webnovel

6)बताओ रूह ,तुम हर पेशेंट के इतना ही करीब जाती हो ? "

कार में ,,,

रिहांश रूहानी को अपने बाहों में झकड़ कर रखा था। हाई डोज दवाई लेने के वजह से वह बिलकुल होश में ही नही था लेकिन रूहानी की खुशबू ,उसकी करीब रहने से कही न कही उसे थोड़ा शांत करा रहा था।

कार में रिहांश के ही तेज सांस चलने की आवाज गूंजने लगी थी।रिहांश की होंठ रूहानी की गर्दन में चल रही थी और उसके दोनों हाथ रूहानी की पीठ पर चलने लगी थी।

रिहांश की हरकत से रूहानी को ज्यादा ही अनकंपर्टेबल फील हो रहा था।तभी कार रुक जाती है।तो रूहानी रिहांश को खुद से अलग करने लगी तभी अभिनव भी कार का डोर ओपन कर रिहांश को हॉस्पिटल के अंदर ले गया।

खरीब एक घंटे बाद,,

रिहांश इस वक्त शांत हो कर लेटा हुआ था।वही रूहानी उसके बगल में ही बैठी थी, क्यों की रिहांश ने उसका हाथ छोड़ा ही नहीं था।वह कब से कोशिश कर रही थी लेकिन इस बार रिहांश उसका हाथ कसके पकड़ रखा था।

रात के दो बज गई थी।रूहानी को घर भी जाना था लेकिन रिहांश के वजह से वह अभी भी वही बैठी हुई थी।उसके पलके पलके बार बार बंद हो रहे थे।

रूहानी बैठे बैठे ही नींद में चली जाती है।रूहानी का एक हाथ रिहांश के एक हाथ में था तो दूसरा वह अपने सर के नीचे रख कर सो गई थी।उसके सोने के ठीक आधा घंटे बाद,रिहांश को धीरे धीरे होश आने लगता है।

रिहांश अपने आंखे खोल कर सामने देखने लगता है।तभी सामने उसे रूहानी का मासूम सा चेहरा दिखाई दिया।रिहांश को उसका करीब रहना बेहद सुकून दे रहा था।वह बिना पलके झपकाए उसे ही देखने लगा।

रिहांश फिर रूहानी का हाथ को देखता है।जो उसने ही बेहद टाइटली पकड़ रखा था जिस वजह से रूहानी का हाथ लाल हो गया था।रिहांश अपना पकड़ ढीला कर उसके हाथ को अपने होंठो के पास ले जा कर हल्के से किस कर उसकी हाथ को भी स्निफ करने लगता है।

यह सब करते हुए रिहांश एक दम से पागल जैसा नजर आ रहा था।रिहांश हल्के से उठ कर रूहानी के बेदाग सा चेहरे को देखने लगा,फिर वह झुक कर उसके चेहरे को स्निफ करते हुए उसकी खुशबू को अपने अंदर खींचने लगा।

रिहांश उसका एक हाथ अपने हाथ में फसा कर उसके चेहरे पर हल्के से उंगलियां घुमाते हुए कहता है,

" पता नही तुम कोन हो ? लेकिन जब से मिली हो तब से मेरे दिल को अजीब सा तंडक मेहसूस हो रहा है,तुम्हे अपना खरीब ही देखने का मन हो रहा है,तुम्हारी यह मेहकती हुई खुशबू अपने अंदर समाना चाहता हू उस दवाई में उतना सुकून नहीं मिला जितना तेरी खरीब रहने से मिल रहा है। "

रिहांश हल्के से झुक कर उसके गालों पर अपने होंठ रख देता है।की तभी रूहानी की आंख खुल गई तो वह झट से पीछे हट जाती है।

लेकिन रिहांश तो उसके एक हाथ को छोड़ने का मूड में ही नहीं था।वह उसके हाथ को अभी भी पकड़ कर रखा था।

वही रूहानी अपने गाल पर हाथ रख कर उसे गुस्से से घूरते हुए कहती है,

" आपने मुझे किस किया ? "

रिहांश उसे ही देख रहा था।उसकी चेहरे पर इस वक्त उसे देख अजीब सा भाव आ गया था।वह झट से उसे अपने ऊपर खींच कर उसके चेहरे को स्निफ करते हुए कहता है,

" तुम कोन हो ? तुम्हारी दूर जाने से मैं बेचैन क्यों हो रहा हु ? "

रिहांश का इस तरह अपने ऊपर खींचने से रूहानी पूरी तरह रिहांश के ऊपर लेट गई थी।वह उससे छुटने की कोशिश करते हुए कहती है,

" लगता है तुम्हे दौरे पड़ गए है इसीलिए ऐसे बाते कर रहे हो छोड़ो मुझे !! "

रिहांश एक टक उसकी आंखो में देख रहा था।वह उसकी बात सुन कर बिना कुछ कहे उसे अपने बेहद करीब कर उसकी आंखो में देखते हुए बेहद सख्त आवाज में कहता है,

" तुम्हारा नाम क्या है ? "

" अःह्ह्ह्ह छोड़ो मुझे !!! " रूहानी रिहांश को खुद से दूर करने की कोशिश करते हुए कहती है।वही रिहांश उसे बेहद कसके पकड़ा था।

रिहांश उसके दोनो हाथ अपने एक हाथ की पकड़ में ले कर उसके गाल को अपने गाल से रब करते हुए कहता है,

" नाम बताओ अपना,? तब में तुम्हे छोड़ने के बारे में सोचूंगा। "

रूहानी को बेहद अनकमर्टेबल फील हो रहा था।उसकी दोनो हाथ रिहांश के सीने में आ गए थे।वह छटपटा रही थी।वही रिहांश उसके गाल पर किस करते हुए कहता है,

