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टैंग मोर, तुम मेरे प्रति बहुत निर्दयी हो!

Editor: Providentia Translations

गू मोहन गलियारे में खड़ा था| उसका एक हाथ उसकी पैंट की जेब था और दूसरे में सिगरेट थी, वह धूम्रपान करते हुए गुस्से में था।

उसके चेहरे के विशिष्ट नैन नक्श को धुएँ के धुंधलेपन के बीच में अस्पष्ट रूप से देखा जा सकता था।

टैंग मोर आगे बढ़ी| उसे उस जगह से जाने के लिए उसके पास से गुजरना था। उसने यह जानबूझ कर किया था, वह उसका रास्ता रोकना चाहता था ताकि वह उसका सामना किए बिना नहीं जा सके।

उसने उस पर नज़र नहीं डाली जब वह सीधे उसके पास से गुज़र रही थी।

लेकिन उसकी पतली कलाई को एक मजबूत हाथ से पकड़ लिया गया और उसने अपने कानों में गहरी हँसी की बजती हुई सुनी। 

"मोर, तुम अब एक अजनबी होने का नाटक कर रही हो, हम्म?"

"अध्यक्ष गू, मुझे जाने दो!" उसने चिढ़कर कहा।

गू मोहन ने उसका चेहरा उसी हाथ से पकड़ लिया, जिसका इस्तेमाल वह सिगरेट पीने के लिए कर रहा था| उसके टेढ़ी मुस्कान द्नी से पहले उसकी गहरी आँखों ने उसके छोटे से चेहरे को गौर से देखा। "मैं अस्पताल में बेहोश पड़ा हुआ था और तुम एक ब्लाईंड डेट पर बाहर आई हुई हो। अब जब तुम रंगे हाथों पकड़ी गई हो, तो तुममें इतनी हिम्मत भी है कि तुम मुझे अनदेखा कर रही हो। टैंग मोर, बेशक तुम बहुत दबंग होती जा रही हो। "

उसकी सिगरेट उसके चेहरे के पास थी और टैंग मोर को गुस्सा आ गया और वह पलट कर बोली, "मुझसे दूर हो जाओ, तुममें से सिगरेट की बदबू आती है।"

"सिगरेट की गंध चुभ रही है?"

गू मोहन ने सिगरेट को बाहर फेंकने और बिन में फेंकने से पहले अपनी बाँह को उसकी पतली कमर से दूर ले जाते हुए पूछा।

उसने उसे अपनी बाँहों में पकड़ लिया और दीवार के सहारे उसे धक्का दे दिया, उसे अपनी मजबूत छाती से घेर लिया और उसने उसे पास खींच लिया था। उसकी दो पतली उंगलियां उसके छोटे जबड़े पर थीं और उसने उसकी चिकनी त्वचा के ऊपर अपनी खुरदरी उँगलियों को रगड़ दिया। "तुम अब अपनी बात को अब ठीक से समझा सकती हो, तुम जुन चुलिन से क्यों मिलीं?"

टैंग मोर ने अपने सिर को उठा लिया और सीधे उसके सुंदर चेहरे पर देखा। "गू मोहन, हमारा रिश्ता टूट चुका है। अब तुम लू क्यूईयर के मंगेतर हो , मैं जो कुछ भी करना चाहती हूँ, करने के लिए स्वतंत्र हूँ, इसलिए मुझे तुम्हें अपनी बात समझाने की क्या ज़रूरत है? हर व्यक्ति जिस से मैं मिलने जाती हूँ और यहाँ तक कि मैं किसी को डेट भी करती हूँ, तो उसका तुमसे कोई मतलब नहीं है।

"डेट?" गू मोहन ने शब्द को दोहराते हुए, उसे गंदे शब्द की तरह बोलते हुए अपने दाँत पीस लिए। अपनी जीभ बाहर निकाल कर उसने अपने सूखे होंठों को चाटा। डिस्चार्ज होने के बाद से उसने पानी की एक बूंद भी नहीं पी थी और हालांकि वह मुस्कुरा रहा था, लेकिन उसकी आँखें हड्डी काँपा देने वाली चमक दिखा रही थीं। 

"तो इसका मतलब है कि तुम जुन चुलिन को डेट करने की योजना बना रही हो। टैंग मोर, तुम इतनी हताश कब से हो गई हो कि तुम सोचने लगो कि तुम मुझे डंप कर सकती हो?"

