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संक्षिप्त आमना-सामना (3)

Editor: Providentia Translations

वह हान यिफेंग और शी शिशिई थे|

वह इससे परिचित थी कि हान यिफेंग कैसे दिखता है, उसके चेहरे की हल्की-सी झलक से भी वह पहचान सकती थी|

उसके बगल वाली लड़की, जिसने धूप का चश्मा पहना था और एक हल्के नीले रंग की पोशाक के साथ एक सुरुचिपूर्ण हल्के सूती दुपट्टे का स्कार्फ पहना हुआ था, इसमें कोई शक नहीं था कि वह शी शिशिई थी|

लगता है कि वे शादी के कपड़े लेने आए थे। शी शिशिई स्टोर की खिड़कियों से पुतलों पर लगी शादी की पोशाक को बड़े उत्साह के साथ देख रही थी, उसने एक हाथ से गाउन का किनारा पकड़ा हुआ था, उसका चमकदार और बनावटी चेहरे पर मुस्कान छाई हुई थी|

जबकि हान यिफेंग बगल में खड़ा हुआ था जिसकी आँखों में नमी भर गई थीं, शिशिई को देखकर जो शियाए ने कभी नहीं देखा था|

ना चाहते हुए शियाए ने दुकान के काँच के दरवाज़े से उन लोगों को देखकर स्वीकार किया की वह दोनों साथ में बहुत सुंदर लग रहे थे| जो मुस्कुराहट उनके चेहरे पर थी, शियाए उससे फिर से परेशान हो गयी| हालाकि उनके बीच की दूरी सिर्फ एक पतली और पारदर्शी डिसप्ले खिड़की थी, फिर भी शियाए को लगा कि वह लोग उससे बहुत दूर हो चुके थे| 

उसने कभी भी यह चाहने की हिम्मत नहीं की कि उसने जो भी कमाया उसके लिए उसे कड़ी मेहनत नहीं करनी पड़े क्योंकि वह उसका ध्यान रखती थी और उससे प्यार करती थी। इसलिए वह कभी भी मेहनत करने से नहीं डरती थी| जब तक वह कड़ी मेहनत से लड़ सके, वह अपना सब कुछ देने के लिए तैयार थी|

हालाकि, उसने कितनी भी कड़ी मेहनत क्यूँ न की हो, वह फिर भी हान यिफ़ेंग को उसके फैसले से हिला नहीं सकी या उसे अपने साथ प्यार में पड़ने के लिए मजबूर ना कर सकी। जबकि वह चुपचाप इसके लिए लड़ रही थी, कि उसे अपने मंगेतर की पहचान दे सके...

हांँ, एक रिश्ता कभी एकतरफा नहीं हो सकता।

उसने निराशा के साथ आहें भरीं, धीमे से अपनी आँखें बंद करते हुए उन्हें खोल दिया। अपने अंदर की कड़वाहट को हटाने की कोशिश करते हुए, अपना सिर घुमा दिया। वह इसके बारे में सोचना भी नहीं चाहती थी और न ही उन्हें अब देखना चाहती थी।

यूकेन उसको सामने की तरफ खींच रहा था, उसने देखा कि शियाए के मूड में अचानक बदलाव आया था, जिस हाथ को उसने पकड़ा था वह अचानक सुन्न पढ़ गया था, इसलिए यूकेन ने अपनी आँखों को मंद करते हुए पीछे शियाए को देखा कैसे उसने अपनी आँखें मूंदते हुए अपना सिर घुमा लिया था| 

उसकी आंँखें उधर ही घूमी और उसने देखा की वह जोड़ा जो डिसप्ले खिड़की के उस पार खुशी से मुस्कुरा रहा था, तुरंत इस बारे में सोचते ही हैरान हो गया | फिर, अचानक शी शियाए के कंधों से पकड़ते हुए उसने उसे अपने पास खींच लिया| "बहुत हुआ ! जिस तरह से तुम अभी व्यवहार कर रही हो, क्या तुम्हें चिंता नहीं की इससे मेरे दिल को आराम नहीं मिलेगा ?!"