" बोलो भी ? "

" अअह्ह्ह्ह,,तुम मुझे बार बार किस क्यों कर रहे हो ? " रूहानी रिहांश को गुस्से से देखते हुए कहती है तो रिहांश हल्के से स्माइल कर उसके होंठो के तरफ बढ़ते हुए कहता है,

" अब नाम बताओगी या तुम्हारे होंठो को भी अपने कब्जे में लू ? "

रिहांश यह सब बोलते हुए रूहानी के बेहद करीब आ गया था।बात करने की वजह से उसके होंठ रूहानी की होंठो को भी टच कर रही थी।

" रु,, रूह,,,रूहानी !!!! "

उसका नाम सुन कर रिहांश की चेहरे पर स्माइल आ गई।वह उसे देखते हुए उसके होंठो के तरफ बढ़ने लगा तो रूहानी अपना चेहरा दूसरे तरफ फेरते हुए कहती है,

" तुमने कहा था नाम बताने से छोड़ दोगे मैने अपना नाम बताया अब छोड़ो। "

रूहानी का इस तरह मु फेरने से रिहांश के सामने उसका गाल सामने आ गया तो वो वही उसे किस करते हुए धीरे से बिना अपने होंठ हटाए ही कहता है,

" मैने कहा था कि में छोड़ने के बारे में सोचूंगा,तो,,,,,!!! "

" यह क्या बदतमीजी है छोड़ो मुझे !! " रूहानी गुस्से से उसपर चिल्लाने लगी तो रिहांश की बात बीच में ही रुक गए।वह बेहद गुस्से से उसे घूरने लगता है।

वही उसे इस तरह गुस्से में देख रूहानी थोड़ा डर गई।वह थोड़ा पीछे हटने लगी तो रिहांश उसे अपने आप से सटा कर थोड़ा सख्त आवाज में कहता है,

" रिहांश आर्यन को खुद पर किसी का भी तेज आवाज पसंद नही है रूह,इसीलिए दुबारा यह गलती मत करना। "

रिहांश की आवाज में ज्यादा ही गुस्सा नजर आ रहा था।रूहानी को उससे थोड़ा डर भी लग रहा था क्यूंकि रिहांश का औरा बिलकुल नॉर्मल नहीं था और रूहानी को उसका कंडीशन भी पता था।

रूहानी धीरे से बिना उसे देखे कहती है,

" प्लीज मुझे छोड़ो। "

रूहानी का चेहरा रोनी जैसा हो गया था।उसे ऐसा देख रिहांश थोड़ा शांत हो जाता है।वह फिर उसे एक ही झटके में अपने नीचे लेटा कर खुद उसके ऊपर झुकते हुए कहता है,

" ठीक है में तुम्हे छोड़ दूंगा,पहले मेरे कुछ सवालों का जवाब दो !!"

रूहानी हैरानी से रिहांश को ही देखने लगी।रिहांश इस वक्त उसे पूरी तरह अपने नीचे लेटा चुका था।वही रूहानी गुस्से से उसे अपने आप से दूर हटाने लगी तो रिहांश उससे कहता है,

" कोशिश बेकार है रूह,जब तक मैं नहीं चाहता तब तक तुम मेरी बाहों में से आजाद नहीं होगी !! "

रूहानी उसके नीचे छटपटा रही थी।लेकिन रिहांश को उसके करीब ही रहना था तो वह उसे छोड़ ही नही रहा था।शायद अब कभी न छोड़े।

रिहांश अभी भी उसके दोनो हाथ को अपने एक हाथ की पकड़ में ले लिया था और उसके पैर पर अपना एक पैर डाल कर उसे जरा भी हिलने से भी ब्लॉक कर दिया था।

रिहांश धीरे से उसके चेहरे के तरफ झुक कर स्निफ करते हुए उससे बेहद कोल्ड आवाज में कहता है,

" तुम हर पेशेंट के इतना ही करीब जाती हो क्या ? "

रिहांश का सवाल सुन कर रूहानी उसे ही सवालिया नजरो से देखने लगती है।वही रिहांश उसके आंखों में देखते हुए उसका जवाब का इंतजार कर रहा था।

रिहांश जानना चाहता था की रूहानी जितना उसके करीब आई है उतना ही वह हर पेशेंट के करीब जाती है या नही ?

वही उसे कुछ भी ना बोलते देख रिहांश उसके चेहरे पर अपना होंठ घुमाते हुए उससे कहता है,

" मैने कुछ पूछा है रूह ? "

रिहांश की हरकत से और उसके चेहरे में दिख रही एक्सप्रेशन से रूहानी डर रही थी।वही उसे कुछ भी न बोलता देख रिहांश उसके होंठो पर अपना होंठ रख कर इधर उधर घुमाते हुए कहता है,

" बताओ रूह ,तुम हर पेशेंट के इतना ही करीब जाती हो ? "

" अह्ह्ह्ह,,, हा। " रूहानी अपना चेहरा उससे दूर करने की ना काम कोशिश करते हुए कहती है तो रिहांश उससे थोड़ा अलग हो कर उस ही घूरने लगता है।उसकी हा में जवाब सुन कर उसका चेहरा एक दम से सक्त हो गया।वह गुस्से से उससे पूछता है,

" कितने लड़के पेशेंट्स है तुम्हारे ? "

रिहांश उसे ही गुस्से से घूर कर देख रहा था।

क्या देगी रूहानी रिहांश को जवाब ? कैसे बचेगी रुहानी रिहांश से ? जानने के लिए पढ़ते रहिए ,

" लत है तू। "