मुझ बेफिक्र को, फिक्र करना सीखा रही है दुनिया
मुझ बदतमीज को, तमीज का पाठ पढ़ा रही है दुनिया
इतना ऊपर मत उड, गिर जाएगी डरा रही है दुनिया
औकात में रह, बात बात पर बता रही हैं दुनिया
कौन तेरा अपना कौन पराया, समझा रही है दुनिया
मेरा कोई नया वर्शन ढूंढ़ रही है ये दुनिया
जो मैं हू ही नहीं, मुजे वो बनाना चाह रही है ये दुनिया
कोई पूछने वाला हो इससे, तो पूछो आखिर है कौन ये दुनिया
मुझे आईना दिखाने वाली, तू है कौन ए दुनिया
🤔🤔🤔🤔🤔
written by me
anu choudhary 🤗