टैंग मोर का मतलब जून चुलिन के साथ डेट पर जाना नहीं था, लेकिन गू मोहन के उसके शब्दों को गलत ढंग से समझने के बाद अब उसे समझाने का कोई फ़ायदा नहीं था। 

"गू मोहन, तुम क्या चाहते हो? तुम मजाक कर रहे हो? क्या तुम अभी भी सोचते हो कि मैं तुम्हारी बात मानूँगी और तुम्हारी प्रेमिका बन कर रहूँगी--"

"टैंग मोर, इस बकवास को बंद करो!" गू मोहन ने उसे पकड़ लिया, उसकी आँखों में अंधेरा छा गया क्योंकि उसने उसके दिल के ऊपर के हिस्से को दबा दिया। 

"तुम स्पष्ट रूप से लू क्यूईयर के साथ मेरी सगाई के पीछे का कारण जानती हो। हालांकि यह सबसे अच्छा तरीका नहीं था, मेरे पास कोई और विकल्प नहीं बचा था। तुम्हारे लिए मेरा प्यार कभी नहीं बदला है, लेकिन इसके विपरीत, तुम मुझे गटर में फेंकना चाहती हो उस सब के बावजूद जो कुछ मैंने सहा है? मैं 24 घंटे से अस्पताल में बेहोश था और अब भी, मैं तुम्हारे बारे में चिंता करना बंद नहीं कर सकता, इस डर से कि जब जहर काम करेगा तो तुम मुझे कॉल करोगी। अब जब मैं जाग गया हूँ और तुम्हें ढूंढने आया हूँ, तो तुम मुझे यह दिखा रही हो; टैंग मोर, तुम सच में मेरे प्रति बहुत निर्दयी हो! "

उसने उसे एक बड़ी ताकत से दबाया, और टैंग मोर ने महसूस किया कि दर्द लगभग उसे मार डालने वाला था। आँसू उसकी लाल आँखों से बाहर फैलने की धमकी दे रहे थे और उसने उन्हें वापस जाने पर मजबूर कर दिया।

 "मोहन, तुम अभी भी नहीं जानते कि मैं वास्तव में किसके लिए तरस रही हूँ। मुझे तुम्हारे उद्धार की ज़रूरत नहीं है!"

उसने उसे ज़ोर लगाकर दूर धकेल दिया।

उसकी उदासीनता से देखते हुए, गू मोहन को गुस्सा आ गया जब उसने अपने अंदर आग को सुलगते हुए महसूस किया। अपनी आंख के कोने से वह एक आकृति को उनकी तरफ आता हुआ देख सकता था। यह जुन चुलिन था।

नीचे झुकते हुए उसने टैंग मोर के कोमल लाल होंठों पर कब्जा कर लिया।

उसे बुखार होने की भावना से नफरत थी, वह उस असहायता से नफरत करता था जो उसके साथ थी। वह इतना कमजोर होने से नफरत करता था। जब वह छोटा था तब उसे आखिरी बार बुखार आया था और हालाँकि इस बार उसका बुखार कम हो गया था, जो भयानक अहसास उसे उलझा रहा था उसे फिर से उसके सामने आ कर सता रहा था।

टैंग मोर के होंठ नरम और नम थे। एक बार जब उसने उसे चूमना शुरू कर दिया, वह उसे जाने देना नहीं चाहता था। यह ऐसा था जैसे उसने एक रेगिस्तान के बीच में एक नखलिस्तान पाया था, मिठास ने उसे आदी बना दिया था और उन लाल लाल होंठों में फँस गया था।

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