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दरवाजे पर एक सम्मानजनक दस्तक

Editor: Providentia Translations

मुबाइ मे कहा," कुछ भी हो, वह अभी भी लिन लिन की मॉं है। हॉं, हम कानूनी तौर पर विवाहित नहीं है, तो क्या हम उसकी पीड़ा की ओर मुंह नहीं मोड़ सकते"। 

बूढ़ी श्रीमती शी ने थोड़ा भौंह उचकाई, " यह उस महिला का निर्णय है हमारी मदद को ठुकराने का। तुम खुद भी उसके अजीब और जिद्दी रवैये से परिचित हो। वह एक मुसीबत के रूप में ही आई शी परिवार में।वह अपने गलतियॉं मानने को तैयार नहीं है, न बाकी परिवार से कुछ संवाद करने को, जिसके कारण हम को घर में ही दुबककर रहना पड़ता था। मैंने उसे एक बार मदद देने की पूरी कोशिश की, पर उसने मना कर दिया। हम कोई दानखाता नहीं चला रहे हैं, मैं उसे हमारी मदद स्वीकार करने के लिए भीख नहीं मॉंगूंगी।"

"कुछ भी हो,आप कम से कम मुझे बतातीं...."

"मुबाइ, उससे शादी के लिए शुरूवात से ही था एक बड़ी गलती थी। तुम्हारे पिता की सोच नहीं थी, जब उन्होंने उस महिला को हमारे परिवार में लाने की अनुमति दी । मैं जानती हूं कि तुम्हारे लिए उस भयानक औरत के साथ जीना आसान नहीं था। यह हमारे लिए एक वरदान था कि उसने तलाक के लिए खुद पूछा, इसीलिए मैं उसे हमारे परिवार में वापस घुसने का कोई भी मौका नहीं देनेवाली ।इसके अलावा,वह एक एक परिपक्व महिला है,वह भूखी तो नहीं मरनेवाली।"

[सच है, पर वह कोई बहुत अच्छे से तो नहीं रह रही…

भविष्य में जब यह सच लिन लिन को पता चलेगा, तो वह निश्चित रूप से गुस्से से पागल हो जाएगा।]

अपने नाश्ते का इन्तज़ार किए बिना, मुबाइ उठ खड़ा हुआ और बोला,"मैं ऑफिस जा रहा हूं।"

"लेकिन तुमने अभी तक नाश्ता भी नहीं किया है," बूढ़ी श्रीमती शी उसके पीछे से बुलाया, जबकि मुबाइ एक बार भी पलटे बिना घर से बाहर निकल गया।

"देखा,मैंने तुम्हें बताया नहीं था कि हमारे बेटे से कुछ न छिपाओ? मैंने तुम्हें बताया था कि वह जानने पर नाराज होगा।" मुबाइ के पिता शी जिंगसान ने अपनी पत्नी को डॉंटा।

बूढ़ी श्रीमती शी ने उन्हें एक नज़र घूरा," आप अब मुझे दोष दे रहे हैं? यह पूरी तरह से आपकी गलती है।यदि आप इस शादी के लिए सहमत नहीं होते, तो हम इस आज़ाब में पड़ते ही नहीं। अब देखिए कोई-भी खुश नहीं है।"

जिंगसान ने आह भरी,"मैं अपने जीवन के लिए जिंगे के पिता का कर्ज़दार हूं और उसकी मरते वक्त आखिरी इच्छा थी,तो मैं कैसे मना कर सकता था? और मुझे क्या मालूम था कि दोनों में नहीं बनेगी। कुछ भी हो, मैंने सबक सीख लिया है। आगे से अपने बेटे के शादी की मामले में कुछ नहीं बोलूंगा। वह शादी करने के लिए किसी को भी चुन सकता है।"

"क्या बकवास कर रहे हैं आप इस समय? लड़की चुन ली गई है और वह तेंज़िन है। मैं उसे तब से जानती हूं जब वह छोटी थी और मैंने उसे हमेशा अपनी खुद की बेटी माना है। वह मुबाइ के लिए एकदम सही है।"बूढ़ी श्रीमती शी तेंजिन का नाम लेते ही मुस्कुरा उठी। 

जिंगे कल रात की थकान के साथ जागी।

उसकी पुरानी स्मृति के आकस्मिक प्रकटीकरण ने उसकी मानसिक स्थिति पर दबाव अवश्य बढ़ाया था।यह बात कि उसे एक कार ने उसे टक्कर दी थी, उसके लिए कुछ सही नहीं थी।

उसने अपना स्वास्थ ठीक के लिए घर पर रहने का निर्णय लिया।

स्कुल की छुट्टी थी, इसीलिए शिया ची भी बहन की देखभाल में मदद करने के लिए घर पर था ।

"दीदी, तुम्हें यकीन है तुम ठीक हो? हम अस्पताल चलें?" शिया ची ने चिन्ता के साथ पूछा।

जिंगे ने सिर हिलाकर कहा, "मै ठीक हूं। डॉक्टर के आदेश पर कुछ दिन आराम करने के लिए घर पर रहूंगी।चोट इतनी गंभीर नहीं है, वर्ना वे मुझे बाहर जाने नहीं देते।"

"पर तुम्हारा चेहरा तो बहुत भयंकर पीला पड़ गया है।" 

" कोई भी ठीक होता हुआ रोगी सामान्य रूप से ऐसा ही लगता है," शिगे ने जबरदस्ती कहा।वह वापस अस्पताल जाना नहीं चाहती थी ।

उनका परिवार मेडिकल बिल का खर्चा नहीं उठा सकता था।

मुबाइ ने उस ड्राइवर को ड्राइवर को जाने दिया, जिसने उसे टक्कर दी थी, इसीलिए उसने चुपचाप पीड़ा सहने का मार्ग चुना।

शिया ची उसे इस हालत नें नहीं देख सकता था,"दीदी, मुझे यही बेहतर लगता है कि हम डॉक्टर के पास जाएं। मेरे पास अभी भी कुछ पैस हैं। पिताजी ने भी, काम के लिए निकलने से पहले तुम्हें अस्पताल ले जाने को कहा है, प्लीज़ हमारी बात सुनो!"

सच तो यह था कि, उनके पास मुश्किल से जांच करने के लिए ही पैसा था।

जिंगे ने ज़ोर दिया कि उसकी चोट गंभीर नहीं है और अपने कमरे से निकलने से मना कर दिया।

जिया जी बेशक जानता था क्यों वह जाना नहीं चाहती। वह उसे समझाते-समझाते परेशान हो गया था कि किसी ने उनके दरवाजे पर खटखटाया। दस्तक धीमी लग रही थी, जो किसी बदमाश पड़ोसी की आम तौर पर हड़बड़ी दी जानेवाली खटखटाहट से बहुत अलग थी।

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