अचानक जकड़ की गर्मास से शियाए चौंक गयी, कुछ समय बाद, वह अपने होश में आई। अपनी लंबी बाहों के साथ ज़ोर से अपने पास खींचते हुए, उसने तिरस्कार और असहमति के साथ शियाए को नीचे देखा। बेशक, दया के अस्पष्ट संकेत भी थे। ...

उस नरम फटकार की आवाज बहुत कोमल और संवेदनशील लग रही थी। इसके विपरीत, ऐसा नहीं लगता था कि यूकेन उसे डाँट रहा था|

शी शियाए तेजी से साँस लेते हुए थोड़ा परेशान महसूस करने लगी, हालांकि, जिस तरह से यूकेन ने इतनी संवेदनशीलता से बात की, उसे सुनकर शियाए अचानक कमजोर हो गयी और उसकी रसभरी आवाज में थोड़ी उदासी भी थी जब उसने जवाब दिया, "मुझे परवाह नहीं है कि तुम आराम से हो या नहीं। बात यह है कि मैं अभी सहज महसूस नहीं कर रही हूंँ।"

मु युकेन ने देखा कि उसकी टिमटिमाती आँखें कैसे मंद सी हो गईं। यूकेन ने कुछ सोचने के बाद कहा, "तुम्हें तो खुश होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ होता, तो इतने बढ़िया आदमी से कैसे मिलते जैसे की मैं, म्यू यूकेन? मैं हान यिफ़ेंग से बेहतर हूंँ! तुमने एक तिल के बीज को फेंक कर एक तरबूज उठाया है, बिना पूजा-पाठ करे या जीवन के आठों चक्रों के लिए अगरबत्ती जलाए बिना इतना सब कुछ मिल गया है| "

शी शियाए शुरुआत में काफी परेशान थी, लेकिन यूकेन को यह सब कहते सुनकर ..

ना चाहते हुए अपनी आँखें घूमाते हुए कहा यूकेन से कहा जो आत्मविश्वास से भरा हुआ था "भले ही वह सिर्फ एक तिल का बीज है, क्या तुम वास्तव में तरबूज हो?"

"क्यूँ मैं नहीं हूँ ? यहांँ तक कि सिटी जेड के सबसे योग्य कुंवारे की रैंक के बीच भी, वह सबसे पीछे के नंबर पर लग रहा है | भले ही मैं भी रैंकों से दूर हूंँ अब, उससे पहले भी सु चेन और झो झिमो ने उन्हें पीछे धकेला हुआ है और आगे बढ़ने नहीं देंगे| "

यूकेन ने हान यिफ़ेंग को डिस्प्ले खिड़की के माध्यम से तिरस्कार के रूप में देखा,और ठंडी टकटकी से देखा|

शी शियाए ना चाहते हुए मुस्कुरायी और हँसी उड़ाते हुए यूकेन को बोली "म्यू यूकेन, जिस तरह से तुम अभी दिख रहे हो, मेरे दिमाग में केवल एक शब्द है जिसके बारे में मैं सोच रही हूँ|"

"वह क्या है?" म्यू यूकेन ने पूछते हुए शियाए को पकड़ लिया और अनायास आगे चलने लगा|

"तुम सिरके की तरह खटास खा रहे हो!"

"सिरका? किस ब्रांड का?" यूकेन ने पूछा।

"फिर, तुम मुझे पहले बताओ। इससे पहले, तुमने कहा था कि तुम एक तरबूज हो ,किस ब्रांड के थे ? अरे, म्यू यूकेन, क्या तुम वास्तव में उससे बेहतर हो ?"

"मम्म।"

"क्या तुम यह साबित कर सकते हो?"

"मेरी प्रिय पत्नी, तुम्हें वह भी धीरे-धीरे दिखेगा |"...

"यिफेंग, तुम क्या देख रहे हो?"

