधा अब से मैं रख रहा हूं कंफर्म नहीं यही होंगे नाम या वही हो सकते हैं पुराने वाले मैं टक्के मार रहा हूं बस और एक बार कमेंट करके बता देना कि हां यही है कि नहीं है चुप पढ़ रहा हूं।

master_storyscreators' thoughts