दुल्हन के कपड़ों की दुकान के अंदर, डिसप्ले खिड़की पर गाउन लगे थे, उनको निहारने के बीच में शी शिशिई ने देखा कि हान यिफेंग डिसप्ले खिड़की से बाहर देख रहा था, इसलिए वह उससे पूछ बैठी और उसने हान यिफेंग की निगाह जहाँ थीं वहाँ नज़र घुमाई | 

उसकी आँखों ने क्या देखा -

उसी समय मु यूकेन ने झट से शी शियाए को गले लगा लिया और मुड़ते हुए आगे निकलने लगा!

"वह दीदी है!"

शी शियाए ने अपनी आँखें चौड़ी कर ली, धूप के चश्मे के नीचे उसका चेहरा छिपा हुआ था, जो कठोर हो गया,और अवचेतना में उसने अपना चश्मा उतार लिया|जब उसने हान यिफेंग को टकटकी जमाते देखा, नज़र फेरते हुए मिश्रित भावनाओं का आभास हुआ|

कुछ समय बाद, उसने अचानक हान यिफ़ेंग को खींच लिया और अपने कोमल, लाल रंग के होठों से उसके होठों को हल्का-सा काटा। वह चिंतित होते हुए बोली,"यिफेंग, क्या वह सिस्टर थी? निश्चित रूप से वही थी, है ना? वह ... कौन है जो उसके साथ चल रहा था ? क्या तुमने अच्छी तरह से देखा? "

जब उसने देखा कि शी शिशिई उसकी आस्तीन खींच रही थी, तो हान यिफ़ेंग वास्तविकता में वापस आ गया। उसका गंभीर चेहरा अजीब लग रहा था। उसे पूरा यकीन था कि जब शी शियाए ने उसे देख लिया था, पर अपनी नज़र को दूर और बेपरवाह कर दिया|

जैसे की, शियाए ने कहा था, उस दिन के बाद से, वे अजनबी होने का नाटक करेंगे, जो पहले कभी नहीं मिले थे|

वो अहसास ...

कि जैसा कल्पना की था, उसने उसे इतना आसान नहीं पाया था,

उसे उस आदमी ने अच्छी नज़र से नहीं देखा था जिसने मुड़ते ही शियाए को गले लगा लिया था |हालांकि, उस आदमी की आकृति को देखकर वह अप्रत्याशित रूप से किसी कारण से परेशान हो रहा था ...

"यिफेंग!" उसके बगल में, शी शिशिई ने उसे फिर से पुकारा, अब, हान यिफ़ेंग ने अपना सिर हिला दिया जैसा कि उसने शिशिई को देखा और धीरे से बोला, "नहीं, मैंने अभी देखा जब वह निकलने लगे, क्या दादी ने नहीं कहा था कि वह शियाए के लिए कुछ व्यवस्था करेंगी?"

वह जानता था कि वह शी शियाए का अभारी था, इसलिए वह उसकी भरपाई करना चाहता था। वह जानता था कि उसकी दादी, डेंग वेनवेन ने उसके लिए एक उपयुक्त साथी खोजने की योजना बनाई थी।उसके दिल से वह शियाए की मँगनी करवाना चाहता था|कम से कम, इस तरह शायद वह उसके लिए महसूस किए गए अपराध को कम कर सकता है। पर किसी हालत में क़ुई लेई तो नहीं चलेगा। 

"मैं उस पर एक नज़र रखना चाहती हूंँ। मैं, उसके बारे में बहुत चिंतित रहती हूँ , पिछली बार जब मैंने उसे निमंत्रण भेजा था, तो मुझे पता था कि वह बहुत परेशान हो जाएगी , यिफेंग, मैं ... "शी शिशिई ने अपनी भावनाओं को निकालते हुए बात की। भावनाओं की ओट में उसने अपना चेहरा ढंक लिया और उस दिशा में बाहर चली गयी, जिस दिशा से शियाए गुज़री थी!

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